Atiq Ahmad: कई बीमारियों से ग्रसित है माफिया अतीक, 24 घंटे में खाता है मुट्ठीभर गोलियां!
Atiq Ahmad: दवाइयों के दम पर जिंदा है माफिया अतीक अहमद, डायबिटीज, हाइपरटेंशन, बीपी समेत उसे कई अन्य गंभीर बीमारियां हैं, जिसके कारण उसे कई दवाइयां लेनी पड़ती है।
Atiq Ahmad: एक महीने से लगाचार चर्चा में रहा 100 से अधिक मुकदमों तले दबा माफिया अतीक अहमद दवाइओं के दम पर जिंदा है। डायबिटीज, हाइपरटेंशन, बीपी समेत उसे कई अन्य गंभीर बीमारियां हैं, जिसके कारण उसे एक दिन में कई दवाइयां लेनी पड़ती है। कभी-कभी उसे एक दिन में 60 गोलियां तक भी खानी पड़ती हैं। साबरमती जेल से जब माफिया अतीक अहमद को यूपी ले जाया गया था तो रास्ते में उसकी शारीरिक कमजोरी झलकी थी। चार साल से गुजरात के अहमदाबाद की साबरमती जेल में बंद अतीक को काफी ज्यादा दवाइयां लेनी पड़ती हैं।
इतना महंगा पड़ेगा कि जिंदगी तबाह हो जाएगी-
जानकारी के अनुसार वह हाई सिक्योरिटी बैरक के अकेलेपन और परिवार के साथ खुद की चिंता में रहता है। यही उसके तनाव के बड़े कारण हैं। इसके चलते उसका स्वास्थ्य भी खराब हो चुका है। वह ज्यादातर समय सोने और कुछ पढ़ने में व्यतीत करता है। 60 साल की उम्र पूरी कर चुके माफिया अतीक की मुश्किलें आने वाले दिनों में और बढ़ सकती हैं, क्यों उमेश पाल हत्याकांड समेत कई मामलों की सुनवाई कोर्ट में चल रही है। चार बार के विधायक और एक बार लोकसभा सांसद रहे अतीक ने कभी सोचा नहीं होगा कि उसे राजू पाल की हत्याकांड करना इतना महंगा पड़ेगा कि उसकी जिंदगी तबाह हो जाएगी।
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अतीक को लगा था झटका
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 26 मार्च को जब यूपी पुलिस अतीक को लेने के लिए अहमदाबाद के साबरमती जेल पहुंची थी, तो जेल प्रशासन के साथ अतीक को बड़ा झटका लगा था। न तो जेल प्रशासन को यूपी पुलिस के आने की कोई सूचना थी और न ही अतीक अहमद को कोई ऐसा अनुमान था कि यूपी पुलिस एकदम से उसे लेने आ जाएगी। सूत्र बताते हैं कि यूपी पुलिस के अचानक पहुंचने के चलते ही कागजी कार्रवाई में समय लगा था। इससे बाद जेल प्रशासन को हाई सिक्योरिटी बैरक से अतीक अहमद को निकालने और उसे मानसिक तौर तैयार करने में काफी समय लगा था। एक साथ कई बीमारियों से ग्रसित अतीक अहमद ने पहली बार में तो जेल से निकलने से इनकार कर दिया था, लेकिन बाद में अधिकारियों के समझाने पर वह किसी तरह तैयार हुआ था।
24 घंटे रहती है माफिया की निगरानी
एक साथ कई बीमारियों से लड़ रहे माफिया अतीक का साबरमती जेल में नियमानुसार और जरूरत पड़ने पर चेकअप किया जाता है। अतीक को सबसे ज्यादा दिक्कत अकेलेपन और तनाव से है। इसके चलते कई बार उसका ब्लड प्रेशर बिगड़ जाता है। सूत्र की मानें तो जेल में उसकी गहन निगरानी रखी जाती है, ताकि जेल नियमों के अनुसार उसकी सुरक्षा सुनिश्चित रहे। जेल में उसे सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार ही रखा जाता है। इसके अतरिक्त उसे कोई विशेष छूट नहीं दी जाती है, बल्कि उसकी सुरक्षा जेल प्रशासन के लिए हमेशा बड़ी चुनौती रहती है। इसीलिए उसे आईसोलेटेड हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है, जहां से उसका बाहर मूवमेंट नहीं होता है। उसे आवश्यकता पड़ने पर विभिन्न मामलों की सुनवाई के दौरान बैरक से कनेक्ट कर दिया जाता है। जेल प्रशासन माफिया को लेकर काफी सतर्क रहता है।
जेल में बदलाव करना आसान नहीं?
माफिया डान अतीक अहमद को प्रयागराज की एमपी एमएलए कोर्ट के फैसले के बाद फिर अहमदाबाद के साबरमती जेल लाया जा रहा है। प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या के बाद से ही अतीक अहमद लगातार चर्चा में चल रहा है। अतीक अहमद कोर्ट की इस पेशी को शायद ही अपनी जिंदगी में कभी भूल पाए। जब वह साबरमती जेल से निकला तो उसके मन में शंका थी की अब लौटने पर उम्रकैद की सजा है। अब यहां यह सवाल उठ रहा है कि अतीक अहमद को कितने दिनों तक साबरमती जेल में रहना पड़ेगा? इस सवाल का जवाब है कि जब तक कोई अदालत उसके जेल ट्रांसफर पर फैसला नहीं कर देती है तब तक उसका ठिकाना गुजरात की साबरमती जेल ही होगी।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद माफिया अतीक अहमद को यूपी से अहमदाबाद की सेंट्रल जेल में जून, 2019 में शिफ्ट किया गया था। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के साथ अतीक अहमद का स्वास्थ्य भी एक बड़ा कारण है, जिसके चलते फिलहाल उसकी जेल में बदलाव करना आसान नहीं दिखता है।