स्वामी स्वरूपानंद बोले- नोटबंदी पूरी तरह विफल, ना RSS और ना कोई सरकार बनाएगी राम मंदिर

स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी का नोटबंदी का फैसला पूरी तरह से विफल हो गया है। नोट बंदी से ना तो आतंकवाद रुका और ना ही भ्रष्टाचार खत्म हुआ है।

Update: 2017-01-04 11:54 GMT

वाराणसी: शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने बुधवार (4 जनवरी) को नोटबंदी और राममंदिर के मुद्दे पर नाराजगी जाहिर की। स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी का नोटबंदी का फैसला पूरी तरह से विफल हो गया है। नोटबंदी से ना तो आतंकवाद रुका और ना ही भ्रष्टाचार खत्म हुआ है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राम मंदिर ना तो कोई सरकार और ना ही आरएसएस बना सकता है।

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नोटबंदी का मकसद नहीं हुआ पूरा

-स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि आज भी रोज बॉर्डर पर हमारे जवान मारे जा रहे हैं।

-नकली नोट आज भी छापे जा रहे है।

-8 नवंबर की आधी रात के बाद 500 और 1,000 रुपए के पुराने नोट को कागज का टुकड़ा बना दिया है।

-उन्होंने कहा कि नोटबंदी का फैसला जिस मकसद से लिया गया, वह पूरा नहीं हुआ।

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ना तो कोई सरकार, ना ही आरएसएस बना सकता है राम मंदिर

-स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि राम मंदिर कोई सरकार नहीं बना सकती है।

-ऐसा इसलिए क्योंकि कोई भी पॉलिटिकल पार्टी सरकार बनाने के बाद धर्मनिरपेक्ष हो जाती है।

-धर्मनिरपेक्ष सरकार मंदिर कैसे बना सकती है।

-उन्होंने कहा कि आरएसएस के लोग राम मंदिर बनाने की बात कर रहे हैं।

-लेकिन आरएसएस भी यह काम नहीं कर सकता है।

-ऐसा इसलिए क्योंकि आरएसएस धार्मिक संस्था नहीं बल्कि सामाजिक संस्था है।

-उन्होंने कहा कि सनातन धर्मियो की इच्छा है कि राम लल्ला का मंदिर बने।

-अभी जो कोर्ट का फैसला है वह भी राम लल्ला के पक्ष में है इसलिए राम लल्ला का ही मंदिर बनना चाहिए।

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