शारिब जाफरी
लखनऊ: त्रिपुरा में लेनिन, पश्चिम बंगाल में श्यामा प्रसाद मुखर्जी, तमिलनाडु में पेरियार, मेरठ में डॉ भीमराव अम्बेडकर और केरल के कन्नूर में महात्मा गांधी की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाये जाने बाद देश भर में तीखी प्रतिक्रिया हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसा करने वालों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। प्रधानमंत्री के अलावा गृह मंत्रालय ने भी इस मामले में सख्ती हिदायत दी है।
गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को इस प्रकार के मामले से सख्ती से निपटने की बात कही है। जिस के बाद यूपी में भी एलर्ट जारी किया गया है और शरारती तत्वों से सख्ती से निपटने को कहा गया है। देश भर में मूर्तियों की सुरक्षा के लिए इन्तेज़ामात करने के निर्देश जारी किये गए हैं।
मूर्ति तोड़े जाने पर समय और परिस्थिति के हिसाब से धारा घटाई व बढ़ाई जाती है। नियम के अनुसार धारा 427 (संपत्ति को नुकसान पहुंचाने), दफा 153 (साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाडऩे व ताना बाना खराब करने), दफा 188 (बवाल व हिंसा फैलाने के मकसद से कृत्य करने), दफा 295 (सरकारी संपत्ति को जानबूझ कर नुकसान पहुंचाने) के अलावा विशेष परिस्थितियों में एससी / एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया जा सकता है। एससी / एसटी के तहत तभी केस दर्ज किया जाता है जब किसी दलित की मूर्ति गिराए जाने के समय जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किया गया हो। धारा 153 में अधिक से अधिक सात साल तक सजा का प्रावधान है।
सख्ती से निपटेंगे - यूपी पुलिस
सरदार पटेल की होगी दुनिया की सब से ऊंची मूर्ति
प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक गुजरात के नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर बांध से जुड़े नदी इलाके में स्टेच्यू ऑफ यूनिटी सरदार बल्लभ भाई पटेल की मूर्ति दुनिया में लगी मूर्तियों में सब से ऊँची होगी। स्टैचू आफ यूनिटी के नाम से बन रही सरदार पटेल की मूर्ति की ऊंचाई 182 मीटर ऊँची होगी। 3 हज़ार करोड़ में बन कर तैयार होने वाली मूर्ति को गुजरात में नर्वदा में लगाया जा रहा है। पर्यटन को बढ़ावा देने के मक़सद से इस पूरे इलाक़े को डेवलप किया जाएगा। 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयन्ती के मौके पर प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी भव्य कार्यक्रम में मूर्ति का अनावरण करेंगे।