डायरिया से 3 की मौत, दर्जनों बीमार, निजी अस्पताल में हो रहा सभी मरीजों का उपचार
डायरिया से 3 लोगों की मौत हो गई, जबकि दर्जनों लोग बीमार चल रहे हैं। मृतक और सभी बीमार एक ही गांव के रहने वाले हैं। बीमारों को उपचार के लिए पास के ही एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनकी हालत चिन्ताजनक बनी हुई है।
आजमगढ़ : डायरिया से 3 लोगों की मौत हो गई, जबकि दर्जनों लोग बीमार चल रहे हैं। मृतक और सभी बीमार एक ही गांव के रहने वाले हैं। बीमारों को उपचार के लिए पास के ही एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनकी हालत चिन्ताजनक बनी हुई है।
रोग के रोकथाम के लिए प्रशासन की ओर से अभी तक कोई मुकम्मल व्यवस्था नहीं की गई है। इसे लेकर आम आदमी में काफी गुस्सा है। यह डायरिया जहानागंज विकास खण्ड के नवापुर खालसा गांव में फैला हुआ है।
दर्जनों अभी भी बीमार
डायरिया की चपेट में इस गांव के आने के बाद सभी ने पहले अपने परिजनों को नजदीक के एक निजी अस्पताल पहुंचाया। वहां उपचार के दौरान 3 की मौत हो गई, जबकि दर्जनों अभी बीमार हैं। गांव के लोगों ने संबंधित प्रशासन को भी इस बाबत अवगत कराया बावजूद इसके कोई कार्यवाही नहीं हो सकी।
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स्वच्छ पेयजल के लिए तरस रहे लोग
जहानागंज इलाके के नवापुर खालसा गांव में डायरिया गंदगी की वजह से फैली। बावजूद इसके अभी तक गंदगी को दूर करने का कोई प्रबंध नहीं किया गया है। 135 घर की आबादी वाले नवापुर खालसा गांव में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए महज एक हैंडपंप हैं। यह हैंडपंप भी अधिकतर खराब ही रहते हैं। जो हैण्डपम्प सही भी हैं उनसे गंदा पानी आ रहा है। इन स्थितियों के बीच इस गांव के लोग स्वच्छ पेयजल के लिए तरस जा रहे हैं।
इस कारण फैल रहा डायरिया
इस गांव का गंदा पानी नाली के जरिए गांव की ही एक पोखरी में बहाया जा रहा है। नाली की सफाई न होने की वजह से यह नाली जगह-जगह टूट गयी है और गंदा पानी पूरे गांव में बजबजा रहा है। ऐसी स्थिति में दुर्गन्ध से लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। बावजूद इसके लोगों की मजबूरी यह है कि लोग इसी दुर्गन्ध से होकर आ-जा रहे हैं। जिस पोखरी में यह नाला गिरता है वह पोखरी पानी से पूरी तरह से भर गई है। इसके अलावा इस पोखरी में गांव का कचरा भी फेंका जाता है। ऐसे में यह पोखरी भी पूरी तरह से दुर्गन्धयुक्त है। यही वजह है कि इस गांव के लोग डायरिया की चपेट में आए और लगातार बीमार होते ही जा रहे हैं।
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लोगों में गुस्सा
डायरिया की चपेट में आए नवापुर खालसा गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम तो पहुंच गई है लेकिन जो भी बचाव कार्य किए जा रहे हैं उसे पूरी तरह से कागजी ही कहा जा सकता है। इस गांव में डायरिया की चपेट में आने से 3 जिंदगियां खत्म हो गई। साथ ही कई जिन्दगियां झोला छाप डॉक्टर के निजी अस्पताल में जीवन-मृत्यु के बीच संघर्ष कर रही हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में चन्द स्थानों पर दवा का छिड़काव करके राहत कार्य किए जाने का ढिंढोरा पीट रही है। इसके विपरीत अभी तक बीमारों को किसी सरकारी अस्पताल तक नहीं पहुंचाया गया और न ही उनके दवा-इलाज की समुचित व्यवस्था ही की गई। इसे लेकर लोगों में काफी गुस्सा है।