Sonbhadra News: तीन लाख से अधिक बच्चों को पिलाएंगे पोलियो रोधी खुराक, निकाली जागरूकता रैली

Sonbhadra News: पल्स पोलियो दिवस के दिन अधिकाधिक बच्चों को पोलियो रोधी ड्राप दिए जाने का लक्ष्य है। इस दिन जिन बच्चों को किसी कारण पोलियो रोधी दवा नहीं दी जा सकेगी उन्हें अगले पॉंच दिनों तक घर-घर जाकर पोलियों वैक्सिनेटर टीम दवा पिलाने का काम करेगी।;

Update:2024-12-07 18:51 IST

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Sonbhadra News: जिले में आठ दिसंबर यानी रविवार को पल्स पोलियो प्रतिरक्षण/उन्मूलन अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान 304194 बच्चों को पोलियोरोधी खुराक पिलाई जाएगी। इसको लेकर शनिवार को जागरूकता निकाली गई। सीएमओ कार्यालय पर डीएम बीएन सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया। एक दिन के विशेष अभियान के साथ ही, पांच दिनों तक डोर टू डोर दस्तक देकर पोलियोरोधी खुराक पिलाने की भी रणनीति बनाई गई।

जागरूकता रैली में स्कूली बच्चों के साथ प्रतिनिधि, स्वयं सेवी संगटनों से जुड़े लोग और आम नागरिकों ने भाग लिया। सीएमओ कार्यालय से निकली जागरूकता रैली मुख्यालय स्थित राबटर्सगंज शहर क विभिन्न मुहल्लों-चौराहों से होते हुए वापस सीएमओ कार्यालय पहुंची जहां सभा के लिए अभियान का महत्व समझाया गया। मुख्य चिकित्साधिकारी डा, अश्वनी कुमार ने कहा कि पल्स पोलियो उन्मूलन संबंधी सभी तैयारियॉं पूरी कर ली गई हैं। पल्स पोलियो दिवस के दिन अधिकाधिक बच्चों को पोलियो रोधी ड्राप दिए जाने का लक्ष्य है। इस दिन जिन बच्चों को किसी कारण पोलियो रोधी दवा नहीं दी जा सकेगी उन्हें अगले पॉंच दिनों तक घर-घर जाकर पोलियों वैक्सिनेटर टीम दवा पिलाने का काम करेगी। इस अभियान में जीरो से पॉंच वर्ष के बच्चों को पोलियोरोधी खुराक पिलाई जाएगी।

कुछ इस तरह की गई है अभियान की तैयारी

बताया गया कि पल्स पोलियो अभियान के जरिए कुल 317939 घरों से जुड़ने का लक्ष्य तय किया गया है। इसके जरिए 0-5 वर्ष तक के कुल 304194 बच्चों को पोलियोरोधी खुराक पिलाने की योजना बनाई गई है। अभियान को मूर्तरूप देने के लिए 1092 फिक्सड बूथ, हाउस-टू-हाउस के लिए 698 टीम और 7 मोबाइल टीमें बनाई गई हैं।

इन-इन विभागों की तय की गई है जवाबदेही

अभियान पूरी तरह से सफल हो, इसके लिए मुख्यतः स्वास्थ्य विभाग, बाल विकास विभाग और शिक्षा विभाग की संयुक्त जवाबदेही तय की गई है। अभियान के दौरान संध्याकालीन समीक्षा बैठकों के जरिए तैयारियों की समीक्षा और इसके जरिए मिलने वाले फीडबैक के आधार पर सुधारात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। अभियान दिवस के सभी प्राथमिक विद्यालयों को खुला रखने, शिक्षकों को विद्यालय पर उपस्थित होकर बुलावा टोली के जरिए बच्चों को बूथ पर लाने का प्रयास करने, बूथ दिवस के दिन सभी ऑगनबाड़ी कार्यकत्री और सुपरवाइजरों को बूथ पर उपस्थित रहकर बच्चों को बुलाने में मदद का निर्देश दिया गया है।

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