सड़कों पर सुरक्षा कवच: हो गई पूरी तैयारी, दुर्घटनाओं को ऐसे रोकेगी योगी सरकार
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी सम्बन्धित विभाग ब्लैक स्पाॅट के चिन्हीकरण और उनके सुधार सम्बन्धी कार्य शीघ्रता से सम्पन्न कराएं।
श्रीधर अग्निहोत्री
लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्मार्ट सिटी योजना के तहत उत्तर प्रदेश में चयनित स्मार्ट सिटी में इण्टीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेण्ट सिस्टम (आईटीएमएस) को तेजी से पूरा किया जाएगा। इसके साथ ही, राज्य सरकार द्वारा अपने संसाधनों से स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किए जाने वाले सात नगर निगमों में भी इण्टीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेण्ट सिस्टम स्थापित किया जाएगा।
हर साल सड़क दुर्घटनाओं में व्यापक जन व धन हानि
यहां बताना जरूरी है कि प्रतिवर्ष सड़क दुर्घटनाओं में व्यापक जन व धन हानि होती है। कोविड-19 से प्रदेश में अभी तक हुई जनहानि की तुलना में वर्ष 2019-20 में सड़क दुर्घटनाओं में तीन गुने से भी अधिक जनहानि हुई है। इसके लिए सभी विभागों द्वारा सम्मिलित रूप से मिलकर प्रभावी ढंग से कार्य योजना के अनुसार दीपावली पर्व से पहले सड़क सुरक्षा सम्बन्धी एक अभियान चलाया जाएगा।
सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए परिवहन- गृह विभाग से नोडल विभाग की नियुक्ति
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं एवं इनमें होने वाली जनहानि को रोकने के लिए अन्तर्विभागीय समन्वय के साथ कार्य योजना बनायी जाए। परिवहन अथवा गृह विभाग इसका नोडल विभाग हो। सभी सम्बन्धित विभागों द्वारा संचालित की गई गतिविधियों की मुख्य सचिव के स्तर पर मासिक प्रगति समीक्षा की जाए। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रत्येक छमाही उनके स्तर पर भी सड़क सुरक्षा सम्बन्धी कार्य योजना के निष्पादन की समीक्षा की जाएगी।
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जारी किए गए कई निर्देश
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी सम्बन्धित विभाग ब्लैक स्पाॅट के चिन्हीकरण और उनके सुधार सम्बन्धी कार्य शीघ्रता से सम्पन्न कराएं। सड़कों के किनारों पर अतिक्रमण, प्रचार सामग्रियों को लगाना, बैरिकेड को तोड़ने सम्बन्धी गतिविधियों को नियंत्रित किया जाए। रोड मार्किंग, जेब्रा क्राॅसिंग, क्रैश बैरियर की स्थापना आदि की कार्यवाही समयबद्ध हो। ओवर स्पीडिंग व राॅन्ग साइड ड्राइविंग से बड़ी संख्या में दुर्घटनाएं होती हैं। इन्हें रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं। ओवरलोडिंग रोकने के लिए पुलिस व परिवहन विभाग की संयुक्त टीम गठित की जाए। महिला सुरक्षा के लिए विशेष और प्रभावी कदम उठाए जाएं।
सड़क सुरक्षा सप्ताह कार्यक्रमों का आयोजन
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क सुरक्षा सप्ताह कार्यक्रमों को अन्तर्विभागीय समन्वय के माध्यम से आयोजित किया जाए। इससे यह कार्यक्रम और अधिक प्रभावी साबित होंगे। सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान व्यापक रूप से जागरूकता के कार्यक्रम बस व रेलवे स्टेशन आदि सार्वजनिक स्थलों पर आयोजित किए जाएं। इस दौरान स्कूलों, काॅलेजों आदि में सड़क सुरक्षा सम्बन्धी नियमों के सम्बन्ध में गोष्ठियां आयोजित की जाएं, जिससे युवा पीढ़ी सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक हो सके। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा के सम्बन्ध में जागरूकता के लिए सूचना विभाग द्वारा रचनात्मक और लोगों को प्रेरित करने वाली होर्डिंग लगायी जाए।
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ट्राॅमा सेण्टर में चिकित्सकों की निरन्तर उपलब्धता सुनिश्चित हो
मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों के समीपवर्ती ट्राॅमा सेण्टर में चिकित्सकों की निरन्तर उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि दुर्घटना से प्रभावित व्यक्तियों को जल्द से जल्द उपचार उपलब्ध कराने के लिए यूपीडा, यीडा, एनएचएआई की एम्बुलेंस को ‘108’ एम्बुलेंस सेवा के साथ इण्टीग्रेट किया जाए।
स्कूली वाहनों की फिटनेस की कार्यवाही पूर्ण कर ली जाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में सभी स्कूल बन्द चल रहे हैं। स्कूलों के खुलने से पूर्व अभियान चलाकर स्कूली वाहनों की फिटनेस की कार्यवाही पूर्ण कर ली जाए। उन्होंने कहा कि बसों की नियमित सर्विसिंग और ड्राइवरों का नियमित हेल्थ चेकअप किया जाना आवश्यक है। ड्राइवरों के हेल्थ चेकअप की व्यवस्था नियमित होनी चाहिए।
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