हाय! ये पढाई जान लेकर मानी, शिक्षा प्रणाली में कमी या परवरिश में ?
जिसने रिजल्ट आने से पहले, फेल होने के डर से फांसी से लटककर आत्महत्या कर ली। सुबह परिजनों ने कमरे में देखा तो बेटे की लाश फंदे से लटक रही थी। पास में ही सुसाइड नोट पड़ा था। शव देखकर परिजनों में कोहराम मच गया।
शाहजहांपुर: पापा मेरी उंगली में चोट थी इसलिए मैथ का पेपर अच्छा नही हुआ। अगर फेल हो गया तो आप लोगों की इंसल्ट होगी। यह लिखा है, हाई स्कूल के छात्र ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है।
जिसने रिजल्ट आने से पहले, फेल होने के डर से फांसी से लटककर आत्महत्या कर ली। सुबह परिजनों ने कमरे में देखा तो बेटे की लाश फंदे से लटक रही थी। पास में ही सुसाइड नोट पड़ा था। शव देखकर परिजनों में कोहराम मच गया।
सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं एसपी ने सभी पैरेंट्स से अपील की है कि वह बच्चों पर किसी तरह का दवाब न बनाएं।
ये भी दखें : रमजान में ऐसे रखना है आपको अपना आहार, तभी ईद मनेगी मस्त
घटना थाना सदर बाजार के सुभाष नगर कालोनी की है। यहां के रहने वाले हाई स्कूल के छात्र गौरव कठेरिया ने फेल होने के डर से कमरे में फांसी से लटककर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या करने से पहले छात्र ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है। जिसमें उसने आत्महत्या का कारण मैथ का पेपर खराब होना बताया है। सुसाइड नोट में लिखा है कि उंगली में चोट होने के कारण मैथ का पेपर खराब हुआ है। इसलिए वह फेल हो सकता है। फेल होने पर परिवार की इंसल्ट होगी। इसलिए वह मां पापा की इंसल्ट होते नही देख सकता है।
साथ ही छात्र ने सुसाइड नोट में पिता से अपील की है कि पापा आप शराब न पीना। आपको मेरी कसम। मम्मी से कभी मत लड़ना। छात्र घर के अंदर कमरे में अकेला सोता था। सुबह जब परिजन कमरे में पहुचे तो छात्र फांसी के फंदे पर लटका हुआ था।
आपको बता दें कि पांच मई को सीबीएसई बोर्ड का हाईस्कूल का रिजल्ट आना है। रिजल्ट आने से पहले ही छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
ये भी देखें : आज रात शनिदेव करेंगे सबकी इच्छा पूरी चाहे हो व्यापारी, रोगी या फिर धनाभिलाषी
मृतक छात्र के परिजनों के मुताबिक पांच मई को रिजल्ट आना था। छात्र गौरव को फेल होने का डर था। उसने सुसाइड नोट में लिखा है कि डिप्रेशन के चलते उसने आत्महत्या कर ली।
एसपी एस चिनप्पा ने पैरेंट्स से अपील की है कि वह बच्चों पर पढ़ाई को लेकर किसी तरह का दबाव न बनायें। बच्चों का रिजल्ट जैसा भी आए उनको प्रोत्साहित करने की जरूरत है। बच्चे डर की वजह से ऐसे कदम उठा लेते है। एसपी का कहना है कि छात्र के आत्महत्या के मामले मे जांच की जा रही है।