लॉकडाउन के दौरान भी चालू हैं ये कारखाने, इन आवश्यक वस्तुओं का हो रहा उत्पादन
विभाग द्वारा कार्मिकों श्रमिकों के वेतन भुगतान हेतु कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने बताया कि आवश्यक वस्तुएं बनाने वाली जिन 3944 इकाइयों को चालू कराने का निर्णय लिया गया है, उनमें अब तक 3382 इकाइयों में कार्य शुरू हो गया है।
लखनऊ: देश व प्रदेश में भले ही लॉकडाउन हो पर तेल आटा और सेनेटाइजर बनाने वाली कई मिलों में लगातार काम चल रहा है। जो यूनिट बंद थी उन्हे चालू कराकर उनमें उत्पादन करवाने का काम शुरू हो चुका है और जो बंद हैं उनमें जल्द ही काम शुरू किया जाएगा।
विभाग द्वारा कार्मिकों श्रमिकों के वेतन भुगतान हेतु कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने बताया कि आवश्यक वस्तुएं बनाने वाली जिन 3944 इकाइयों को चालू कराने का निर्णय लिया गया है, उनमें अब तक 3382 इकाइयों में कार्य शुरू हो गया है। शेष इकाइयों के कर्मियों को पास जारी कराते हुए शीघ्र इनकों भी शुरू करा दिया जायेगा।
तेल मिल इकाइयों का संचालन शुरू
प्रमुख सचिव डा नवनीत सहगल ने बताया कि प्रदेश में अब तक 620 फ्लोर मिलेंध्आटा चक्कियां चल रही हैं, जो बंद हैं उनको जल्द से जल्द चालू कराने का प्रयास किया जा रहा है। 339 तेल मिल इकाइयों का संचालन शुरू हो चुका है, जो मिलें कच्चा माल आदि के कारण बंद हैं, उनको यथाशीघ्र चालू कराये जाने के प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि 253 दाल मिल इकाइयों से सम्पर्क किया जा चुका है, इनमें से 150 इकाइयों का संचालन हो रहा है, शेष मिलें जल्द ही शुरू हो जायेंगी।
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सेनिटाईजर बनाने वाली कुल 99 इकाइयां चालू
डा. सहगल ने बताया कि सेनिटाईजर बनाने वाली 59 इकाइयां क्रियाशील हैं। इसके अतिरिक्त 40 नई इकाइयों को आवश्यक स्वीकृति के पश्चात क्रियाशील कराया जा चुका है। इसी प्रकार वर्तमान में सेनिटाईजर बनाने वाली कुल 99 इकाइयां चालू हो चुकी है।
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उन्होंने बताया कि प्रदेश में मेडिकल इक्यूपमेंट एवं दवाइयों के निर्माण से संबंधित 452 इकाइयों में से 410 इकाइयां उत्पादनरत् है, शेष इकाइयों के यथाशीघ्र संचालन के प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि मेडिकल इक्यूपमेंट एवं दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए प्रदेश में 61 नये ड्रग लाइसेंस जारी कराये गये हैं।