Sonbhadra News : ग्राम पंचायतों की सामग्री आपूर्ति में बड़ा खेल, बगैर धरोहर राशि स्वीकृत कर दिए गए टेंडर!
Sonbhadra News: सबसे ज्यादा खेल चतरा ब्लाक में बताया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि बगैर धरोहर धनराशि जमा कराए ही, कई ग्राम पंचायतों में टेंडर राशि स्वीकृत कर ली गई।
Sonbhadra News : ग्राम पंचायतों में राज्य वित्त और 15वें वित्त के जरिए हर माह विकास कार्यों पर खर्च होने वाली करोड़ों की धनराशि में बड़े खेल की सुगबुगाहट को देखते हुए, प्रतिवर्ष ग्राम पंचायतों में सामग्री आपूर्ति के लिए कराए जाने वाले टेंडरों के जांच की मांग उठने लगी है। सबसे ज्यादा खेल चतरा ब्लाक में बताया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि बगैर धरोहर धनराशि जमा कराए ही, कई ग्राम पंचायतों में टेंडर राशि स्वीकृत कर ली गई।
डीएम को भेजी गई शिकायत
कई ग्राम पंचायतें ऐसी भी बताई जा रही हैं, जहां धरोहर के नाम पर ऐसी चिट-फंड कंपनियों की एफडी लगा दी गई है जो या तो दिवालिया घोषित हो चुकी हैं या जांच के घेरे में हैं। डीएम को भेजी गई एक शिकायत में इस बड़े खेल का कथित खुलासा करते हुए बताया गया कि है कि महज चतरा ब्लाक में जगदीशपुर, घेवल, चरकोनवा, चितबिसरांव, पन्नूगंज, केतवार, भुसौलिया, कोरियांव, ढोढ़़री सहित डेढ़ दर्जन से अधिक गांवों में बगैर धरोहर धनराशि जमा कराए ही, टेंडर स्वीकृत कर लिया गया है।
एडीओ पंचायत ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
जनपद के चतरा, घोरावल, नगवां, म्योरपुर, बभनी, दुद्धी, चोपन सहित लगभग सभी ब्लाकों में कई ऐसी ग्राम पंचायतें होने का भी दावा किया जा रहा है कि जहां धरोहर राशि के लिए लगाई जाने वाली एफडी किसी राष्ट्रीयकृत बैंक या डाक विभाग की बजाय, ऐसी चिटफंड कंपनियों/प्राइवेट बैंकों की एफडी धरोहर धनराशि के नाम पर जमा कर दी गई है जो या तो दिवालिया हो चुके हैं या फिर उनके खिलाफ जांच, कार्रवाई चल रही है। शिकायतकर्ता की तरफ से इस बात का भी दावा किया गया है कि यह खेल सिर्फ 2023-24 में ही नहीं, इससे पूर्व भी खेला गया है और प्रकरण की पूरे जिले में जांच की मांग उठाई गई है। इस बारे में चतरा ब्लाक के एडीओ पंचायत अब्दुल रहमान ने फोन पर बताया कि उनके संज्ञान में अभी ऐसा कोई मामला सामने नहीं है। अगर कहीं से ऐसी शिकायत या गड़बड़ी मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी।