ये बागी बिगाड़ सकते है आप का खेल, मुश्किल में केजरीवाल

दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने अपने मौजूदा 45 विधायकों को मैदान में उतारा है तो 16 विधायकों के टिकट काट दिए हैं। साथ ही केजरीवाल ने अपने चार...

Update: 2020-01-22 09:46 GMT

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने अपने मौजूदा 45 विधायकों को मैदान में उतारा है तो 16 विधायकों के टिकट काट दिए हैं। साथ ही केजरीवाल ने अपने चार बागी विधायकों को दोबारा मौका नहीं दिया है। आप ने जिन विधायकों को टिकट नहीं दिए उनमें से कई विधायकों ने दूसरे दलों से ताल ठोक दी है। ऐसे में दिल्ली की कई सीटों पर आप उम्मीदवारों को अपने ही बागियों से दो-दो हाथ करना पड़ रहा है।

चार बागी विधायकों ने बीजेपी का दामन थामा था

आम आदमी पार्टी के दो बागी विधायकों को बीजेपी ने मैदान में उतारा है तो दो कांग्रेस से चुनावी ताल ठोक रहे हैं। आप के चार बागी विधायकों ने बीजेपी का दामन थामा था, जिनमें से कपिल मिश्रा को बीजेपी ने मॉडल टाउन सीट से मैदान में उतारा है। हालांकि कपिल मिश्रा 2015 में करावल नगर से विधायक चुने गए थे।

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इसके अलावा आप के बागी विधायक अनिल वाजपेयी को बीजेपी ने गांधी नगर सीट से प्रत्याशी बनाया है। वहीं, देवेंद्र सेहरावत और वेद प्रकाश को बीजेपी ने टिकट नहीं दिया जबकि इन दोनों ने AAP छोड़कर कमल को थामा था। हालांकि वेद प्रकाश विधायक पद से इस्तीफा देकर बवाना सीट पर उपचुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन जीत नहीं सके थे। इस बार पार्टी ने उन्हें प्रत्याशी नहीं बनाया है।

कांग्रेस से आप के दो विधायक लड़ रहे चुनाव

बीजेपी की तरह कांग्रेस ने भी आप के दो बागियों को टिकट दिया है। कांग्रेस पार्टी ने आप की बागी अलका लांबा को चांदनी चौक से विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी बनाया है और आदर्श शास्त्री को द्वारका सीट से मैदान में उतारा है। लांबा ने काफी समय से बागी रुख अख्तियार किया था जबकि आदर्श शास्त्री का टिकट केजरीवाल ने काटकर महाबल मिश्रा के बेटे विनय मिश्रा को दिया है। इसके चलते आदर्श शास्त्री कांग्रेस ज्वाइन कर मैदान में उतरे हैं।

सुरेंद्र सिंह एनसीपी से तो एनडी शर्मा बसपा से

दिल्ली कैंट से आप विधायक सुरेंद्र सिंह का टिकट केजरीवाल ने काट दिया था। इसके चलते सुरेंद्र सिंह ने नामांकन के आखिरी दिन मंगलवार को आप से इस्तीफा देकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) का टिकट लेकर चुनावी मैदान में ताल ठोक दी है। हालांकि AAP के संजय सिंह जब डैमेज कन्ट्रोल में जुटे थे, उस समय सुरेंद्र सिंह को प्रेस कॉन्फ्रेंस में साथ बैठकर संदेश दिया था कि वह नाराज नहीं है।

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दिल्ली की बदरपुर सीट से विधायक रहे एनडी शर्मा का आप ने टिकट काट दिया है, जिसके बाद उन्होंने बसपा का दामन थाम लिया। बसपा ने एनडी शर्मा को बदरपुर सीट से मैदान में उतारा है। एनडी शर्मा ने टिकट कटने पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया पर 10 करोड़ रुपये लेकर टिकट बेचने का आरोप लगाया था।

दो विधायकों ने निर्दलीय भरा पर्चा

आप ने हरि नगर सीट से विधायक जगदीप सिंह का टिकट काटकर राजकुमारी ढिल्लन को मैदान में उतारा है। इसके चलते जगदीप सिंह निर्दलीय नामांकन करके चुनावी मैदान में उतर गए हैं। इस सीट पर कांग्रेस ने सुरेंद्र सेतिया और बीजेपी ने तजिंदर सिंह बग्गा को अपना प्रत्याशी बनाया है। ऐसे ही सीलमुर सीट से विधायक हाजी मोहम्मद इशराक का टिकट काट दिया है। इसके चलते हाजी इशराक निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरे हैं।

बता दें कि 2015 में आम आदमी पार्टी ने 67 सीटें जीतकर सत्ता के सिंहासन पर अरविंद केजरीवाल विराजमान हुए थे। 2017 में राजौरी गार्डन सीट से आप के विधायक जनरैल सिंह ने इस्तीफा दे दिया था। इस सीट पर उपचुनाव हुए तो बीजेपी इसे जीतने में कामयाब रही थी। इसके अलावा 5 विधायकों ने बागी रुख अख्तियार कर लिया था, जिनमें से वेद प्रकाश ने आप छोड़कर बीजेपी ज्वाइन कर ली थी। इसके चलते उनकी सदस्यता खत्म हो गई थी और बवाना सीट पर उपचुनाव हुए थे।

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