Umesh Pal Murder Case: उमेश पर पहली गोली चलाने वाला विजय उर्फ उस्मान एनकाउंटर में ढेर, बोले भाजपा नेता 'मिट्टी में मिला दिया'

Umesh Pal Murder Case: बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के अहम गवाह उमेश पाल को उसे दिन पहली गोली इसी आरोपी ने मारी थी।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2023-03-06 01:53 GMT

Umesh Pal Murder Case Shooter Usman Encounter (Image: Social Media)

Umesh Pal Murder Case: उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। इसी कड़ी में पुलिस ने हत्याकांड के दूसरे आरोपी विजय कुमार उर्फ उस्मान चौधरी का एनकाउंटर कर दिया है। जिसमें आरोपी उस्मान जख्मी हो गया थी। उसे घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन इस दौरान ही मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के अहम गवाह उमेश पाल को उस दिन पहली गोली इसी आरोपी ने मारी थी।

एनकाउंटर के बाद भाजपा विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने लिखा कि कहा था न मिट्टी में मिला देंगे। दरअसल, सीएम योगी ने विधानसभा सत्र में कहा था कि माफिया अतीक समेत उमेश पाल के हत्यारों को मिट्टी में मिला देंगे।   


उस्मान ने अस्पताल में दम तोड़ा

पुलिस के साथ मुठभेड़ में गंभीर रूप से जख्मी हुए उस्मान चौधरी को एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने उस्मान का एनकाउंटर प्रयागराज के कौंधियारा इलाके में किया। सीसीटीवी फुटेज में भी उसका चेहरा नजर आया था। पुलिस ने उस्मान पर 50 रूपये का इनाम घोषित किया था। उस्मान जिसका असली नाम विजय था, उसे अतीक अहमद के बेटों ने ही यह नाम दिया था। वह अतीक के गिरोह का बेहद खास शूटर था।

उस्मान के छिपे होने की मिली थी सूचना

प्रयागराज पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस को उस्मान के कौंधियारा के लालपुर इलाके में छिपे होने की गुप्त सूचना मिली थी। जिसके बाद मौके पर पहुंची एसओजी की टीम ने इलाके की घेराबंदी कर दी। पुलिस से घिरने के बाद उस्मान ने फायरिंग करना शुरू कर दिया। पुलिस की ओर से भी जवाबी फायरिंग की गई, जिसमें उस्मान गंभीर रूप से जख्मी हो गया। फिर उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। विजय उर्फ उस्मान लालपुर इलाके का ही रहने वाला था।

उमेश मर्डर केस में पुलिस का दूसरा एनकाउंटर

उमेश पाल मर्डर केस में ये दूसरा आरोपी है, जो पुलिस एनकाउंटर में मारा गया है। इससे पहले पुलिस ने अरबाज नामक एक अन्य आरोपी को ढेर कर दिया था। माफिया अतीक अहमद का करीबी अरबाज के बारे में बताया जाता है कि घटना वाले दिन सफेद रंग की क्रेटा कार को यही चला रहा था। जिससे सभी आरोपी आए थे और बाद में उसी से फरार हो गए थे। बाद में यह गाड़ी अतीक के घर के पास मिली। अरबाज माफिया अतीक अहमद के ड्राइवर के रूप में भी काम कर चुका था।

24 फरवरी को बम और गोलियों से दहला था प्रयागराज

24 फरवरी की शाम प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद के गुर्गों ने जिसमें उसका बेटा असद भी शामिल है, फिल्मी अंदाज में बसपा विधायक राजू पाल मर्डर केस में अहम गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी थी। उस दिन उमेश इसी मामले में कोर्ट की कार्रवाई से छुट्टी मिलने के बाद घर लौटे थे। पाल जैसे ही अपनी कार से बाहर उतरे पहले से ही घात लगाए बैठे अपराधियों ने उनपर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।

गोली चलाने के साथ – साथ घटनास्थल पर बमबाजी भी की गई ताकि दहशत का माहौल कायम हो सके और कोई आस पास फटकने की हिम्मत न करे। इस हमले में उमेश पाल के साथ-साथ उनके दोनों सरकारी गनर भी मारे गए। पुलिस ने इस मामले में उमेश पाल की पत्न की शिकायत पर माफिया अतीक अहमद समेत उसके पांचों बेटे, पत्नी शाइस्ता परवीन और जेल में बंद भाई अशरफ समेत 14 लोगों को नामजद किया है। 

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