Triple Talaq: सख्त कानून के बावजूद नहीं थम रहे तीन तलाक के मामले, लखनऊ और बरेली की दो पीड़िताओं ने दर्ज कराई शिकायत

Triple Talaq: राजधानी लखनऊ और बरेली से तीन तलाक के एक – एक मामले सामने आए। जिसमें पीड़ित मुस्लिम महिलाओं ने अपने शौहर पर तीन तलाक देकर

Update:2023-05-03 20:01 IST
सांकेतिक तस्वीर ( सोशल मीडिया)

Triple Talaq: देश में तीन तलाक के खिलाफ सख्त कानून बने 4 साल होने को है। लेकिन, फिर भी लगातार नए मामले सामने आ रहे हैं। हर रोज इसकी शिकार मुस्लिम महिलाएं पुलिस और मीडिया के सामने इंसाफ की गुहार लगाती नजर आ जाती हैं। मंगलवार को राजधानी लखनऊ और बरेली से तीन तलाक के एक – एक मामले सामने आए। जिसमें पीड़ित मुस्लिम महिलाओं ने अपने शौहर पर तीन तलाक देकर छोड़ने का आरोप लगाया।

लखनऊ में दहेज में मिले मकान के लिए दिया तीन तलाक

लखनऊ के मेहंदी टोला की रहने वाली सायमा अंसारी को उसके शौहर ने केवल इसलिए तलाक दे दिया क्योंकि दहेज में मिले मकान की रजिस्ट्री उसके नाम थी। ससुराल वाले चाहते थे कि सायमा उस मकान की रजिस्ट्री अपने शौहर के नाम कर दे, जिसके लिए वो तैयार नहीं हुईं। जिससे नाराज होकर उसके पति और ननदों ने उसे जमकर पीटा। पीटने के बाद उसके पति कलीम ने तीन तलाक देकर उसे छोड़ दिया।

सायमा ने अपनी शिकायत में बताया कि साल 2017 में उसकी शादी बनारसी टोला में रहने वाले कलीम के साथ हुई थी। दहेज में घरवालों ने उसे खदरा इलाके में एक मकान दिया था, जो उसी के नाम पर था। शादी के बाद सायमा अपने पति और दो ननद के साथ यहीं रहती थी। आरोप है कि कुछ दिनों से पति और ननद मकान की रजिस्ट्री कराने का दवाब बना रहे थे। अलीगंज पुलिस ने पीड़िता की तहरीर पर पति, ननद और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

बरेली में तीन तलाक और हलाला का मामला

मंगलवार को बरेली से भी तीन तलाक का एक मामले सामने आया है। यहां के बारादरी क्षेत्र की एक युवती ने अपने शौहर पर जबरन निकाह करने फिर दो बार तलाक देने और अलग-अलग लोगों से हलाला कराने का आरोप लगाया है। पीड़िता ने इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। युवती का आरोप है कि जब वो नाबालिग थी, तभी उसके पड़ोसी ने रेप किया। परिजनों को बताया तो उसे चुप करा दिया गया।
कुछ दिन बाद आरोपी युवक जबरन उसे नोएडा ले गया, जहां उसे बंधक बनाकर उसका कई बार रेप किया। इस दौरान गर्भ धारण करने पर उसका गर्भपात भी कराया गया। एक मौलाना को बुलाकर उसने जबरन निकाह कर लिया। उसके बाद उसे बरेली लेकर आ गया। तीन महीने तक सकलैन नगर में रहने के बाद तीन तलाक देकर उसे भगा दिया। युवती के परिजनों ने आरोपी से बात की तो वह दोबारा रखऩे के लिए तैयार हो गया। इस दौरान एक व्यक्ति के साथ उसने हलाला कराया। पीड़िता जब दूसरी बार गर्भवती हुई तो फिर से उसका गर्भपात कराया गया और तीन तलाक देकर भगा दिया। इसके बाद फिर उसने अपना साथ रखऩे के लिए उसका अपने एक दोस्त के साथ हलाला करवाया।

कब आया था तीन तलाक पर कानून?

बता दें कि 1 अगस्त 2019 को देश में तीन तलाक के खिलाफ सख्त कानून लागू हो गया था। केंद्र सरकार का दावा है कि इस कानून के बनने के बाद 80 फीसदी मामलों में गिरावट आई है। हालांकि, मुस्लिम संगठन सरकार के इन आंकड़ों पर सवाल उठाते रहे हैं। कुछ मुस्लिम संगठनों का कहना है कि कानून के बन जाने के बाद महिलाओं का उत्पीड़न घटने के बजाय और बढ़ गया है।

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