Voter List in UP: सपा का आरोप, मतदाता सूची में हो रही घपलेबाजी

Voter List in UP: विधानसभा चुनाव में भी समाजवादी पार्टी द्वारा आरोप लगाया गया था कि बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ताओं के नाम काटे गए।

Written By :  Anant kumar shukla
Update:2022-11-14 19:10 IST

SP allegation to election commission rigging in voter list

Voters List in UP: मतदाता सूची का मामला एक बार फिर गर्माने लगा है। समाजवादी पार्टी ने 30 से अधिक जनपदों में 09 नवम्बर, 2022 को प्रकाशित मतदाता सूची से बड़ी संख्या में काटे और जोडे गये नामों की सूचि पार्टी को उपलब्ध न कराये जाने पर निर्वाचन आयोग से शिकायत करते हुए कार्यवाही की मांग की है। विधानसभा चुनाव में भी समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया गया था कि बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ताओं के नाम काटे गए हैं।

समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से शिकायत करते हुए कहा कि चुनाव आयोग के निर्देश पर हुए 12 मार्च से 07 नवम्बर, 2022 तक प्रत्येक विधान सभा क्षेत्र में मतदाता सूची से बड़ी संख्या में नाम काटे गये, जोडे गये और संशोधित किये गये। जिसकी सूची समाजवादी पार्टी को नहीं दी गई है।

इन जिलों से नहीं मिली है सूची

एटा, हाथरस, कानपुर नगर, कानपुर देहात, जालौन, ललितपुर, भदोही, मऊ, गोरखपुर, देवरिया, बस्ती, अमेठी, लखनऊ, हरदोई, बदायूं, पीलीभीत, मेरठ, हापुड़, गौतमबुद्धनगर, नोएडा, बागपत, सहारनपुर जैसे 25 से अधिक जिलों में निर्वाचन आयोग द्वारा प्रकाशित मतदाता सूची को समाजवादी पार्टी को नहीं दी गई है।

सपा ने आरोप लगाया है कि अलग-अलग जनपदों में मतदाता सूची से नाम काटने के लिए निर्धारित फार्म-7 मतदाताओं से नहीं भरवाया गया। ना ही नाम काटने की कोई सूचना मतदाता को नहीं दी गई। नियमानुसार सूचना को मकान पर चस्पा भी नहीं किया गया।

समाजवादी पार्टी की मांग

समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग से मांग की है कि 12 मार्च 2022 से 07 नवम्बर 2022 तक सभी विधानसभा क्षेत्रों के सभी मतदेय स्थलों पर मतदाता सूची से काटे गए, जोडे गये, संशोधित किये गये सभी नामों की सूची समाजवादी पार्टी को उपलब्ध कराई जाय। जिससे जांच कराई जा सके और आवश्यकतानुसार फार्म भरकर मतदाता सूची को दुरूस्त किया जा सके।

सपा ने मांग की कि 09 नवम्बर, 2022 को प्रकाशित मतदाता सूची (ड्राफ्ट रोल) प्रदेश के सभी जनपदों में समाजवादी पार्टी को तत्काल उपलब्ध कराई जाय।

ई0 आर0 ओ0 द्वारा नोटिस बोर्ड पर नाम काटने, नाम जोडने, नाम संशोधित करने सम्बन्धी शिकायत की जांच कराई जाए। जांच के समय समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधि को समय से शामिल कर जांच रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए। जांच में दोषी पाये जाने वालों के विरूद्ध उचित कार्यवाही की जाय। मतदाता सूची से नाम काटने के लिए चुनाव आयोग के नियमों एवं निर्देशों का ईआरओ द्वारा पालन किये जाने सम्बन्धी प्रक्रिया की जांच की जाये।

बता दें कि सपा की तरफ से मुख्य निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन केके श्रीवास्तव, डा हरिश्चन्द्र यादव एवं राधेश्याम यादव ने सौंपा।  

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