Meerut News: सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क के बयान पर रालोद महासिचव बोले- उनको भाव देने की जरुरत नहीं, यह उनकी निजी प्रतिक
Meerut News: राष्ट्रीय लोकदल मुखिया जयंत चौधरी की हैसियत बताने वाले सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क के बयान को राष्ट्रीय लोकदल भाव देने के मूड में नहीं है।
Meerut News: राष्ट्रीय लोकदल मुखिया जयंत चौधरी की हैसियत बताने वाले सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क के बयान को राष्ट्रीय लोकदल भाव देने के मूड में नहीं है। राष्ट्रीय लोकदल राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व सिंचाई मंत्री डॉ. मेराजुद्दीन अहमद से सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क के बयान पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो उनका कहना था कि उनके(सपा सांसद) के बयान को ज्यादा भाव देने की जरुरत हम नहीं समझते हैं। उन्होंने कहा कि रालोद मुखिया जंयत चौधरी के सपा मुखिया अखिलेश यादव से अलग होने की संभावना पर सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने जो प्रतिक्रिया दी है वह उनकी अपनी प्रतिक्रिया है उनकी पार्टी की नहीं है। हालांकि 2024 में राष्ट्रीय लोकदल का समाजवादी पार्टी के साथ गठबन्धन बरकरार रहेगा नहीं इस सवाल को रालोद नेता मेराजुद्दीन अहमद टाल गए। अलबत्ता, उन्होंने यह जरुर कहा कि 2024 से पहले बहुत से बदलाव तो होने हैं। मसलन,कोई इधर जाएगा कोई उधर जाएगा।
जयंत चौधरी 17 और 18 जुलाई को कर्नाटक में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक का हिस्सा बनेंगे या नहीं इस सवाल पर रालोद नेता ने इतना ही कहा कि इस बारे में भी कोई निर्णय नहीं लिया गया है। फिलहाल, इस बारे में जो भी निर्णय लिया जाएगा वह पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में लिया जाएगा। बैठक कब होगी। इस सवाल पर मेराजुउद्दीन अहमद का कहना है कि बैठक की तिथि अभी घोषित नहीं की गई है। रालोद मुखिया जंयत चौधरी के सपा मुखिया अखिलेश यादव से अलग होने तथा भाजपा संग जाने की अटकलो पर मेराजुद्दीन अहमद का कहना है कि जयंत चौधरी कहीं जा नहीं रहे हैं। उनके बारे में इस तरह गलत खबरें कुछ लोगो द्वारा आईटी सेल के जरिये उड़ाई जा रही हैं।
बता दें कि अभी हाल ही में सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का जयंत चौधरी को लेकर बड़ा बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि जयंत चौधरी के जाने से समाजवादी पार्टी पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाले है। सपा सांसद ने कहा वह(जयंत चौधरी) सिर्फ अपनी बिरादरी को इधर-उधर कर सकते हैं। समाजवादी पार्टी से अलहदा उनके हटने से समाजवादी पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा।
दरअसल, जैसा कि बताया जा रहा है कि जयंत चौधरी वेस्ट यूपी की जाट बहुल बिजनौर, कैराना, मुजफ्फरनगर, नगीना, अमरोहा, मेरठ, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, फतेहपुर सीकरी, बागपत और मथुरा की सीटों पर दावा ठोक रहे हैं। गौरतलब है कि रालोद 2022 के चुनाव में सपा के साथ चुनावी मैदान में उतरी थी, लेकिन नतीजे उसके पक्ष में बहुत अच्छे नहीं रहे थे। कहा जा रहा है कि निकाय चुनाव के दौरान रालोद और सपा के बीच रिश्तों में आई खटास अभी गई नहीं है। यही वजह है कि आए दिन जयंत चौधरी के अखिलेश से अलग होने की खबरें सुर्खियां बन रही हैं।