काशीः मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह का अखिलेश पर तंज, 2022 का सपना नहीं होगा पूरा
वाराणी पहुंचे कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने मीडिया से बात करते हुए अखिलेश यादव और राहुल गांधी को घेरा। उन्होने सपा-कांग्रेस की मंदिर दर्शन पर सवाल उठाया।
वाराणसी. मिशन पंचायत चुनाव के लिए बीजेपी ने पूरी ताकत झोंक दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में पार्टी के दिग्गजों ने डेरा डाल दिया है। इस दौरान कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह भी वाराणसी पहुंचे। मीडिया से बात करते हुए अखिलेश यादव और राहुल गांधी को घेरा। दर्शन पूजन से लेकर कांग्रेस की नीतियों पर सवाल खड़ा किया। कृषि बिल पर सरकार का बचाव करते हुए इसे विपक्ष का प्रोपेगंडा बताया।
कानून व्यवस्था पर सरकार का किया बचाव
विपक्षियों द्वारा लगातार कहे जा रहे यूपी में खराब कानून व्यवस्था को सरासर गलत बताया और बोले कि मैं प्रमाण के साथ कह सकता हूं कि योगीराज में कानून व्यवस्था सुधरी है। मंत्री सिद्धार्थनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था जो चरमराई हुई थी, आज बहुत ज्यादा बेहतर हुई है और उसके अनेक प्रमाण भी हैं। एनसीआरपी ने यूपी को हर चीज में बेहतर दिखाया है और तुलना भी की है।
ये भी पढ़ेँ- तोड़ दी ईवीएम: गुजरात निकाय चुनाव में हिंसा, बूथ कैप्चरिंग, उम्मीदवारों में मारपीट
उन्होंने कहा यूपी में कई बड़े निवेश भी हुए हैं और निवेश वहां कभी नही होता जहां, कानून व्यवस्था खराब या रंगदारी चलती हो। आज निवेश के मामले में यूपी देश में नंबर 2 पर आ गया है। इसलिए यह कहना कि कानून व्यवस्था खराब हो रही यह बिलकुल गलत है।
राहुल गांधी पर किया तंज
वहीं राहुल गांधी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि राहुल को जागते और सोते हुए पीएम के ही सपने आते होंगे इसलिए वह कहते रहते हैं कि उन्हें 30 सेकेंड में नींद आ जाती है। वहीं सपा पर वार करते हुए उन्होंने कहा कि अगर अच्छे कार्य किये होते तो 2017 में अखिलेश जी को जाने की आवश्यकता नहीं पड़ती। 2022 में फिर से भाजपा की सरकार ही आने वाली है।
रविदास जयंती पर अखिलेश के संत शिरोमणि मंदिर दर्शन करने जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह मंदिर जाए यह अच्छी बात है, पर चुनाव आते-आते ना जाए। चुनाव के पहले भी जो चार साल होते हैं , उसमें भी मंदिर जाते रहें तो अच्छा रहेगा। वहीं बंगाल में चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि बंगाल की जनता अब यही चाहती है कि वहां अब ममता बनर्जी ना आए दोबारा।
रिपोर्ट- आशुतोष सिंह