लखनऊ: राजकीय बाल गृह (बालिका) में संवासिनियों के प्रेग्नेंट होने की खबर पर मीडिया में आए लेटर का संज्ञान लेते हुए महिला कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) शादाब फातिमा ने बालगृह में छापेमारी की।
शिक्षा, सुरक्षा और के वाहन के इंतजाम
उन्होंने संवासिनियों की शिक्षा के लिए सुरक्षा और वाहन के इंतजाम करने के भी आदेश दिए हैं।
इस छापेमारी के दौरान प्रमुख सचिव मोनिका एस गर्ग और निदेशक ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी भी मौजूद थे।
रिपोर्ट का पालन नहीं किया
-शादाब फातिमा ने छापेमारी के दौरान संस्था में रहने वाली लड़कियों के मेडिकल चेकअप की रिर्पोट भी देखी।
-यह रिपोर्ट डॉक्टरों ने दी थी।
-शादाब फातिमा ने कहा रिपोर्ट्स का पालन नर्सों नहीं किया, इसी वजह से यह घटना हुई।
-ऐसी स्थिति में दोनों नर्सों ऐना मेरी पाल और ऊषा वर्मा को निलम्बित कर दिया गया और सेवाप्रदाता नर्स प्रीति मिश्रा को सेवा से हटा दिया गया है।
नए बाल गृह भी बनाए जाएं
-शादाब फातिमा ने कहा कि बाल कल्याण समितियों के आदेश पर सामान्य, मंद बुद्धि और 18 साल से अधिक उम्र की लड़कियां पढ़ने के लिए बालगृह में रहती हैं
-इन सबकी समस्याएं अलग-अलग हैं।
-इन समस्याओं के निवारण के लिए निर्णय लिया गया है।
-उन्होंने कहा कि विभाग प्रदेश में संचालित सभी गृहों का सर्वेक्षण कर लड़कियों के लिए अलग-अलग होम एलॉट कर दिये जाएं।
-अगर जरुरत हो तो नए बाल गृहों के निर्माण के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जाएं।
संवासिनियों को पिक एंड ड्राप करेंगे बाल गृह के वाहन
-शादाब फातिमा ने संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं
-उन्होंने कहा कि यहां रहने वाली सभी संवासिनियो को शिक्षा हेतु भेजने के लिए वाहन और सुरक्षा की उचित व्यवस्था की जाए
-इसके अलावा आवश्यकता के अनुसार बाल गृह में काउंसलर भी नियुक्त कराये जाएंगे
-सभी बाल गृहों में ट्रेंड नर्सों की तैनाती की जाएगी
-उन्होंने कहा कि पाक्सो एक्ट के अन्तर्गत सीडब्ल्यूसी के आदेश और आयु के दस्तावेज के साथ न भेजे जाने की वजह से बहुत सी गड़बड़ी हुई हैं
-अब इनकी जांच करवाकर कार्रवाई की जायेगी।