Sonbhadra News: पहाड़ों पर ड्रोन से गिराए जाएंगे बीज, औद्योगिक परियोजनाएं सड़क किनारे लाएंगी हरियाली
Sonbhadra News: सड़कों के दोनों तरफ पांच-पांच किलोमीटर की एरिया गोद लेकर उसपर वृहद पौधरोपण कराया जाएगा साथ ही सीएसआर मद के माध्यम से ट्री गार्ड खरीदकर पेड़ को बचाया भी जाएगा।
Sonbhadra News: नंगे पहाड़ों पर हरियाली लाने के लिए जहां ड्रोन के जरिए बीज गिराए जाएंगे। वहीं, तपिश के दिनों में दहकती सड़कों पर छांव का सुकून लाने के लिए, जिले की प्रमुख सड़कों के दोनों किनारों पर हरियाली विकसित की जाएगी। इसको लेकर शनिवार को दोपहर बाद कलेक्ट्रेट सभागार में औद्योगिक परियोजनाओं के प्रतिनिधियों, उद्यमियों और अधिकारियों के साथ, प्रभारी मंत्री रविंद्र जायसवाल की अध्यक्षता में बैठक कर रणनीति बनाई गई।
सड़क के किनारे के एरिया को गोद लेकर लगाएं पेड़
प्रभारी मंत्री ने उद्यमियों-औद्योगिक घराने के प्रतिनिधियों से कहा कि वह वह जिले की सड़कों के दोनों तरफ पांच-पांच किलोमीटर की एरिया को गोद लेकर उस पर वृहद स्तर पर पौधरोपण कराएं और सीएसआर मद के माध्यम से ट्री गार्ड खरीदकर, उससे पौधों की सुरक्षा सुनिश्चित कराई जाए। समय-समय पर पौधों की बेहतर तरीके से देखभाल करने की हिदायत देते हुए कहा कि पौधों के बड़े होने पर सड़क के दोनों तरफ हरियाली आयेगी और पर्यावरण प्रदूषण में भी कमी आएगी।
डीएफओ को ड्रोन से बीजों के छिड़काव का दिया निर्देश
प्रभारी मंत्री ने प्रभागीय वनाधिकारी राबर्ट्सगंज को निर्देशित किया कि पहाड़ों पर ड्रोन के माध्यम से विभिन्न प्रजातियों के बीजों का छिड़काव कराया जाए ताकि पहाड़ों पर हरियाली दिखने के साथ ही पर्यावरण का संरक्षण भी हो सके। इस दौरान सदर विधायक भूपेश चौबे, विधान परिषद सदस्य विनीत सिंह, जिलाधिकारी बीएन सिंह, पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह, मुख्य विकास अधिकारी सौरभ गंगवार, अपर जिलाधिकारी सहदेव कुमार मिश्र, भाजपा जिलाध्यक्ष नंदलाल गुप्ता, प्रभागीय वनाधिकारी राबर्ट्सगंज कुंजमोहन वर्मा, उप प्रभागीय वनाधिकारी विनित सिंह सहित अन्य मौजूद रहे।
सामाजिक संस्थाओं के जरिए भी वितरित किए जाएंगे ट्री गार्ड
प्रभारी मंत्री ने बताया कि परियोजना प्रतिनिधियों से सीएसआर के जरिए डीएम को ट्री गार्ड उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। इसका सामाजिक संस्थाओं के जरिए वितरण कराया जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा पौधों को संरक्षित किया जा सके। प्रभारी मंत्री ने पेडों को संतान के साथ ही पूर्वज की संज्ञा देते हुए कहा कि पितृपक्ष में भी लोगों को ज्यादा से ज्यादा पौधरोपण करने और पितरों के नाम पर पौधों में लगातार 365 दिन पानी देने के लिए प्रेरित किया जाएगा।