Sonebhadra News: लाठियों के सहारे ट्रेन यात्रियों की सुरक्षा, मूरी एक्सप्रेस में डकैती के बाद उठे सवाल
Sonebhadra News: असलहा बंद नकाबपोश बदमाशों ने डकैती डाली तो बगल वाली बोगी में आरपीएफ के तीन जवान मौजूद होने के बावजूद, यात्रियों की कोई मदद नहीं कर पाए।
Sonebhadra News: मूरी एक्सप्रेस में झारखंड में हुई अब तक की सबसे बड़ी डकैती और केंद्र में भाजपा सरकार आने के बाद पहली बार सामने आई डकैती के वारदात ने जहां यात्रा करने वालों की नींद उड़ा दी है। वहीं, झारखंड के नक्सल प्रभावित तथा जंगली इलाकों से गुजरने वाली ट्रेनों में सुरक्षा को लेकर भी बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। दिलचस्प मसला यह है कि अभी भी झारखंड के नक्सल प्रभावित इलाकों में यात्रियों की सुरक्षा का दायित्व महज, लाठी लिए जवानों के उपर छोड़ दिया गया है।
मूरी एक्सप्रेस में भी जब लातेहार से बरवाडीह के बीच असलहा बंद नकाबपोश बदमाशों ने डकैती डाली गई तो बगल वाली बोगी में आरपीएफ के तीन जवान मौजूद होने के बावजूद, यात्रियों की कोई मदद नहीं कर पाए।
नक्सल प्रभावित इलाका होने के नाते जवान नहीं लेकर चलते असलहा
देश के अधिकांश हिस्सों में भले ही आपको ट्रेनों मे यात्रियों की सुरक्षा के लिए तैनात आरपीएफ और जीआरपी के जवान अत्याधुनिक हथियारों से लैश मिल जाएं लेकिन झारखंड के लातेहार, बरवाडीह, पलामू एरिया नक्सल गतिविधि से अत्यधिक प्रभावित होने के बावजूद, इस इलाके से गुजरने वाली ट्रेनों की सुरक्षा महज लाठी लेकर ड्यूटी करने वाले जवानों के भरोसे छोड़ दी गई है। इस बारे में आरपीएफ के एक अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि झारखंड का एक बड़ा हिस्सा अभी भी नक्सल गतिविधियों से खासा प्रभावित है। पूर्व में जवानों से असलहा लूटे जाने की घटना हो चुकी है। इस कारण नक्सल प्रभावित इलाकों में बोगियों में पेट्रोलिंग के लिए तैनात जवानों को असलहे की बजाय, लाठियां थमाकर ड्यूटी पर भेजा जाता है। बताते हैं कि यहीं कारण है कि शनिवार की रात लातेहार-बरवाडीह के बीच 10 से 12 नकाबपोश बदमाशों में मूरी एक्सप्रेस के इतिहास में अब तक की पड़ी डकैतियों में, सबसे अधिक दुस्साहसिक तरीके से लूटपाट की घटना अंजाम दे डाली।
बदमाश करते रहे फायरिंग पर फायरिंग, दूसरी बोगियों में दबके रहे जवान
यात्रियों की बातों पर यकीन करें तो बदमाशों ने बेखौफ होकर लूटपाट की घटना को अंजाम तो दिया ही, उन्हें दहशत में डालने के लिए एक के बाद एक आठ से 10 फायर भी झोंक डाले। इसमें तीन गोलियों के खोखे बोगी से बरामद भी किए गए। एक गोली फर्श में धंसी गोली। दो का खोखा.यात्रियों ने बोगी में से ढूंढ़कर आरपीएफ के हवाले किया। चोपन और गढवा रोड स्टेशन स्थित थाने का प्रभार देख रहे इंस्पेक्टर बनारसी यादव ने बताया कि घटना के बाद स्टेशनों और यात्रियों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। लातेहार-बरवाडीह की तरफ आने-जाने वाली ट्रेनों पर विशेष नजर रखी जा रही है।