UP Budget 2021: योगी सरकार का सबसे बड़ा बजट, सभी वर्गो का रखा ख्याल
प्रस्तुत बजट का आकार 5 लाख 50 हजार 270 करोड़ 78 लाख रुपये (5,50,270.78 करोड़ रूपये) है । बजट में 27 हजार 598 करोड़ 40 लाख रुपये (27,598.40 करोड़ रूपये) की नई योजनाएं सम्मिलित की गई हैं।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की चार साल पुरानी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकार ने विधानसभा चुनाव के पहले अपना अंतिम आम बजट पेश किया। बजट में समाज के सभी वर्गो का ख्याल रखा गया है। इस बजट का कुल आकार 5 लाख 50 हजार 270 करोड़ का है। यह अबतक का सबसे बड़ा बजट है जो पिछली बार की तुलना में 38 हजार करोड़ का अधिक का बजट है। पिछली बार 2020-21 में बजट 5.12 लाख करोड़ रुपये का रखा गया था।
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प्रस्तुत बजट का आकार 5 लाख 50 हजार 270 करोड़ 78 लाख रुपये है
प्रस्तुत बजट का आकार 5 लाख 50 हजार 270 करोड़ 78 लाख रुपये (5,50,270.78 करोड़ रूपये) है । बजट में 27 हजार 598 करोड़ 40 लाख रुपये (27,598.40 करोड़ रूपये) की नई योजनाएं सम्मिलित की गई हैं। इसमें कुल प्राप्तियाँ 05 लाख 06 हजार 181 करोड़ 84 लाख रुपये (5,06,181.84 करोड़ रुपये) अनुमानित है। बजट में कुल प्राप्तियों में 04 लाख 18 हजार 340 करोड़ 44 लाख रुपये (4,18,340.44 करोड़ रुपये) की राजस्व प्राप्तियाँ तथा 87 हजार 841 करोड़ 40 लाख रुपये ( 87,841.40 करोड़ रुपये) की पूँजीगत प्राप्तियाँ सम्मिलित हैं।
राजस्व प्राप्तियों में कर राजस्व का अंश 3 लाख 05 हजार 740 करोड़ 30 लाख रुपये (3,05,740.30 करोड़ रुपये) है । इसमें स्वयं का कर राजस्व 1 लाख 86 हजार 345 करोड़ रुपये (1,86,345 करोड़ रुपये) तथा केन्द्रीय करों में राज्य का अंश 1 लाख 19 हजार 395 करोड़ 30 लाख रुपये (1,19,395.30 करोड़ रुपये) सम्मिलित है। कुल व्यय 5 लाख 50 हजार 270 करोड़ 78 लाख रुपये ( 5,50,270.78 करोड़ रुपये) अनुमानित है। कुल व्यय में 03 लाख 95 हजार 130 करोड़ 35 लाख रुपये (3.95,130.35 करोड़ रुपये) राजस्व लेखे का व्यय है तथा 1 लाख 55 हजार 140 करोड़ 43 लाख रुपये (1,55,140.43 करोड़ रुपये) पूँजी लेखे का व्यय है ।
लोक लेखे से 05 हजार 500 करोड़ रुपये की शुद्ध प्राप्तियाँ अनुमानित हैं
समेकित निधि की प्राप्तियों से कुल व्यय घटाने के पश्चात् 44 हजार 88 करोड़ 94 लाख रुपये (44,088.94 करोड़ रुपये) का घाटा अनुमानित है। लोक लेखे से 05 हजार 500 करोड़ रुपये (5,500 करोड़ रुपये) की शुद्ध प्राप्तियाँ अनुमानित हैं। समस्त लेन-देन का शुद्ध परिणाम 37 हजार 988 करोड़ 94 लाख रुपये (37,988.94 करोड़ रुपये) ऋणात्मक अनुमानित है जिसके बाद अन्तिम शेष प्रारम्भिक शेष 14 हजार 33 करोड़ 12 लाख रुपये (14,033.12 करोड़ रुपये) को हिसाब में लेते हुये अन्तिम शेष 23 हजार 955 करोड़ 82 लाख रुपये (23,955.82 करोड़ रुपये) ऋणात्मक रहना अनुमानित है।
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राजस्व बचत 23 हजार 210 करोड़ 09 लाख रुपये अनुमानित है
राजस्व बचत 23 हजार 210 करोड़ 09 लाख रुपये (23,210.09 करोड़ रुपये) अनुमानित है। राजकोषीय घाटा 90 हजार 729 करोड़ 80 लाख रुपये (90,729.80 करोड़ रुपये) अनुमानित है जो वर्ष के लिये अनुमानित सकल राज्य घरेलू उत्पाद का 4.17 प्रतिशत है। राज्य की ऋणग्रस्तता सकल राज्य घरेलू उत्पाद का 28.1 प्रतिशत अनुमानित है।
रिपोर्ट- श्रीधर अग्निहोत्री
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