Moradabad News: बीजेपी नेताओं में मुसलमानो को टॉर्चर करने की होड़ लगी, बोले - सपा सांसद डॉ एसटी हसन

Moradabad News: मुरादाबाद से सपा के सांसद डॉ एसटी हसन ने असम में चल रही बाल विवाह के खिलाफ कार्यवाही पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि असम के मुख्यमंत्री जरूरत से ज्यादा मुसलमानों को टॉर्चर कर रहे है, और ऐसा लगता है कि बीजेपी के नेताओ में इस बात की होड़ हो रही है।

Report :  Shahnawaz
Update:2023-02-06 13:52 IST

सपा सांसद एसटी हसन (सोशल मीडिया)

Moradabad News: मुरादाबाद से सपा के सांसद डॉ एसटी हसन ने असम में चल रही बाल विवाह के खिलाफ कार्यवाही पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि असम के मुख्यमंत्री जरूरत से ज्यादा मुसलमानों को टॉर्चर कर रहे है। ऐसा लगता है कि बीजेपी के नेताओ में इस बात की होड़ हो रही है, कि कौन मुसलमान को खून के आंसू ज्यादा रुलाए। मगर मुझे यकीन है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह इस बात को पसंद नही करेंगे। हिंदुस्तान की बड़ी आबादी की दिल अजारी लगातार की जाए।

दरअसल सपा सांसद डॉ एसटी हसन असम में बाल विवाह मामले में हो रही कार्यवाही और गिरफ्तारियों पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे। उन्होंने कहा कि देखिए जिन लोगो ने शादी कर चुके है इस ऑर्डिनेंस से पहले उनको पकड़ने का कोई औचित्य नही है। लेकिन असम के चीफ मिनिस्टर मुसलमानों को जरूरत से ज्यादा टॉर्चर कर रहे है। भाजपा मुसलमान की दुशमन नहीं है लेकिन भाजपा में जो अपने चेहरों को चमकाने की फिक्र में लगे रहते है। बस वही लोग यही चाहते कि किसी धर्म विशेष के खिलाफ कुछ ऐसा कहा जाए। जिस से लोग उन लोगो को पहचाने जिनको कोई जानता नहीं है वही लोग इस तरह की खुराफात करते हैं.

अब बाबा रामदेव को ही देख लीजिए उनको को भी कोई और नहीं मिला, उनको भी सिर्फ मुसलमान ही मिले। उन्होंने भी क़ुरान के बारे में ऐसे शब्द कहे जो कि उनको नही कहने चाहिए थे उन्होंने भी डेढ़ के माहौल को बिगाड़ने में कोई कसर नही उठा रखी है ऐसे नेताओं को शर्म आनी चहियेकी अपनी राजनीति चमकाने के लिये देश को आग में झोंकने का काम करते हैं।

हमेशा से ऐसा ही होता है की कोई भी कानून जो बनता है उसके बाद ही उस पर अमल किया जाता है। अगर कानून बनने के बाद कोई उस कानून की खिलाफ वर्दी करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाती है। लेकिन असम सरकार तो कानून बनने से पहले ही वह की जनता को टॉर्चर कर रही है। जो अनुचित है हमारी केंद्र सरकार को इसमें हस्तक्षेप करना चाहिए। लेकिन ऐसा सरकार करेगी नहीं क्योंकि ज़्यादातर मुस्लिम इसके लपेटे में जो आ रहे हैं। यह तो मुसलमानों से मानो कब की दुश्मनी निकाल रहे हैं।

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