UP Board Topper 2023: सोनभद्र के टाॅपरों की जुबानी: कृष्णा रखते हैं आईएएस बनने की चाहत, सीता बनना चाहती हैं डाॅक्टर

Sonbhadra News: हाईस्कूल टाॅप करने वाले कृष्णा सिंह का सपना जहां सिविल सर्विसेज परीक्षा के जरिए आइएएस बनने का है। वहीं इंटर में सर्वाधिक अर्जित करने वाली सीता कुमारी डाॅक्टर बनकर देश और जनता की सेवा करना चाहती हैं।

Update:2023-04-26 03:13 IST
(Pic: Newstrack)

Sonbhadra News: जिले में हाईस्कूल और इंटर में सर्वाधिक अंक अर्जित करने वाले टाॅपरों की चाहत बड़ा मुकाम हासिल कर देशसेवा करने की है। हाईस्कूल टाॅप करने वाले कृष्णा सिंह का सपना जहां सिविल सर्विसेज परीक्षा के जरिए आइएएस बनने का है। वहीं इंटर में सर्वाधिक अर्जित करने वाली सीता कुमारी डाॅक्टर बनकर देश और जनता की सेवा करना चाहती हैं।

सामान्य कृषक परिवार के बावजूद कृष्णा ने नहीं टूटने दिया हौसलाः

चंद्रगुप्त मौर्य इंटर कालेज के छात्र एवं हाईस्कूल टाॅपर कृष्णा सिंह सामान्य किसान परिवार से आते हैं। उनके पिता ओमप्रकाश खेती के साथ बहुअरा बंगल के पास स्थित घर पर एक छोटी सी दुकान चलाते हैं। उनकी मां सारिका सिंह प्राइवेट अस्पताल में स्टॉप नर्स का कार्य करती हैं। महंगाई के इस दौर में किसी तरह खिंच रही गृहस्थी की गाड़ी के बीच कृष्णा ने कड़ी मेहनत के बदौलत एक ऐसा मुकाम हासिल कर लिया, जिसने उनके परिवार ही नहीं, विद्यालय का भी नाम पूरे जिले में रौशन कर दिया है।

पढ़ाई के साथ इंटरनेट को बनाया कामयाबी का आधार

कृष्णा कामयाबी का श्रेय माता पिता की प्रेरणा, अध्यापकों के मार्गदर्शन और आशीर्वाद को देते हैं। तनाव रहित शिक्षा को सफलता का मूल मंत्र बताते हुए कृष्णा सिंह ने किया कि नियमित चार घंटे तक पढ़ाई के साथ ही, इंटरनेट से जरूरी जरूरी जानकारी लेना, नियमित अखबार पढ़ना उनकी आदत में शामिल है। पढ़ाई और परीक्षा के दौरान तनाव न हावी न होने पाए, इसका उन्होंने पूरा ख्याल रखा। कालेज के प्रधानाचार्य दयाशंकर सिंह, प्रबंधक दयाशंकर कुशवाहा ने भी कामयाबी पर प्रसन्नता जताई है और दूसरे विद्यार्थियों को कृष्णा से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया है।

सामान्य परिवार के बावजूद मिलते हौसले ने सीता को दिलाई मंजिल

सामान्य परिवार से होने के बावजूद माता-पिता और गुरूजनों से लगातार बेहतर करने की मिलती प्रेरणा ने सीता को सोनभद्र में 12वीं का टाॅपर बना दिया। सीता का कहना है कि सफलता के लिए एक निश्चित लक्ष्य, अनुशासित जिंदगी और कठिन परिरम जरूरी है। कहा कि उनकी चाहत डाक्टरी की पढ़ाई कर देश सेवा करने की है। उधर, सरस्वती विद्या मंदिर खड़िया के प्रबंधक सनी शरण और प्रधानाचार्य राजीव कुमार ने कामयाबी पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि इसका श्रेय सीता की कठिन मेहनत और कम मानदेय के बावजूद शिक्षकों का कार्य के प्रति समर्पण को जाता है। कहा कि कमजोर छात्र-छात्राएं, बेहतर परिणाम अर्जित करें, इसको लेकर विद्यालय परिवार का लगातार प्रयास जारी है।

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