Sonbhadra News: एनएच पर लगातार तीसरे दिन भीषण जाम, हांफते रहे लोग, ओवरलोडिंग पर शिकंजे की मांग
Sonbhadra News:ओवरलोडिंग की आड़ में, वाहनों की आवाजाही का कागजी आंकड़ा दर्शाकर, मोटा मुनाफे का खेल खेलने में लगे, फ्लाईऐश परिवहन के ठेकेदारों के खिलाफ कब कार्रवाई होगी, इसको लेकर सवाल उठते रहे।
Sonbhadra News: जाम के झाम से कराह रहे ऊर्जांचल में लगातार तीसरे दिन शनिवार को भी नेशनल हाइवे की रफ्तनी थमी सी रही। भीषण जाम के चलते, आवागमन कर रहे लोग शनिवार को जहां पूरे दिन बेहाल रहे। वहीं, ओवरलोड के चलते जहां-जहां ब्रेकडाउन लेकर खड़ी होने वाली ट्रकों की संख्या शनिवार को नौ पहुंच जाने के कारण, आवागमन सुचारू रखने को लेकर, पुलिस को भी घंटों खासी मशक्कत करनी पड़ी। फ्लाईऐश और कोयला लदे वाहनों के ओवरलोड परिवहन ने रेणुकूट से अनपरा के बीच की यातायात व्यवस्था को चरमराकर रख दिया है। 25 से 30 टन की जगह, 70 से 80 टन वजन लेकर चलने के कारण, शनिवार को रेणुकूट से अनपरा के बीच एक-एक कर कुल नौ भारी वाहन सडक पर चढ़ाई वालों हिस्सों पर खड़े हो गए। इसके चलते लगातार तीसरे शनिवार को भी भीषण जाम की स्थिति बनी रही। वहीं यात्रा कर रहे लोग प्रशासन और परिवहन विभाग को कोसने और भड़ास निकालने में जुटे रहे।
बता दें कि सिर्फ ऊर्जांचल ही नहीं, सीमावर्ती राज्यों के लिए भी लाइफलाइन का दर्जा रखने वाले रीवा-रांची राष्ट्रीय राजमार्ग पर गत बृहस्पतिवार से ही भीषण जाम की स्थिति बनी हुई है। बृहस्पतिवार को जहां चार ओवरलोड वाहनों को सड़क पर खराब होकर खड़े की स्थिति सामने आई थी। वहीं, शुक्रवार को यह संख्या सात पहुंच गई। शनिवार को इसकी संख्या बढ़कर नौ हो गई। दिलचस्प मसला यह है कि परिवहन महकमा भी लगातार तीसरे दिन वाहन चेकिंग अभियान चलाने, ओवरलोड वाहनों के खिलाफ कार्रवाई का दावा करता रहा। बावजूद ओवरलोड परिवहन और जाम की स्थिति बरकरार रहने की स्थिति को देखते हुए कई सवाल उठाए जाते रहे।
ओवरलोडिंग करने वालों पर शिकंजा कब? उठ रहे सवाल
ओवरलोडिंग की आड़ में, वाहनों की आवाजाही का कागजी आंकड़ा दर्शाकर, मोटा मुनाफे का खेल खेलने में लगे, फ्लाईऐश परिवहन के ठेकेदारों के खिलाफ कब कार्रवाई होगी, इसको लेकर सवाल उठते रहे। लोगों का कहना था कि फ्लाई ऐश और कोयला लोडिंग स्थल पर ही अगर ओवरलोडिंग पर रोक लगा दी जाए, तो ज्यादा भार के चलते सड़क खराब होने के साथ ही, जहां-तहां ब्रेकडाउन की हालत में बीच सड़क ट्रकों के खड़े होने की समस्या पर भी काफी हद तक अंकुश लग जाएगा लेकिन इस पर किसी द्वारा ध्यान नहीं दिया जाएगा। यहीं कारण है कि फ्लाईऐश ठेकेदारों के साथ ही, इसकी निगरानी से जुड़े़ लोगों की मोटी कमाई-मुनाफे का जरिया बना ओवरलोड परिवहन थमने का नाम नहीं ले रहा।
प्रशासन की तरफ से जारी की गई है नोटिस: एआरटीओ
इस मसले पर फोन पर एआरटीओ प्रवर्तन राजेश्वर यादव ने कहा कि प्रशासन की तरफ से फ्लाईऐश-कोयला परिवहन के ठेकेदारों को भी नोटिस जारी की गई है। सवाल उठता है कि लंबे समय से सोनभद्र में चल रहा ओवरलोडिंग का खेल, राजस्व को नुकसान पहुंचाने के साथ ही, आमजन के लिए आफत बना हुआ है। बावजूद अभी तक सिर्फ नोटिस पर ही मसला अटका होना चर्चा का विषय बना हुआ है.