'लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामले, मुख्यमंत्री कर रहे चुनावी जनसभाएं!'

मुख्यमंत्री चुनावी मूड में हैं। वह दूसरे प्रदेशों में जाकर चुनावी सभाएं कर रहे हैं, अपने प्रदेश का हाल नहीं देख रहे हैं।

Update: 2021-04-02 15:01 GMT

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस लगातार अपने पैर पसारने में जुटा हुआ है। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फ़ैल रहा है। इसके मद्देनजर लखनऊ जिला प्रशासन ने शहर के कुछ प्रतिष्ठानों, मॉल, बार और लॉउन्जेस को भी सील कर दिया है। इन सभी पर कोरोना नियमों के उल्लंघन के तहत कार्रवाई को अंजाम दिया गया। गुरुवार को पूरे प्रदेश भर से 2600 कोरोना पॉजिटिव के मामले सामने आए थे। वहीं, अकेले लखनऊ शहर से 935 लोगों के कोरोना संक्रमित होने की खबर आई थी। इन्हीं मुद्दों को लेकर प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. आशुतोष वर्मा ने सरकार से कुछ सवाल पूछे। 'न्यूज़ट्रैक' संग बातचीत में उन्होंने कुछ मुद्दों पर प्रकाश डाला।

'कोरोना को लेकर संवेदनशील नहीं है सरकार'

सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. आशुतोष वर्मा ने बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों को लेकर योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि 'मुझे लगता है कि कोरोना को लेकर सरकार ज़रा भी संवेदनशील नहीं है। अगर पिछले वर्ष की भांति देखें, तो इस बार कोरोना की रफ़्तार लगभग दोगुनी हो चुकी है। मात्र लखनऊ में लगभग हजार केस मिल रहे हैं।'

'मुख्यमंत्री चुनावी मूड में हैं'

सपा प्रवक्ता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि 'मुख्यमंत्री चुनावी मूड में हैं। वह दूसरे प्रदेशों में जाकर चुनावी सभाएं कर रहे हैं और अपने प्रदेश का हाल नहीं देख रहे हैं। अभी आज ही मैंने सुना कि आईपीएस राजेश पांडेय भी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। कई पत्रकार बंधु हो चुके हैं। बड़े-बड़े मॉल्स बंद किए जा रहे हैं। लेकिन, हमारे अधिकारी सो रहे हैं। क्योंकि, जब तक चुनावी यात्राएं चलेंगी, तब तक भारतीय जनता पार्टी के कान पर जू नहीं रेंगेगा। मुझे लगता है कि उत्तर प्रदेश की जनता इस समय त्रस्त है और परेशान है। वह ऐसी पार्टी के बीच फंस गई है, जो चुनाव के आगे सबकुछ भूल चुकी है।

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'मरीज वापस लौट जाते हैं'

डॉ. आशुतोष वर्मा ने सरकार की कार्यशैली पर सवाल पूछते हुए बताया कि राजधानी में मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि 'लखनऊ में किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज जैसा प्रख्यात विश्विद्यालय है। राम मनोहर लोहिया जैसा विश्विद्यालय है। लेकिन, वहां की अफरा-तफरी यह है कि आदमी रजिस्ट्रेशन तक नहीं करा पा रहा है। एकाएक उसको पता चलता है कि आज कोरोना का रजिस्ट्रेशन कराया जाएगा, कोरोना की जांच कराई जाएगी, उसके बाद मरीज देखे जाएंगे। हजारों की तादाद में मरीज आते हैं और सिर्फ उत्तर प्रदेश से नहीं, अगल-बगल के राज्यों से भी मरीज आते हैं और बैरंग होकर वापस लौट जाते हैं।'

'कोरोना संक्रमितों को बेड नहीं मिल पा रहा है'

सपा प्रवक्ता ने बताया कि कोरोना कभी ख़त्म नहीं हुआ था और अब जो संक्रमित हो रहे हैं, उनको बीएड नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि 'मुझे लगता है कि अगर आप (राज्य सरकार) समय रहते कोई कदम नहीं उठाएंगे, तब आप सिर्फ डैमेज कण्ट्रोल कर सकते हैं। कोरोना कभी खत्म हुआ ही नहीं था। आपने ढील किस बात की दी है? क्या आर्थिक आधार पर आप ढील दे देते हैं और लोगों की जान से खेलने का हक़ रखते हैं। आज की तारीख में लखनऊ में 95 प्रतिशत वेंटिलेटर वाले बेड फुल हो चुके हैं, जबकि कोरोना अपनी पीक पर चल रहा है। इस बार ज्यादातर युवा ही संक्रमित हो रहे हैं। कोरोना संक्रमितों को बेड नहीं मिल पा रहा है।' सपा प्रवक्ता डॉ. आशुतोष वर्मा ने सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि 'आप (योगी सरकार) एक प्रॉपर चैनल बना दीजिये, आपको लॉकडाउन लगाना पड़ेगा। कहीं न कहीं रोक-टोक करनी पड़ेगी। उत्तर प्रदेश व लखनऊ प्रशासन को सख्त होने की ज़रूरत है।'

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अखिलेश यादव कब लगवाएंगे वैक्सीन?

सपा प्रवक्ता से जब यह सवाल पूछा गया कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव कब वैक्सीन लगवाएंगे? तो इस पर उन्होंने बताया कि 'जब गरीब आदमियों को मुफ्त में वैक्सीन मिल जाएगी, तो वह वैक्सीन ज़रूर लगवाएंगे।'

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