Lucknow News: एचएमपीवी संक्रमण की रिपोर्ट निगेटिव, अब अन्य बीमारियों से हुई महिला की मौत
Lucknow News: लखनऊ की पहली एचएमपीवी संक्रमित महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई है। महिला की रिपोर्ट 10 जनवरी को निगेटिव आ गई थी।;
Lucknow News file photo (social media)
Lucknow News: लखनऊ में बीते दिनों HMPV से संक्रमित यूपी की पहली महिला मिलने का मामला सामने आया था, जिसे लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल की ओर से दोबारा हुई जांच में उस बुजुर्ग महिला की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली। लेकिन अब बलरामपुर अस्पताल में भर्ती बुजुर्ग महिला आशा शर्मा की मौत हो गई है। बलरामपुर अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक, बुजुर्ग महिला को टीबी की बीमारी थी। शुगर बीपी और किडनी से भी जुड़ी परेशानी थी।
शुगर, बीपी समेत अन्य बीमारियों से जूझ रही थी महिला
अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि बुजुर्ग महिला को टीबी की बीमारी होने के साथ साथ शुगर, बीपी और किडनी से भी जुड़ी कई परेशानियां थीं। अस्पताल में भर्ती होने के दौरान बुजुर्ग महिला को किडनी डायलिसिस पर भी रखा गया था। आइसोलेशन वार्ड में एक्सपर्ट चिकित्सकों की निगरानी में उसका इलाज चल रहा था पर उसकी हालत लगातार बिगड़ती ही जा रही थी।
देर रात हालत बिगड़ने पर ICU में किया गया था शिफ्ट
बताया जाता है कि बलरामपुर अस्पताल में डॉ. एके गुप्ता और डॉ. विष्णु की निगरानी में महिला का इलाज चल रहा था। अस्पताल 11 नंबर आइसोलेशन वॉर्ड में उसे भर्ती किया गया था। इसी बीच सोमवार-मंगलवार की देर रात लगभग डेढ़ बजे के करीब बुजुर्ग महिला की हालत बेहद गंभीर होने पर ICU वॉर्ड में शिफ्ट किया गया। वहीं, मंगलवार को दिन में उसकी मौत हो गई।
महिला की पहली जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद किया गया था भर्ती
दरअसल, लखनऊ के राजेंद्रनगर की रहने वाली करीब 60 वर्षीय महिला ऊषा शर्मा को बुखार और खांसी आने के साथ साथ सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। महिला ने लखनऊ के चरक अस्पताल में दिखाया, जहां से प्राइवेट अस्पताल के महिला को HMPV का पॉजिटिव बताकर KGMU भेज दिया और फिर वहां से महिला को बलरामपुर अस्पताल रेफर कर दिया गया। बलरामपुर अस्पताल की ओर से प्राइवेट अस्पताल की रिपोर्ट को मान्य न करते हुए महिला के सैम्पल दोबारा से जांच के लिए भेजे गए। नई जांच रिपोर्ट बीते सप्ताह शुक्रवार को आई, जिसमें महिला की HMPV रिपोर्ट नेगेटिव आयी थी।