गोरखपुर: पहली बार बड़े पर्दे पर नाटक का मंचन, इस सिनेमाहाल में व्‍यवस्‍था, फ्री में देखें

नाटक का मंचन और वो भी मल्टीप्लेक्स के रूपहले पर्दे पर? यकीन नहीं हो रहा न। यकीन कीजिए। यकीन नहीं हो तो मंगलवार की शाम गोरखपुर के एडी मॉल पहुंचें। यहां गोरखपुर के रंगमंच के इतिहास में पहली बार नाटक का मंचन मल्टीप्लेक्स के रुपहले पर्दे पर होगा।

Update:2020-12-15 10:30 IST
गोरखपुर: पहली बार बड़े पर्दे पर नाटक का मंचन

गोरखपुर: नाटक का मंचन और वो भी मल्टीप्लेक्स के रूपहले पर्दे पर? यकीन नहीं हो रहा न। यकीन कीजिए। यकीन नहीं हो तो मंगलवार की शाम गोरखपुर के एडी मॉल पहुंचें। यहां गोरखपुर के रंगमंच के इतिहास में पहली बार नाटक का मंचन मल्टीप्लेक्स के रुपहले पर्दे पर होगा। मंगलवार को एडी मॉल के मल्टीप्लेक्स में 1.50 घंटे के नाटक को दिखाया जाएगा। इस नाटक की रिकॉर्डिंग मई 2018 में मुक्ता काशी मंच पर हुई थी।

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नाट्यकार बसंत सबनीस के लोकप्रिय नाटकों में से एक

इस कोशिश को प्रोफेशनल रूप देने की कवायद शहर के जागरूक कलाकारों द्वारा किया जा रहा है। नाट्यकार बसंत सबनीस के सबसे लोकप्रिय नाटकों में से एक ‘सैंया भये कोतवाल’ का मंचन 2018 में रंगकर्मी मानवेन्द्र त्रिपाठी के निर्देशन में मुक्ताकाशी मंच पर हुआ था। तभी युवा रंगकर्मी अमित सिंह पटेल ने इस नाटक को कैमरे में कैद करवाया था।

एडी माल के रुपहले पर्दे पर होगा प्रदर्शन

अब जब मल्टीप्लेक्स में दर्शकों का टोटा है तो अमित ने इस नाटक को प्रदर्शित करने की तैयारी की है। मंगलवार को इस नाटक का प्रदर्शन एडी माल के रुपहले पर्दे पर होगा। करीब 1.50 घंटे के नाटक के लिए दर्शकों से किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा। अमित बताते हैं कि ‘हमारा प्रयास नाटक के कलाकारों को नये रूप में प्रस्तुत करना और रंगमंच को नये फ्लेवर प्रस्तुत करना है। फिलहाल नाटक का प्रदर्शन नि:शुल्क है, लेकिन भविष्य में टिकट रखा जाएगा। इससे कलाकारों को आय भी होगी। गोरखपुर में प्रोफेशनल तरीके से नाटक के मंचन को प्रोत्साहन मिलेगा।’

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इन कलाकारों ने किया है जीवंत अभिनयनाटक ‘सैंया भये कोतवाल’ में शहर के रंगकर्मियों का अभिनय देखने को मिलेगा। इसका निर्देशन मानवेन्द्र त्रिपाठी ने किया है। नाटक में राजा के रूप में रवि अवस्थी, कोतवाल नवनीत जायसवाल, हवलदार मानवेन्द्र त्रिपाठी, सिपाही पियूष राज, प्रधान नागेन्द्र, मैना धानी गुप्ता, कोयल का किरदार रोहित तिवारी के साथ ही रिंकी और आकांक्षा ने भी अभिनय किया है। मानवेन्द्र के मुताबिक, नाटक की मूलकथा में वर्तमान परिवेश के अन्तर्गत कुछ बदलाव किए गए हैं। साथ ही गीत और संगीत का समावेश किया गया है।

गोरखपुर से पूर्णिमा श्रीवास्तव

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