UP बना पहला ऐसा राज्य, जहां महामारी के बीच चली विधानसभा
आज विधान सभा संचालन पूरा होने पर विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायणदीक्षित ने कहा कोरोना महामारी के दौरान देश और सारी दुनिया की संसदीय संस्थाओं के सामने संकट है।
श्रीधर अग्निहोत्री
लखनऊ: आज विधान सभा संचालन पूरा होने पर विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कोरोना महामारी के दौरान देश और सारी दुनिया की संसदीय संस्थाओं के सामने संकट है। उत्तर प्रदेश पहला राज्य बना जहां हम लोगों ने महामारी के दौरानभी सफलतापूर्वक सदन की कार्यवाही का संचालन किया। विपक्ष के जोरदार हंगामे और नारेबाजी के बीच विधानसभा की कार्यवाही सिर्फ 2.40 घंटे चल सकी और सरकार ने इस हंगामे के बीच 27 विधेयक पास कराए। हंगामे के चलते प्रश्न प्रहर भी नहीं हो सका।
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सभी विधायकों की कोरोना जांच का कार्यक्रम बनाया
सीएजी की रिपोर्ट और राज्य वित्त आयोग की संस्तुतिओं की रिपोर्ट को भी सदन के पटल पर रखा गया। स्पीकर ने कहा कि उत्तर प्रदेश पहली विधान सभा है जहां पर हमनें सभी विधायकों की कोरोना जांच का कार्यक्रम बनाया। इस दृष्टि से उत्तर प्रदेश पहली विधान सभा है। उत्तर प्रदेश जहां हमने विधान सभा सचिवालय के सभी कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट करवाया। विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायणदीक्षित ने कहा कि विधान सभा ने इस बीच अपने 5 वर्तमान सदस्य और 22 पूर्वसदस्य खोयें है। इसका हमको शोक है।
विधान सभा की कार्यवाही के संचालन में सभी माननीय सदस्यों ने ठीक से सहयोग किया। प्रतिपक्ष ने भी हमारा सहयोग किया। 3 दिन के सत्र में हमारे कार्यालय को नियम-56 के अन्तर्गत कुल 18 सूचनाएं प्राप्त हुई। इनमें से 10 को हमने सरकार के ध्यान आकर्षित करने के लिए भेज दिया। नियम 56 के अन्तर्गत सारी सूचनाएं अग्राह्य कर दी गयी है। सूचनाओं पर नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है। नियम-301 ध्यानाकर्षणअन्तर्गत कुल 92 सूचनाएं प्राप्त हुई थी। हमने सभी 92 सूचनाएं स्वीकारकी।
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सारी सूचनाएं हमने स्वीकार कीं
माननीय सदस्यों के हित के लिए कि वे अपने क्षेत्र की समस्याएं उठाते हैं। सारी सूचनाएं हमने स्वीकार की। इसी प्रकार नियम-51 के अन्तर्गतसदस्य अपने क्षेत्र या उत्तर प्रदेश की कतिपय समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए सूचनाएं देते है। हम लोगों ने नियम.51 के अन्तर्गत प्राप्त 102 सारी सूचनाएं स्वीकार की। यह सत्र बड़ा उपयोगी रहा। इस बीच में 138 याचिकाएं भी स्वीकृत हुई। हमको 138 विधान सभा में प्रस्तुत हुई।
उन्होंने कहा कि हमने 27 विधेयक पारित किये जो एक रिकार्ड है। वर्चुअल हिस्सेदारी करने की व्यवस्था करने वाली भी हम पहली विधान सभा है। और वर्चुअल भागीदारी के लिए अध्येता ब्रिटेन और कनाडा का स्मरण करते हैं। हमारी विधान सभा के 33 सदस्यों ने वर्चुअल उपस्थिति प्रकट की है।
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