Sonbhadra News: बैंक लोन में बड़ा फर्जीवाड़ा, गारंटरों को बना दिया गया कर्जदार, सीबीआई कल कर सकती है बड़ा खुलासा
Sonbhadra News: सोनभद्र में यूनियन बैंक आफ इंडिया के मुख्यालय स्थित ब्रांच में लगभग चार घंटे तक चली सीबीआई की छापेमारी में, एक बैंक क्लर्क को रंगे हाथ रिश्वत लेते दबोचे जाने के साथ ही, बैंक लोन का भी बड़ा फर्जीवाड़ा की खबर सामने आ रही है।
Sonbhadra News: सोनभद्र में यूनियन बैंक आफ इंडिया के मुख्यालय स्थित ब्रांच में लगभग चार घंटे तक चली सीबीआई की छापेमारी में, एक बैंक क्लर्क को रंगे हाथ रिश्वत लेते दबोचे जाने के साथ ही, बैंक लोन का भी बड़ा फर्जीवाड़ा की खबर सामने आ रही है। सूत्रों की मानें तो इससे जुड़े कई रिकर्ड सीबीआई ने कब्जे में ले लिए हैं और मुख्यालय स्थित सर्किट हाउस में इन रिकर्डों को खंगालने के साथ ही, बैंक कर्मियों से पूछताछ का क्रम जारी है। माना जा रहा है कि इस मामले में सीबीआई की तरफ से शनिवार को राजधानी में बड़ा खुलासा किया जा सकता है।
लखनऊ के हजरतगंज थाने में एफआईआर हुई थी दर्ज
बताया जा रहा है कि यूनियन बैंक में लोन के लिए गारंटर पड़ने वाले लोगों को ही बडे पैमाने पर कर्जदार बना दिया गया है। लोन की अच्छी-खासी अवधि व्यतीत होने के बाद, जब गारंटरों के घर बैंक वसूली की नोटिस पहुंची तो उनकी नींद उड़ गई है। बताते हैं कि इसको लेकर शिकायत सीबीआई के पास पहुंचे तो प्राथमिक छानबीन में सामने आए तथ्यों के बाद सीबीआई ने लखनऊ के हजरतगंज थाने में एफआईआर संख्या दर्ज कर प्रकरण की छानबीन शुरू कर दी। इसी दौरान रिश्वत मांगे जाने की शिकायत पर टीम सोनभद्र मुख्यालय स्थित ब्रांच पर धमक पड़ी और एक कर्मी को रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोच भी लिया।
वहीं, बड़े पैमाने पर कथित लोन फर्जीवाड़े को लेकर फाइलें भी खंगाली गई। शाम चार बजे से लगभग आठ बजे तक चली कार्रवाई के बाद, बैंक क्लर्क को पूछताछ के लिए, बैंक से हटाकर सर्किट हाउस ले जाया गया। इस बारे में टीम की अगुवाई कर रहे आशीष सिंह से जानकारी चाही गई तो उन्होंने ऑन कैमरा इस बारे में कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। उनका कहना था कि इस बारे में शनिवार को लखनऊ में मीडिया को जानकारी दी जाएगी। वहीं, गारंटर से कर्जदान बने कुछ लोग टीम से शिकायत करने पहुंचे, उन्हें विस्तृत जानकारी देने के लिए सर्किट हाउस बुलाया गया। जाते-जाते टीम के लोगों ने बस इतना कहा कि फिलहाल रिश्वत के मामले में गिरफ्तारी की गई है। शेष चीजों को लेकर छानबीन जारी है।
अन्य बैंकों से भी जुड़े लोगों की भी बढ़ गई है धड़कन
सीबीआई की इस कार्रवाई ने अन्य बैंक के लोगों की भी धड़कन बढ़ा दी है। बताते चलें कि बैंक को लेकर बिचौलियागिरी को लेकर मुख्यालय पर एक बड़ा रैकेट है। भले ही यह मामला सिर्फ यूनियन बैंक का सामने आया है लेकिन कहा जा रहा है कि अन्य बैंकों में भी इस तरह का खेल पकड़ में आ सकता है। जिस तरह से बैंक के भीतर, बैंक क्लर्क द्वारा रिश्वत लेने का मामला सामने आया है, उससे ब्रांच मैंनेजर सहित, लोन डिपार्टमेंट से जुड़े अन्य कर्मियों की भूमिका पर भी सवाल उठा दिए हैं। कहा जा रहा है कि अगर सीबीआई इस मामले की गहराई तक गई तो अन्य बैंकों के भी लोन कार्य से जुड़े लोग इसके लपेट में आते नजर आ सकते हैं।