Sonbhadra: नेशनल हाइवे पर घंटों भीषण जाम, बनाए गए मास्टर प्लान का नहीं निकला नतीजा
Sonbhadra: राखड़ के ओवरलोड परिवहन और जहां-तहां खराब होकर खड़े होते भारी वाहनों के चलते रीवा-रांची राष्ट्रीय राजमार्ग पर भीषण जाम की स्थिति बरकरार है।
Sonbhadra News: रेणुकूट से अनपरा के बीच हाइवे पर आए दिन लगने वाले भीषण जाम की स्थिति बरकरार है। मंगलवार को जहां घंटों जाम की स्थिति लोगों को परेशान किए रही। वहीं, बुधवार को भी घटों भीषण जाम की स्थिति ने लोगों को रूलाकर रख दिया। हालात यह थी कि कहीं एंबुलेंस तो कहीं कामकाजी लोगों के वाहन फंसे रहे। दूर-दराज जाने के लिए निकले लोगों को भी काफी फजीहत झेलनी पड़ी। इसको लेकर लोगों में जहां आक्रोश की स्थिति बनी रही। वहीं,आवागमन सामान्य बनाए रखने के लिए पुलिस टीमें जगह-जगह मशक्कत करती रहीं।
बताते चलें कि राखड़ के ओवरलोड परिवहन और जहां-तहां खराब होकर खड़े होते भारी वाहनों के चलते रीवा-रांची राष्ट्रीय राजमार्ग पर भीषण जाम की स्थिति बरकरार है। परिवहन महकमे की तरफ से लगातार कार्रवाई-चेकिंग के दावे के बावजूद जहां ओवरलोड राखड़ का परिवहन जारी है। वहीं, नेशनल हाइवे पर हर दूसरे दिन रेणुकूट से अनपरा के बीच बनती जाम की स्थिति ने इस एरिया को जाम जोन बनाकर रख दिया है।
हालत यह है कि अनपरा, शक्तिनगर परिक्षेत्र के लोगों को जरूरी कामकाज के लिए जहां जिला मुख्यालय पहुंचने में घंटों लग जा रहे हैं। वहीं, निजी साधन वाले मध्यप्रदेंश के बैढ़न होते हुए बीजपुर से निकलकर म्योरपुर से दुद्धी या मुर्धवा होते हुए आवागमन करने के लिए विवश हो रहे हैं। इसको लेकर पिछले दिनों डीएम-एसपी की मौजूदगी में शक्तिनगर में हुई बैठक में मास्टर प्लान बनाया गया था। ओवरलोड पर प्रभावी अंकुश और सड़क को गड्ढामुक्त बनाए रखने के लिए एआरटीओ-एक्सईएन एनएच को कड़े निर्देश भी दिए गए थे लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा।
आठ साल से अधिक वाहनों पर से हटी पाबंदी ने बढ़ा दी बेफिक्री
बनाए गए मास्टर प्लान के दौरान आठ साल से पुराने वाहनों की ट्रांसपोर्टिंग जाम जोन वाले एरिया में प्रतिबंधित की गई थी लेकिन यह फरमान राखड़ परिवहन के साथ ही, कोयला परिवहन के लिए भी लागू होने के कारण कोयला परिवहन से जुड़े ट्रांसपोर्टर विरोध पर उतर आए। नतीजतन जिला प्रशासन की तरफ से लगाई गई पाबंदी हटा ली गई। इससे राखड़ का ओवरलोड परिवहन और भी धड़ल्ले से शुरू हो गया।
जब हो रही कार्रवाई तो कैसे चल रहा ओवरलोड
दिलचस्प मसला यह है कि जब भी इसको लेकर परिवहन महकमे के एआरटीओ से बात की जाती है तो कहा जाता है कि कार्रवाई हुई है। लगातार टीमें चेकिंग कर रही हैं। सवाल उठता है कि जब एक्शन हो रहा है तो फिर ओवरलोड वाहनों का परिवहन कैसे हो रहा? लगातार ओवरलोडिंग और इसके चलते जहां-तहां वाहनों के खराब होकर खड़े होने की स्थिति को देखते हुए लोडिंग प्वाइंट पर ही ओवरलोडिंग क्यों नहीं रोकी जा रही? यह एक ऐसा सवाल है जिसने हर किसी को चौंकाए हुए है।
वाहनों के खराब होने से लग रहा जामः पुलिस
उधर, पुलिस प्रवक्ता का कहना है कि हाइवे पर वाहनों के खराब होने से जाम की स्थिति बन रही है। पुलिस लगातार आवागमन को सुचारू रखने में लगी हुई है। बुधवार को जाम की सूचना पर पिपरी पुलिस को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।