गलती बस इतनी थी कि देख था इस हाल में,गया एक साल

यहां स्कूल टीचर और चपरासी आपत्तिजनक स्थिति में थे, इन्हें इस आलम में स्कूल की ही एक स्टूडेंट ने देख लिया। अपने कारनामों का भांडा फूटता देख, न जानें टीचर ने स्कूल मैनेजर का कान कैसे भरा के स्कूल मैनेजर ने एडमिट कार्ड देने से इंकार करते हुए रुपए की

Update: 2018-02-09 12:56 GMT
गलती बस इतनी थी कि देख था इस हाल में,गया एक साल

अमेठी: यहां स्कूल टीचर और चपरासी आपत्तिजनक स्थिति में थे, इन्हें इस आलम में स्कूल की ही एक स्टूडेंट ने देख लिया।अपने कारनामों का भांडा फूटता देख,न जानें टीचर ने स्कूल मैनेजर का कान कैसे भरा के स्कूल मैनेजर ने एडमिट कार्ड देने से इंकार करते हुए रुपए की डिमांड कर डाली।ऐसे में क्लास 10 की स्टूडेंट का पेपर छूट गया।इस बात से आहत स्टूडेंट ने मां का सहारा लिया और डीएम के पास न्याय की गुहार लगाई है।

जामो ब्लाक के जनता इंटर कॉलेज का मामला

जानकारी के अनुसार जामो ब्लाक अंतर्गत अहद एरिये में जनता इंटर कॉलेज स्थित है। 10 दिन पूर्व पास के गांव की दीपशिखा तिवारी कॉलेज पहुंची, जहां कॉलेज के एक कमरे में स्कूल की एक टीचर और चपरासी आपत्तिजनक स्थिति में थे और इसकी निगाह दोनों पर पड़ गई।दो दिन बाद जब स्टूडेंट दीप शिखा अपना एडमिट कार्ड लेने कॉलेज पहुंची तो उसे एडमिट कार्ड नहीं दिया गया, कहा गया कि तुम्हारी फीस नहीं जमा है तुम 4 हजार रुपये और दो तभी तुम्हें एडमिट कार्ड मिलेगा।

 

गलती बस इतनी थी कि देख था इस हाल में,गया एक साल

बेटी ने मां को बताई सच्चाई तो मां भी रह गई आवक

स्टूडेंट की माने तो उसकी पूरी फीस पहले ही जमा हो चुकी है। उधर एडमिट कार्ड न मिलने से आहत स्टूडेंट घर वापस तो पहुंची लेकिन स्कूल प्रशासन के रवैये से आहत होकर उसकी तबियत अचानक खराब हो गई। बेटी की बिगड़ती हालात देख मां ने उससे पूरी जानकारी लिया। और बेटी ने मां को जो बताया उसे सुनकर मां भी आवक रह गई। बेटी से सच्चाई जानने के बाद मां अपनी बेटी को लेकर डीएम कार्यालय पहुंची जहां डीएम शकुंतला गौतम से मिलकर उन्होंंने पूरा मामला उनको बताया। डीएम ने पीड़िता की गम्भीर हालत देख तत्काल उसे हास्पिटल भिजवाया जहां उसका ट्रीटमेंट चल रहा है।

उधर आपत्तिजनक हालत में मिली टीचर और चपरासी स्कूल से फरार हैं।इस मामले में स्टूडेंट ने कहा है कि मुझे एडमिट कार्ड नहीं मिला जिससे मेरा एक साल बर्बाद हो गया। अगर मेरी मैडम के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं होगी तो मैं आत्महत्या कर लूंगी, मुझे इंसाफ चाहिए।

गलती बस इतनी थी कि देख था इस हाल में,गया एक साल

DM ने DIOS को दिये जांच के आदेश

फ़िलहाल इस मामले में डीएम शकुंतला गौतम से जब बात की गई तो उन्होंंने कहा कि मामला गंभीर है और मेरे संज्ञान में है।पीड़ित स्टूडेंट अपनी मां के साथ आई थी और उसकी तबियत भी ठीक नहीं थी।इलाज के लिए उसे जिला अस्पताल भेजा गया है।मामले की जांच डीआईओएस को सौंपी गई।रिपोर्ट आने के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।

 

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