Sonbhadra News: संविदा लाइनमैन की मौत पर भड़का गुस्सा, सड़क पर शव रख घंटों लगाया जाम
Sonbhadra News: शाहगंज थाना क्षेत्र के ढुटेर में खंभे पर चढ़कर बिजली फाल्ट दुरूस्त करते वक्त करंट की चपेट में आए लाइनमैन की उपचार के दौरान बुधवार की मौत हो गई।
Sonbhadra News: शाहगंज थाना क्षेत्र के ढुटेर में खंभे पर चढ़कर बिजली फाल्ट दुरूस्त करते वक्त करंट की चपेट में आए लाइनमैन की उपचार के दौरान बुधवार की मौत हो गई। इससे परिजनों और ग्रामीण गुस्से से भड़क उठे और गौरीशंकर मंदिर के पास, कलवारी-खलियारी (घोरावल-राबटर्सगंज) राजमार्ग पर मृतक का शव रख, घंटों जाम लगाए रखा। एसडीएम घोरावल रमेश यादव और क्षेत्राधिकारी अमित कुमार ने आक्रोशितजनों को शांत कराने की कोशिश की लेकिन ग्रामीण बिजली विभाग के अधिकारियों को बुलाने की मांग अड़े रहे। राज्यसभा सांसद रामशकल और भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मवीर तिवारी ने भी इस मसले पर अफसरों से वार्ता की। दोपहर बाद पहुंचे एक्सईएन राबटर्सगंज ने हर संभव विभागीय मदद का लिखित आश्वासन दिया, तब जाकर नाराजगी जता रहे लोग शांत हुए। तब जाकर लगभग चार घंटे बाद आवागमन सामान्य हुआ।
बताते हैं कि जय सिंह 40 वर्ष पुत्र रंगलाल निवासी बगथरी थाना राबटर्सगंज शाहगंज विद्युत उपकेंद्र पर बतौर संविदाकर्मी कार्य करता था। गत 12 जून को शाहगंज थाना क्षेत्र के ढुठेर गांव में खंभे पर चढ़कर फाल्ट दुरूस्त कर रहा था। उसी दौरान अचानक से करंट प्रवाहित होने के कारण गंभीर रूप से झुलस गया। जिला अस्पताल में उसका उपचार कराया जा रहा था जहां बुधवार को उसकी मौत हो गई। जैसे ही उसका शव घर पहुंचा ग्रामीण भड़के उठे और नाराजगी जताते हुए दोपहर साढ़े 11 बजे के करीब परिजनों के साथ, राबटर्सगंज-घोरावल मार्ग पर उतर आए। गौरीशंकर मंदिर के पास जाम लगाए जाने से, मार्ग पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। मौके पर राबटर्सगंज और शाहगंज पुलिस के साथ ही एसडीएम घोरावल व क्षेत्राधिकारी घोरावल भी पहुंच गए। ग्रामीणों को मामले में कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराने की कोशिश की लेकिन ग्रामीण बिजली विभाग के अधिकारियों को बुलाने की मांग पर अडे़ रहे। उसी दौरान वहां राज्यसभा सांसद रामशकल और पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मवीर तिवारी भी पहुंच गए। ग्रामीणों की नाराजगी को देखते हुए तत्काल एक्सईएन राबटर्सगंज विद्युत वितरण खंड से बात की। मौके पर पहुंचे एक्सईएन ने विभाग और कार्यदायी संस्था से हुए करार के मुताबिक मृतक आश्रितों को मदद-मुआवजा का लिखित आश्वासन दिया। किसान दुर्घटना बीमा का भी लाभ देने का भरोसा दिया, तब जाकर नाराजगी जता रहे लोग शांत रहे।