अपने बयानों और कारनामों से पहले भी चर्चा में रहे हैं लोनी विधायक
विशुद्ध रूप से हिन्दूवादी नेता की छवि वाले नंद किशोर गुर्जर पहली बार चर्चा में तब आए जब इस वर्ष चैत्र के नवरात्र के दौरान उन्होंने ये आहवान किया कि गुड़गांव की तरह ही गाजियाबाद में मीट की दुकाने बंद होनी चाहिए। और यह भी कहा कि मीट की दुकानो को खोलना राष्ट्रद्रोह है।
श्रीधर अग्निहोत्री
लखनऊ: अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा करने वाले भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर को पार्टी पहले ही अनुशासनहीनता का नोटिस जारी कर चुकी है। उन पर एक फूड इंस्पेक्टर से मारपीट करने का आरोप अभी हाल में लग चुका है। कहा जा रहा है कि इधर कुछ दिनों से वह लगातार अपनी सरकार के खिलाफ बयानबाजी भी कर रहे है।
विशुद्ध रूप से हिन्दूवादी नेता की छवि वाले नंद किशोर गुर्जर पहली बार चर्चा में तब आए जब इस वर्ष चैत्र के नवरात्र के दौरान उन्होंने ये आहवान किया कि गुड़गांव की तरह ही गाजियाबाद में मीट की दुकाने बंद होनी चाहिए। और यह भी कहा कि मीट की दुकानो को खोलना राष्ट्रद्रोह है। तब भी उन्होंने अधिकारियों के खिलाफ अपना मोर्चा खोला था।
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विधायक नंद किशोर ने मीट के होटलों के लाइसेंस न बनाने का दबाव डाला
इसके बाद अभी कुछ दिनों पहले लोनी में तैनात फूड इंस्पेक्टर आशुतोष सिंह का एक वीडियो सामने आया था। जिसमें उन पर आरोप लगा कि विधायक नंद किशोर ने कार्यालय बुलाकर मीट के होटलों के लाइसेंस न बनाने का दबाव डाला। एसपी नीरज जादौन की संस्तुति पर विधायक व उनके साथियों पर आईपीसी की धारा 147, 148, 323, 504, 506 और 332 के तहत मुकदमा दर्ज किया जा चुका है।
उन पर फूड इंस्पेक्टर को पीटने का भी आरोप लगा। इसके बाद विधायक नंद किशोर गुर्जर ने मुख्यमंत्री को एक पत्र लिख कर इसकी शिकायत भी की पर उनकी सुनवाई न होने के कारण ही आज उन्होंने इसकी शिकायत सदन में करनी चाही। जिस पर इतना जोरदार हंगामा हुआ और पूरे दिन सदन अव्यवस्थित रहा।
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मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में विधायक नंद किशोर गुर्जर ने कहा कि स्थानीय स्तर पर संगठन उनके खिलाफ साजिश रच रहा है। लगातार उन्हे बदनाम किया जा रहा है। उनका एक पत्र भी सोशल मीडिया पर पिछले दिनों वायरल हो चुका है जिसमें उन्होंने कई बडे़ नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए थें। पत्र में लिखा गया कि उन्हे जेल भेज दिया जाए जिससे उनका जीवन सुरक्षित हो सके क्योंकि कुछ लोग उनकी हत्या कराना चाहते हैं।
पिछले साल जून महीने में लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर पर हुआ था हमला
इसके अलावा पिछले साल जून महीने में लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर पर हमला उस वक्त हुआ जब मेरठ में संघ की बैठक में शामिल होकर गाजियाबाद लौट रहे थे। इसी दौरान बाइक सवार बदमाशों ने उनकी कार पर ताबड़तोड़ फायरिंग की, हालांकि उनके सुरक्षा गार्डों ने जवाबी फायरिंग करते हुए उन्हें फर्रुखनगर पुलिस चौकी में तक सुरक्षित पहुंचाकर उनकी बचा ली।
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इसके पहले इस साल अक्टूबर महीने में नंद किशोर गुर्जर ने सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को एक पत्र लिखकर कलर्स चैनल पर बिग बास के प्रसारण को रोकने की अपील की थी। नंद किशोर गुर्जर ने लिखा इस प्रोग्राम में बेहद ही अश्लीलता और फूहड़ता का खुलेआम घिनौना प्रदर्शन किया जा रहा है। इसे घर पर देख पाना बेहद मुश्किल है।
नंद किशोर गुर्जर 2017 में पहली बार गाजियाबाद की लोनी विधानसभा से चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंंचे हैं। उन्होंने बसपा के जाकिर अली को 42 हजार से अधिक वोटों से हराया था। पेशे से वकील नंद किशोर गुर्जर मैकेनिकल इंजीनियर भी हैं।