Sonbhadra News: पहले मां को घर में घुसकर दी धमकी, फिर बेटे की हत्या कर लटका दिया शव, पिता ने लगाया आरोप
Sonbhadra News: मांची थाना क्षेत्र के धोबी गांव से लापता होने के नौ दिन बाद पेड़ से लटकते मिले 11 वर्षीय बालक विवेक यादव की हत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है।
Sonbhadra News: मांची थाना क्षेत्र के धोबी गांव से लापता होने के नौ दिन बाद पेड़ से लटकते मिले 11 वर्षीय बालक विवेक यादव की हत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है। पिता नंदलाल यादव की तरफ से मां (उसकी पत्नी) को घर में घुसकर धमकी देने और उसके बाद बेटे को अगवा कर उसकी हत्या कर दिए जाने का सनसनीखेज आरोप लगाया गया है। इसको लेकर मांची पुलिस को तहरीर भी सौंपी गई है, जिसको लेकर पुलिस की तरफ से जांच शुरू कर दी गई है।
यह है पूरा प्रकरण
मांची थाना क्षेत्र के धोबी गांव निवासी विवेक यादव गत 25 जनवरी को खेलने के लिए जाने की बात कहकर निकला था। उसके बाद उसका पता नहीं चला। काफी खोजबीन के बाद चाचा श्यामलाल यादव ने मांची थाने पहुंचकर तहरीर दी, जिस पर गुमसुदगी दर्ज कर पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी। इसके बाद तीन फरवरी को उसका शव धोबी गांव से बाहर, उसके घर से लगभग एक किमी दूर सिवान में महुए के पेड़ से लटकता पाया गया। आरोप है कि गमछे के फंदे से लटकते शव पर चोट के निशान स्पष्ट देखे जा रहे थे।
पड़ोसी गांव के दो व्यक्तियों पर हत्या किए जाने का जताया जा रहा शक
इसको लेकर मांची पुलिस को दी गई तहरीर में, मृतक के पिता की तरफ से आरोप लगाया गया है कि बगल गांव बांकी निवासी दो व्यक्तियों ने उसके बेटे के लापता होने के कुछ दिन पूर्व घर में घुसकर उसकी पत्नी को धमकी दी। इसके बाद उसके बेटे को अगवा कर हत्या कर दी। वारदात के बारे में मालूम न होने पाए, इसके लिए उसका शव फंदे से लटका दिया गया। वहीं, चाचा श्यामलाल ने बताया कि जिस वक्त शव लटकता मिला वह ज्यादा से ज्यादा दो-तीन दिन पुराना था।
लापता होने के बाद कई दिनों तक कहां रहा बालक, उठ रहे सवाल
ऐसे में लापता होने से एक सप्ताह तक उनका भतीजा कहां रहा, इसका सवाल नहीं मिल पा रहा है। 30 फरवरी को गुमशुदगी दर्ज कराने और उसके बाद शव लटकता मिलने की बात भी परिवार वालों के गले नहीं उतर रही है। उनको शक है कि पहले घर में घुसकर धमकी दी गई। जब उनकी बात नहीं मानी गई तो बेटे को अगवा कर लिया गया। जब परिवार वालों ने लापता होने की एफआईआर दर्ज कराई तो उसकी हत्या कर दी गई। अब इस मामले में सच्चाई क्या है? इसको लेकर पुलिस की तरफ से जांच जारी होने का दावा किया जा रहा है। वहीं, मृतक के परिवार के लोग मांची पुलिस पर मामले की जांच में उदासीनता और आरोपी पक्ष को बचाने की कोशिश करने का आरोप लगा जा रहे हैं। परिवार वालों की तरफ लगाए जा रहे मसलों पर जानकारी के लिए, प्रभारी निरीक्षक मांची से उनके सेलफोन पर कॉल की गई लेकिन वह उपलब्ध नहीं हुए।