यू-राइज’ पोर्टल: लाखों छात्रों को लाभ, रोजगार के लिए ऐसे आएगा काम

विद्यार्थी के प्रवेश, उनके पाठ्यक्रम, प्रैक्टिकल, शुल्क, परीक्षा व परिणाम को प्रस्तुत करने के साथ ही, आने वाले समय में उनके रोजगार एवं नौकरी को भी इससे जोड़ने में मदद मिलेगी। 

Update: 2020-09-24 14:55 GMT
अर्जित क्रेडिट में रखा जा सके। इस दृष्टि से ‘यू-राइज़’ पोर्टल पर किया गया डिजिलॉकर का प्रावधान अत्यन्त उपयोगी सिद्ध होगा।

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ‘यू-राइज’ पोर्टल किसी भी विद्यार्थी के पूरे जीवन चक्र को लेकर चल रहा है। विद्यार्थी के प्रवेश, उनके पाठ्यक्रम, प्रैक्टिकल, शुल्क, परीक्षा व परिणाम को प्रस्तुत करने के साथ ही, आने वाले समय में उनके रोजगार एवं नौकरी को भी इससे जोड़ने में मदद मिलेगी। यह अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट विभिन्न मान्यता प्राप्त उच्च शिक्षा संस्थानों से अर्जित अकादमिक क्रेडिट को डिजिटल रूप से संग्रहीत करेगा, ताकि उच्च शिक्षा संस्थानों से प्राप्त डिग्री का ध्यान, अर्जित क्रेडिट में रखा जा सके। इस दृष्टि से ‘यू-राइज़’ पोर्टल पर किया गया डिजिलॉकर का प्रावधान अत्यन्त उपयोगी सिद्ध होगा।

गुणवत्ता में सुधार हेतु

‘यू-राइज़’ पोर्टल पर पहले से मूल्यांकित गुणवत्तापरक पाठ्य सामग्री संकलित की जा रही है। पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जन्मशती के अवसर पर डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय द्वारा सरकारी सहायतित सम्बद्ध तकनीकी संस्थानों व सरकारी तकनीकी विश्वविद्यालयों की गुणवत्ता में सुधार हेतु ‘दीन दयाल उपाध्याय गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम’ प्रारम्भ किया गया।

 

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वैश्विक महामारी

उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के दूरगामी प्रभावों के दृष्टिगत डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश द्वारा डिजिटल और फिजिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए 100 करोड़ रुपये की योजना शासकीय संस्थानों एवं दोनों तकनीकी विश्वविद्यालयों के लिए प्रारम्भ की जा रही है।

सामाजिक समानता

उन्होंने कहा कि सामाजिक समानता हमारे लिए तब तक सम्भव नहीं है, जब तक हम शिक्षा के क्षेत्र में समानता लाने में सफल नहीं होते हैं। यह पोर्टल अपने आपमें शैक्षिक समानता को भी सामने ला रहा है। ई-कन्टेंट के माध्यम से प्रत्येक पाठ्यक्रम को इससे जोड़ने के साथ हर छात्र-छात्रा के लिए इसका सुलभ होना अपने आपमें एक बड़ा कार्य है।

 

सोशल मीडिया

 

कोरोना महामारी मानवता

मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर तकनीक नहीं होती तो इस सदी की सबसे बड़ी कोरोना महामारी मानवता के लिए एक बड़ा संकट खड़ा कर देती। उन्होंने प्रधानमंत्री के विजन को सैल्यूट करते हुए कहा कि तकनीक के माध्यम से ही बिना भ्रष्टाचार के लाभार्थी को जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया जा सकता है। उन्होंने जनधन खाते का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे करोड़ों लोगों को डीबीटी के माध्यम से लाभ पहुंचाया गया है।

 

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ऑनलाइन क्लासेज के माध्यम

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के कारण पिछले 6 महीनों से शिक्षण संस्थान बन्द चल रहे हैं। इस दौरान भी शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों को ऑनलाइन क्लासेज के माध्यम से शिक्षा प्रदान की जा रही है। यह भी तकनीक से ही सम्भव हुआ है। तकनीक को लेकर लोगों में नई रुचि देखने को मिली है। लोग स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के साथ आगे बढ़ रहे हैं, जो समाज के लिए एक अच्छा संकेत है।

ज्ञातव्य है कि प्राविधिक शिक्षा विभाग, प्रशिक्षण सेवायोजन एवं कौशल विकास मिशन की संयुक्त परिकल्पना-‘यू-राइज़’ (Unified Reimagined Innovation for 4 Student Empowerment 'U-RISE') नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020’ के अन्तर्गत एक अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (एसीसी) की स्थापना की जाएगी।

 

रिपोर्टर श्रीधर अग्निहोत्री

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