कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की तबियत अचानक बिगडी, अस्पताल से जांच कराकर लौटे
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की तबियत शुक्रवार की दोपहर बाद अचानक बिगड गई। सांस लेने में तकलीफ होने पर उन्हें निजी अस्पताल अपोलो ले जाया गया।
लखनऊ। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की तबियत शुक्रवार की दोपहर बाद अचानक बिगड गई। सांस लेने में तकलीफ होने पर उन्हें निजी अस्पताल अपोलो ले जाया गया। डॉक्टरों ने उनके स्वास्थ्य का परीक्षण करने के बाद उन्हें आराम करने की सलाह दी है।
अजय कुमार लल्लू की तबियत बिगड़ी
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू हर रोज की तरह शुक्रवार की सुबह भी कांग्रेस कार्यालय पहुंच गए। कार्यालय में मीटिंगों के दौर के दौरान ही उन्होंने सांस लेने में थोडी परेशानी महसूस की। इसके बाद उन्हें अपोलो अस्पताल ले जाया गया। चिकित्सकों ने उनका ब्लड प्रेशर मापने के अलावा ईसीजी भी कराया है। सभी जांच के बाद डॉक्टरों ने उन्हें पूरी तरह स्वस्थ बताया लेकिन घर पर रहकर आराम करने की सलाह दी है।
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डॉक्टरों ने बताया स्वास्थ्य का हाल
डॉक्टरों के अनुसार अत्यधिक श्रम और अनियिमत दिनचर्या की वजह से शरीर को परेशानी हो रही है। लगभग पांच घंटे तक अस्पताल में रहने के बाद शाम को वह लौटकर अपने निवास आ गए। उनका हाल – चाल जानने के लिए पार्टी के नेताओं ने संपर्क किया है लेकिन सभी को बताया गया है कि वह स्वस्थ हैं । उन्हें आराम की जरूरत है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने शुक्रवार की शाम सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को खुद अपने स्वास्थ्य की जानकारी दी है कि वह अस्पताल से घर लौट आए हैं। पूरी तरह स्वस्थ हैं। स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताने वालों का उन्होंने आभार भी किया है।
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कांग्रेस कार्यकर्ताओं में चिंता
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष की जीवन शैली ही उन्हें बीमार बना रही है। वह पार्टी के कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने को लेकर बेहद संवेदनशील हैं। सभी लोगों से व्यक्तिगत मुलाकात करते हैं। इसके अलावा अब तक उन्होंने जितना प्रदेश का भ्रमण कर डाला है और जगह- जगह पहुंचकर आंदोलन किया है इतना किसी भी नेता ने नहीं किया।
लगातार दौडते रहने की वजह से उन्हें अपने भोजन की भी चिंता नहीं रहती है। सुबह केवल दाल – भात खाकर घर से निकल जाते हैं तो शाम तक अन्न का दाना भी नहीं मिलता। इस वजह से भी परेशानी हो रही है। अब चिकित्सकों ने भी उनसे कहा है कि वह अपना खान- पान व जीवन स्तर सुधारें।
अखिलेश तिवारी
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