Sonbhadra: तहसील कर्मियों, अधिवक्ताओं ने दी प्रशासनिक अधिकारी को भावभीनी विदाई

Sonbhadra News: एडीएम न्यायिक सुभाषचंद्र यादव ने कलेक्ट्रेट सभागार में बृहस्पतिवार की शाम सदर तहसील के प्रशासनिक अधिकारी के सेवानिवृत्ति पर उन्हें भावभीनी विदाई हो जाती है।

Update: 2024-02-29 15:43 GMT

प्रकाश गीरि को दी गई भावभीनी विदाई। (Pic: Newstrack)

Sonbhadra News: सेवाकाल के दौरान अच्छे कार्य और जिम्मेदारी से दायित्व निर्वहन, व्यक्ति के जीवन और कीर्ति दोनों को सदैव जीवंत रखते हैं। इसलिए किसी भी कर्मचारी का काम ऐसा होना चाहिए जिसे सेवानिवृत्ति के बाद भी, उसके अच्छे कार्यों के लिए हमेशा याद रखा जाए। एडीएम न्यायिक सुभाषचंद्र यादव ने कलेक्ट्रेट सभागार में बृहस्पतिवार की शाम सदर तहसील के प्रशासनिक अधिकारी के सेवानिवृत्ति पर मिनिस्ट्रियल कर्मचारी संघ की तरफ से आयोजित कार्यक्रम/विदाई समारोह में यह बातें कहीं।

भरोसे की प्रतिमूर्ति थे प्रकाश गिरि,आते रहेंगे याद

एडीएम ने कहा कि बेदाग सेवा और सभी की स्वीकार्यता के साथ सेवानिवृत्ति होना बड़ी चुनौती होती है। निश्चित तौर पर प्रकाश गिरि ने जिस तरह से बेदाग तरीके से अपनी सेवा पूरी की और कर्मियों से पारिवारिक संबंध बनाए रखें। वह निश्चित तौर पर उन्हें प्रशंसा का हकदार बनाती है। सोनभद्र बार एसोसिएशन की अध्यक्ष पूनम सिंह, राष्ट्रपति पुरस्कृत किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य ओमप्रकाश तिवारी, सोनभद्र बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष विनोद चौबे, सुरेंद्र पांडेय, राष्ट्रीय संचेतना समिति के अध्यक्ष जगदीश पंथी, राज्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष शैलेंद्र त्रिपाठी, मिनिस्ट्रियल कर्मचारी संघ के मंडलीय पदाधिकारी रामलाल, जिलाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा कि जिस तरह से उनका कार्य-व्यवहार था, वह लोगों के लिए भरोसे की मूर्ति बन गए थे।

कार्य की कितनी भी हो जिम्मेदारी, न समझें बोझ

प्रकाश गिरि ने कर्मियों-अफसरों से जुड़े संस्मरणों को साझा करते हुए कहा कि कर्मियों से बस उनका इतना ही कहना है काम कितना ही बड़ा और जिम्मेदारी हो, उसे बोझ न समझें। काम को काम की तरह करें, अपने आप कार्य में आने वाली समस्याएं हल होती जाएंगी। संचालन कर रहे सुरेश पाठक ने भी अपने संस्मरण साझा किए और गिरि द्वारा किए गए कार्यों को सभी कर्मियों के लिए अनुकरणीय बताया।

कर्मचारी नेताओं ने दिया भरोसा, एक माह में कराएंगे पावनों का भुगतान

कार्यक्रम के दौरान राज्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष शैलेंद्र त्रिपाठी की तरफ से कुछ राज्य कर्मियों का पेशन लंबित रहने का मसला उठाया गया। इस पर एडीएम न्यायिक ने कहा कि सरकार सेवानिवृत्ति के साथ ही, सेवानिवृत्ति होने वाले कर्मी के सभी पावनों-देयों के भुगतान के लिए प्रतिबद्ध है जिस किसी कर्मी का पावना या कोई देय बकाया है। वह उनके पास आवेदन रख सकता है। वह जिलाधिकारी के जरिए, उसकी समस्या का हर संभव निदान कराने की कोशिश करेंगे। मिनिस्ट्रियल कर्मचारी संघ के मंडलीय पदाधिकारी रामलाल और जिलाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा कि जिन भी कर्मियों का देय या पावना बकाया है। वह अपना विवरण उपलब्ण्ध कराएं। अगर कोई तकनीकी दिक्कत या सर्विस में कोई गड़बड़ी नहीं होगी तो हर हाल में एक माह के भीतर पावना का भुगतान करा दिया जाएगा।

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