UP Assembly Session: विनियोग पारित होने के बाद विधानसभा स्थगित, जानिए आज पूरे दिन क्या हुआ

UP Assembly Adjourned: सदन में ध्वनिमत से उप्र विनियोग विधेयक 2022 (UP Appropriation Bill 2022) को पारित कर दिया गया और सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।

Update: 2022-05-31 14:30 GMT

उत्तर प्रदेश विधानसभा (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

UP Assembly Session: उत्तर प्रदेश विधान सभा में नेता सदन व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने क्षे़त्र विधायक निधि को पांच करोड़ किए जाने की घोषणा की और विधान सभा के अधिकाािरयों व कर्मचारियों का मानदेय एक हजार दिए जाने की भी घोषणा की। सदन में ध्वनिमत से उप्र विनियोग विधेयक 2022 (UP Appropriation Bill 2022) को पारित कर दिया गया और सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।

योजनाएं जाति, मजहब और धर्म के नाम पर नहीं- योगी

बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए नेता सदन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने कहा कि हमारी सरकार में योजनाएं जाति, मजहब और धर्म के नाम पर नहीं बनाई जाति है जबकि सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास को आधार में र खकर योजनाए पर अमल किया जाता है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार (BJP Government) में सबका विकास हुआ है लेकिन तुष्टिकरण नहीं किया गया है। विकास तो सबका होगा लेकिन तुष्टिकरण के लिए कोई जगह इस सरकार में नहीं है। इससे पूर्व सदन में छुट्टा जानवरों के मसले पर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के सदस्यों ने वाकआउट भी किया।

समय को उत्तम बनाता पड़ता है

विधान सभा में मंगलवार को बजट (UP Budget 2022) पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए नेता सदन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (UP CM Yogi Adityanath) ने कहा कि यदि समस्या के बारे में कोई सोचता है तो दस बहाने मिल जाते हैं लेकिन अगर समस्या के समाधान के बारे में सोचा जाए तो दस रास्ते निकल आते हैं। उत्तम समय कभी नहीं आता है समय को उत्तम बनाता पड़ता है। यही फर्क है कि भाजपा समाधान निकाल लेती है और गांव, गरीब, किसान की चिंता करते हुए योजनाओं का क्रियान्वयन कर रही है।

बच्चे मन के सच्चे होते हैं और जो बोला होगा सच होगा

नेता सदन ने पिछली समाजवादी पार्टी सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) द्वारा एक बेसिक शिक्षा के स्कूल के दौरे की घटना का जिक्र करते हुए नेता प्रतिपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि बच्चे मन के सच्चे होते हैं और जो बोला होगा उन्होंने सच ही बोला होगा क्योंकि राहुल गांधी और इनमें ज्यादा फर्क नहीं है। फर्क सिर्फ इतना है कि राहुल गांधी देश के बाहर यूपी की बुराई करते हैं जबकि नेता प्रतिपक्ष यूपी के अंदर ही बुराई करते हैं। उप्र में जो भी विकास हुआ हमने नहीं किया।

प्रति व्यक्ति आय को दोगुना करने में पाई सफलता

इससे पहले समाजवादी पार्टी (SP), बहुजन समाज पार्टी (BSP) और कांग्रेस (Congress) ने लंबे समय तक प्रदेश में शासन किया लेकिन परिणाम नहीं आया क्योंकि आप समस्या पर चिंता करते हैं हम समस्या का समाधान सौचते हैं और करते हैं। हमारी सरकार समाधान पर ज्यादा सोचती है तभी प्रदेश की जनता को केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ पूरी ईमानदारी के साथ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पहले बजट का 8 प्रतिशत हम लोग पुराने ऋणों के देय में खर्च करते थे। अब यह धनराशि 7.6 प्रतिशत रह गई है। इस दौरान हमने प्रति व्यक्ति आय को दोगुना करने में सफलता पाई है। औद्योगिक विकास (Industrial Development) को एक नई गति दी है।

उत्तर प्रदेश का बजट प्रबंधन महत्वपूर्ण

उन्होंने कहा 2012-17 के बीच कुल 5.20 लाख करोड़ का ऋण वितरित हो सका था, हमारे 5 सालों के कार्यकाल में 9 लाख 52 हजार करोड़ का ऋण वितरण किया। बैंकों के व्यवसाय बढ़ा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश का बजट (Uttar Pradesh Budget 2022-23) प्रबंधन महत्वपूर्ण है। कोरोना (Corona Virus) की चुनौतियों और इंफ्रास्ट्रक्चर के अभूतपूर्व कार्यों, लोककल्याण की अनेक योजनाओं के बाद भी हमने एफआरबीएम (FRBM) को तय सीमा 4.5 प्रतिशत के सापेक्ष स्वयं को 3.96 प्रतिशत तक ही रखा है। यह हमारा कुशल वित्तीय प्रबंधन है।

संकल्प है तो संकल्प में बहाना नहीं चलेगा

नेता सदन ने कहा कि यह हमारी सरकार का 6वां बजट था। नेता प्रतिपक्ष को हमारे लोक कल्याण संकल्प पत्र की बातें याद आ रही थीं। यह अच्छी बात है कि उन्होंने हमारे लोककल्याण संकल्प पत्र को पढ़ा। हम लोगों ने 2022 के विधानसभा चुनाव से पूर्व एक लोक कल्याण पत्र जारी किया था। इस संकल्प पत्र में कुल 130 घोषणाएं थीं, जिसमें 97 संकल्पों को हम लोगों ने अपने इस पहले ही बजट में स्थान दिया है। इसके लिए 54,883 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। यह संकल्प है तो संकल्प में बहाना नहीं चलेगा। हर संकल्प पूरा होगा।

2 करोड़ 55 लाख किसानों के खातों में ट्रांससफर

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज प्रदेश के किसान सम्मान निधि (Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Yojana) की 11वीं किस्त प्रदेश के 2 करोड़ 55 लाख किसानों के खातों में डीबीटी के माध्यम से ट्रांसफर की गई है। प्रदेश की 25 करोड़ जनता को ध्यान में रखते हुए तथा पंडित दीन दयाल उपाध्याय के अंत्योदय के सपनों को पूरा करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की तमाम योजनाएं संचालित की जा रही है और उनका क्रियान्वयन पूरी ईमानदारी के साथा किया जा रहा है।

प्रश्न प्रहर में छुट्टा जानवरों का मामला उठा

विधानसभा में मंगलवार को छुट्टा पशुओं के मुद्दे पर माकूल जवाब न मिलने पर समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने सदन से वाकआउट कर दिया। सपा सदस्य मांग कर रहे थे कि ग्रामीण इलाकों में छुट्टा जानवरों से किसानों की फसलों को होने वाले नुकसान को कृषि बीमा योजना में शामिल कर आर्थिक मदद दी जाए। समाजवादी पार्टी के अवधेश प्रसाद ने प्रश्न प्रहर में जानना चाहा कि क्या सरकार ग्रामीण इलाकों में छुट्टा जानवरों द्वारा फसल को नुकसान पहुंचाए जाने पर किसानों को आर्थिक मदद देगी। क्या सरकार इस नुकसान को किसान बीमा योजना के तहत शामिल करेगी। इस पर सरकार की ओर से कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला।

सपा सदस्यों ने किया सदन से वाकआउट

समाजवादी पार्टी के सचेतक मनोज कुमार पाण्डेय ने आपत्ति करते हुए कहा कि छुट्टा जानवरों में केवल सांड़ ही शामिल नहीं हैं। छुट्टा जानवरों में जंगली सुअर के साथ ही नीलगाय भी शामिल हैं। ये सभी किसानों की फसलों को चर जाते हैं। इससे किसानों को फसल का काफी नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार इस पर कोई संतोषजनक आश्वासन दे और किसानों को होने वाले नुकसान को किसान बीमा योजना के तहत शामिल किया जाना चाहिए।

सरकार की तरफ से संतोषजनक जवाब नहीं आने पर सपा सदस्यों ने नारेबाजी करते हुए सदन से वाकआउट किया। विधानसभा में मंगलवार को संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने आश्वासन दिया कि जल निगम ग्रामीण और पंचायती राज विभाग द्वारा बिछाई गई पानी की टंकी की पेयजल पाइप लाइन की गुणवत्ता की जांच की जाएगी। यदि पाया गया कि पाइप लाइनों की गुणवत्ता उचित नहीं थी, तो दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। साथ ही कंपनी को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा।

पाइप लाइन योजना में पाइपों की खराब हालत का उठा मामला

प्रश्नप्रहर में सपा के मनोज कुमार पाण्डेय ने जलशक्ति मंत्री से ग्रामीण इलाकों में बनाई गई पानी की टंकियों की पाइप लाइन योजना में पाइपों की खराब हालत का मुद्दा उठाया। उन्होंने जानना चाहा कि क्या सरकार रायबरेली समेत कई जिलों में खराब पाइप लाइन की जांच कराई जाएगी। साथ ही जिन अधिकारियों-कर्मचारियों ने यह काम करवाया है क्या उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

सरकार की तरफ से जवाब देते हुए मंत्री रामकेश निषाद ने बताया कि 614 पेयजल पाइप लाइन का सर्वे कराया गया है। इसमें से करीब 140 में मोटर जल गई हैं जबकि 474 में पाइप टूटने की बात है। 31 अगस्त तक हर हाल में काम करवा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जहां तक गुणवत्ता का मामला है तो कंपनी की जांच करवा कर कार्रवाई की जाएगी।

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