UP Election 2022: कोरोना के साए में मतदान, इस बार अलग दिखेगा यूपी विधानसभा का चुनाव

UP Election 2022: पहली बार मतदान के लिए एक घंटे का समय बढ़ाया जा रहा है। इसमें जिला निर्वाचन अधिकारी परिस्थितियों के अनुसार समय का निर्धारण कर सकेंगे।

Written By :  Shreedhar Agnihotri
Published By :  Divyanshu Rao
Update:2022-01-08 18:56 IST

यूपी विधान सभा चुनाव की तस्वीर (फोटो:न्यूज़ट्रैक)

UP Election 2022: यूपी समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव (UP Assembly elections 2022) की अधिसूचना जारी होते ही आदर्ष आचार संहिता लागू कर दी गयी। इस बार हो रहे विधानसभा चुनाव पूर्व में हुए चुनाव से बिल्कुल अलग दिख रहे हैं। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण कोरोना को बताया जा रहा है। केन्द्रीय चुनाव आयोग की घोषणाओं में कई ऐसी बातें शामिल हें,जो पहले कभी नहीं हुई। आचार संहिता चुनाव प्रक्रिया के संपन्न होने तक लागू रहती है। चुनाव की तारीख की घोषणा के साथ ही आचार संहिता देश में लगती है और वोटों की गिनती होने तक जारी रहती है।

यूपी विधानसभा चुनाव

1 . पहली बार मतदान के लिए एक घंटे का समय बढ़ाया जा रहा है। इसमें जिला निर्वाचन अधिकारी परिस्थितियों के अनुसार समय का निर्धारण कर सकेंगे। पिछला विधानसभा चुनाव सुबह आठ बजे सेषाम पांच बजे तक हुआ था जो इस बार शाम छह बजे तक होता दिखाई देगा।

2 .यूपी में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए चुनाव आयोग ने 1,200 मतदाताओं के लिए एक पोलिंग बूथ बनाने की घोषणा की है। पहले एक बूथ पर 1,500 मतदाता वोट डालते थे।

3. 80 साल से ज्यादा बुजुर्ग, कोरोना संक्रमितों को पोस्टल बैलेट की व्यवस्था की गयी है। इसके साथ हीचुनाव कर्मियों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगने के साथ ही सभी चुनाव कर्मियों को बूस्टर डोज देने की बात कही गयी है।

4. कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए चुनाव आयोग ने कोविड प्रोटोकॉल के तहत चुनाव कराए जाने का आश्वासन दिया है। पोलिंग बूथ पर मतदाताओं के बीच सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ मास्क, थर्मल स्कैनर और सैनिटाइजर का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा।

यूपी विधानसभा चुनाव की तस्वीर (फोटो:न्यूज़ट्रैक)

5. उम्मीदवार को अपनी आपराधिक हिस्ट्री टीवी चैनल व अखबारों मैं तीन बार प्रकाशित करवानी होगी चुनाव आयोग की सबसे बड़ी घोषणा- रोड शो, बाईक शो, पदयात्रा, रैलियां, नुक्कड़ सभा, पदयात्रा पर 15 जनवरी तक रोक लगी रहेगी। ऐसा पहली बार हो रहा है वरना चुनाव अधिसूचना जारी होने के साथ ही प्रचार प्रसार का काम शुरू हो जाता था।

6. उम्मीदवारों के लिए चुनावी खर्च की सीमा मौजूदा 20 लाख से बढ़ाकर 28 लाख (छोटे राज्य) और 28 लाख से 40 लाख रुपये (बडे राज्य) कर दी है। 2017 के विधान सभा चुनाव में यह 28 लाख रुपये थे जिसमें बाद में आयोग ने दस प्रतिशत की बढ़ोतरी करके इसे 30 लाख 80 हजार रुपये कर दिया था। अब इसे बढ़ाकर 40 लाख रुपये कर दिया गया है।

7. राजनीतिक दलों को अपने उम्मीदवार की क्रिमनल हिस्ट्री अपनी पार्टी के बेबसाइट के होम पेज पर डालनी अनिवार्य होगी पहली बार प्रदेश में पोलिंग स्टेशनों की संख्या बढकर प्रदेश मे कुल 1,74,351 पोलिंग स्टेशन हो गए हैं।

8. यूपी के चुनाव में पहली बार 52,80,882 मतदाताओं के नाम जोड़े गए हैं। इसमें 23,92,258 पुरूष, 28,86,988 महिला एवं 1,636 तृतीय लिंग के मतदाता हैं।

9. 18-19 आयु वर्ग के मतदाताओं के कुल 14,66,470 नाम जोड़े गए जो कुल जोड़े गए नामों का 27.76ः है। निर्वाचक नामावली में वर्तमान में 18-19 आयु वर्ग के कुल मतदाताओं की संख्या 19,89,902 है। जिसमें से 10,62,410 पुरूष, 9,26,945 महिला एवं 547 तृतीय लिंग के मतदाता हैं।

10. इतनी बडी संख्या में मतदाताओ के नाम काटे गए हैं। इस बार कुल 21,40,278 मतदाताओं के नाम विभिन्न श्रेणियों के विलोपित किये गये हैं। जिसमें से 10,00,050 मृतक श्रेणी, 3,32,905 शिफ्टेड श्रेणी तथा 7,94,029 रिपीटेड श्रेणी में हटाए गए।

11. पहली बार प्रदेश में मतदाताओं की कुल संख्या 14,71,43,298 से बढकर 15,02,84,005 हो गयी है। जबकि अंतिम प्रकाशित नामावली में 80 वर्ष से अधिक आयु के कुल 24,03,296 मतदाता हो गए है।

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