Environment Conclave: पर्यावरण के बदलावों पर दो दिन मंथन करेंगे विशेषज्ञ

Environment Conclave: लखनऊ के इंदिरा गाँधी प्रतिष्ठान में दो दिवसीय नैशनल क्लाइमट कांक्लेव का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने पर्यावरण पर होने वाले बदलावों पर मंथन करा। यह कांक्लेव पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा आयोजित की गई है।

Update:2023-04-10 23:16 IST
National Climate Conclave (Photo-Social Media)

Environment Conclave: जलवायु परिवर्तन की समस्या को गंभीरता से लेना आवश्यक है और वातावरण को प्रभावित कर रहे मानवीय गतिविधियां जो वातावरण को खराब करने में योगदान दे रहे हैं, उनको नियंत्रित करना महत्वपूर्ण है। सरकार के साथ ही साथ हमें भी जलवायु परिवर्तन पर रोकथाम के लिए प्रयास करना चाहिए। इस उद्देश को पूर्ण करने के लिए इस पर्यावरण संरक्षण कांक्लेव का आयोजन किया गया है।

लखनऊ के इंदिरा गाँधी प्रतिष्ठान में दो दिवसीय नैशनल क्लाइमट कांक्लेव का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने पर्यावरण पर होने वाले बदलावों पर मंथन करा। यह कांक्लेव पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा आयोजित की गई है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि

पर्यावरण के लिए कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कॉन्क्लेव का उद्घाटन किया। कार्यक्रम के उद्घाटन में योगी आदित्यनाथ कहते हैं “कुछ वर्षों से पर्यावरण अधिक बदलाव दिख रहे है। असमय वर्षा हो रही है। अक्टूबर के महीने में कहा वर्षा न के बराबर होती थी उस समय बाढ़ की स्थिती पैदा हो गयी हैं। समाज के सभी लोगों के प्रयास से इस पर्यावरण संरक्षण के तहत सभी को कार्य कर पर्यावरण संरक्षण करना है। सभी के प्रयासों जनसंख्या के बराबर वन्य भूभाग का बँटवारा करना होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा सरकार के सफल प्रयासों से उत्तर प्रदेश में 135 करोड़ पेड़ लगाए जा चुके है। इस वर्ष जुलाई के प्रथम सप्ताह में 35 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य तय किया गया है।”

केंद्रीय पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कहते है “जलवायु एवं प्रकृति के मुददे को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है। पर्यावरण संरक्षण के लिए बिजली संचालित इलेक्ट्रिक व्हीकल लॉन्च हुई है जिससे प्रदूषण मुक्त पर्यावरण बन सके। सामान्य पर्यावरण संतुलन अपनाने की आवश्यकता है। समाज के सभी लोगों के सफल प्रयास हो से सब मिलकर पर्यावरण संरक्षण और सुरक्षा के उद्देश्य को जल्द पूरा कर सकेंगे।”

कनपुरिया सौरभ के वीडियो से हुआ कांक्लेव का आगाज़

इस दूध वसीय पर्यावरण कॉन्क्लेव का आगाज कनपुरिया सौरभ के वीडियो से किया गया । पर्यावरण जैसे गम्भीर विषय पर राष्ट्रीय सम्मेलन की शुरुआत खालिस कनपुरिया की गुदगुदी से हुई। मेक जोक ऑफ कॉमेडी वीडियो सीरीज बनाने वाले सौरभ से इस कांक्लेव के लिए दो ख़ास टीज़र बनवाए गए है। ये वीडियो टीज़र हँसाते हुए पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरूक करते है।

पर्यावरण कांक्लेव में आयोजित कार्यक्रम

पर्यावरण कांक्लेव में 20 तकनीकी सेशन मेन कार्यक्रम में और स्पाट्लायट इवेंट में 9 सेशन आयोजित किए जाएँगे। मुख्य कार्यक्रम में जलवायु को स्थानीयकृत और उसके संरक्षण के लिए ग्रीन क्लाइमेट फंड और पर्यावरण संरक्षण के लिए अन्य फंड पर चर्चा करी गयी। तकनीकी चर्चा के अंतर्गत स्थानीय स्तर पर बदलाव लाकर पर्यावरण को संरक्षित करने के विषय पर चर्चा करी गयी।
कार्यक्रम में आगे पर्यावरण संरक्षण के मूल्यों और उद्देश्यों को वास्तविक तौर पर लागू करने के लिए सभी पर्यावरणविदों के साथ चर्चा होगी। समाजसेवी, मीडियाकर्मी, नेताओं और सभी कार्यालयों का समाज के पर्यावरण संरक्षण में योगदान देखा गया।

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज के सभी सदस्यों के साथ मिलकर पर्यावरण संरक्षण, सुरक्षा और वृक्षारोपण को पूर्ण करके समाज को सुरक्षित बनाना है।

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