Sonbhadra : एसडीएम की सख्ती दरकिनार कर रेलवे के अफसरों ने हटवाई दुकानें, हाइवे पर फेंकी सब्जी, प्रदर्शन कर लगाए नारे
Sonbhadra News: दो दिन पूर्व चोपन पहुंचे एसडीएम ओबरा विवेक कुमार सिंह ने रेलवे के अफसरों से वार्ता कर, मसले का सही हल निकालने का भरोसा दिया। रेलवे के लोगों को निष्कर्ष न निकलने तक दुकानदारों को परेशान करने के लिए चेताया भी था।;
Sonbhadra News; कथित रेलवे की जमीन पर वर्षों से लगाई जा रही सब्जी मंडी मसला सलटने की बजाय उलझता रहा है। दो दिन पूर्व चोपन पहुंचे एसडीएम ओबरा विवेक कुमार सिंह ने रेलवे के अफसरों से वार्ता कर, मसले का सही हल निकालने का भरोसा दिया। रेलवे के लोगों को निष्कर्ष न निकलने तक दुकानदारों को परेशान करने के लिए चेताया भी था। बावजूद सोमवार को पहुंची रेलवे की पुलिस फोर्स ने, जहां दुकानदारों को बलपूर्वक हटा दिया। वहीं, आरोप है कि कुछ दुकानदारों की सब्जियां भी नष्ट कर दी गई। इससे खफा दुकानदार वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर उतर आए और हाइवे पर सब्जियां फेंककर प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसके चलते कुछ देर के लिए जाम जैसी स्थिति बन गई। तहसीलदार ओबरा ने रेलवे के लोगों से वार्ता कर, मसले का शीघ्र हल निकालने की हिदायत दी, तब जाकर लोग शांत हुए।
बताते चलें कि चोपन स्थित हाइवे फ्लोईओवर की पश्चिमी पटरी से सटे खाली मैदान में वर्षों से सब्जी मंडी लगती रही है। पिछले दो सालों से रेलवे की तरफ इस जमीन को अपना होना और सब्जी दुकानदारों को यहां से स्थायी तौर पर बेदखल करने का प्रयास जारी है। डेढ़-दो वर्ष बुलडोजर चलाकर कई दुकानदारों की सब्जी रौंदने के मामले ने हड़कंप मचा दिया था। तत्कालीन एसडीएम ओबरा ने इसको लेकर प्रीतनगर में प्रभावित लोगों और रेलवे के अफसरों के साथ बैठक की थी। सहमति बनी थी कि राजस्व टीम के साथ मिलकर संबंधित एरिया की संयुक्त नापी करा ली जाए, ताकि प्रश्नगत जमीन वास्तव में किसकी है, यह क्लीयर हो जाए।
नहीं हुई संयुक्त नापी, अचानक से शुरू हो गई बेदखली की कार्रवाई
तत्कालीन एसडीएम की बैठक के बाद मामला शांत पड़ गया। जहां संबंधित ग्राउंड पर पूर्व की भांति सब्जी की दुकानें लगने लगीं। वहीं, रेलवे के संबंधित अफसर भी संयुक्त नापी के मसले पर चुप्पी साध कर बैठ गए। पिछले माह अचानक से फिर से नोटिस थमाने और दुकानदारों को बेदखल करने की कवायद शुरू हो गई। इसको लेकर पिछले शनिवार को मौजूदा एसडीएम विवेक कुमार सिंह ने, दुकानदारों ने उनकी परेशानी जानी और जल्द ही मामले का निष्कर्ष निकालने का भरोसा दिया। मसले का ठोस हल निकलने तक, सब्जी दुकान लगाने के लिए भी कहा। रविवार को दुकानें लगाई गईं तो सब कुछ ठीकठाक रहा। सोमवार की दोपहर अचानक से रेलवे के अफसर पहुंचे और दुकानदारों को हटाने के साथ ही, आरोप है कि सब्जियां उठाकर फेंकनी शुरू कर दी।
सड़क पर उतरे दुकानदार तो मच गया हड़कंप
इससे खफा होकर दुकानदारों ने हाइवे पर अपनी सब्जी फेंकने के साथ ही, जहां प्रदर्शन ने जहां प्रदर्शन-नारेबाजी शुरू कर दी। वहीं, इसके चलते बनती जाम की स्थिति ने पुलिस-प्रशासनिक अमले में हड़कंप की स्थिति पैदा कर दी। नाराजगी जता रहे लोगों का कहना था कि रेलवे प्रशासन संयुक्त नापी कराकर जमीन की सही स्थिति क्लीयर करने की बजाय े,पटरी पर जीवन यापन करने वाले छोटे मझोले दुकानदारों एवं सब्जी विक्रेताओं को आए दिन नोटिस जारी कर परेशान कर रहा है। हाइवे पर प्रदर्शन-नारेबाजी की जानकारी पाकर पहुंचे तहसीलदार सुनील कुमार ने रेलवे के लोगों से बात की। रेलवे के स्थानीय अफसरों ने मसले पर उच्चाधिकारियों से वार्ता कर निष्कर्ष निकालने का भरोसा दिया, तब जाकर लोग शांत हुए।