Purvanchal University News: पूर्वांचल विश्वविद्यालय नववर्ष उत्सव, वीसी वंदना सिंह का विकास के लिए सामूहिक प्रयासों पर जोर
Purvanchal University News: वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में नव वर्ष के शुभ अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन शुक्रवार को इंडोर स्टेडियम में किया गया। इस कार्यक्रम में कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने शिक्षकों, अधिकारियों और कर्मचारियों को नव वर्ष की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं।;
Purvanchal University News: वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में नव वर्ष के शुभ अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन शुक्रवार को इंडोर स्टेडियम में किया गया। इस कार्यक्रम में कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने शिक्षकों, अधिकारियों और कर्मचारियों को नव वर्ष की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि नव वर्ष नई उम्मीदों और संकल्पों का प्रतीक है। यह समय है, जब हम अपने पूर्ववर्ती कार्यों का मूल्यांकन करते हुए भविष्य की दिशा में ठोस कदम उठाएं। कुलपति ने विश्वविद्यालय को उत्कृष्ट शिक्षा, अनुसंधान और नवाचार का केंद्र बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की प्रगति में हर शिक्षक, अधिकारी और कर्मचारी अहम भूमिका निभाता है। उनके सामूहिक प्रयास ही संस्थान को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा सकते हैं।
कुलसचिव महेंद्र कुमार ने सकारात्मक दृष्टिकोण और ईमानदारी के साथ दायित्व निभाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि टीम भावना से ही विश्वविद्यालय को नए और बेहतर रूप में ढाला जा सकता है। ऐसे में अपने नजरियों को सकारात्मक बनाने की जरूरत है। वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के विकास के लिए नई ऊर्जा और सोच के साथ आगे बढ़ने की आवश्यकता है। कार्यक्रम में शिक्षकों और कर्मचारियों ने भी अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम का संचालन डॉ. राजेश सिंह, स्वागत राजनारायण सिंह ने किया।
इस अवसर पर प्रो अविनाश पार्थीडेकर, प्रो. वीडी शर्मा, प्रो. मनोज मिश्र, प्रोफेसर देवराज सिंह, प्रो. प्रमोद यादव, प्रो. रामनारायण, प्रो. अशोक कुमार श्रीवास्तव, प्रो. संदीप सिंह, प्रो. संतोष कुमार, प्रो. राजेश शर्मा, उप रजिस्ट्रार अमृत लाल, बबिता सिंह, कर्मचारी संघ अध्यक्ष नंदकिशोर सिंह, महामंत्री रमेश कुमार यादव, स्वतंत्र कुमार, श्यामजी त्रिपाठी, डा. पीके कौशिक, सुशील प्रजापति आदि ने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर डॉ अमरेंद्र सिंह, डॉ. रसिकेश, डॉ. मनीष प्रताप सिंह, डॉ. प्रवीण सिंह समेत शिक्षक और कर्मचारीगण शामिल थे।