UP Election 2022: अखिलेश यादव के समर्थन में सावित्री बाई फुले, चंद्रशेखर को बताया दलित विरोधी
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सावित्रीबाई फुले ने समाजवादी पार्टी का समर्थन करते हुए चंद्रशेखर आजाद रावण पर बड़ा हमला बोला है।
UP Election 2022: बीजेपी की पूर्व सांसद और कांशीराम बहुजन मूल निवासी की अध्यक्ष सावित्री बाई फुले (Savitribai Phule) ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad Ravana) पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि वह बीजेपी के इशारे पर दलितों को बांटने का काम कर रहे हैं, सावित्री बाई फुले ने कहा कि उन्होंने बिना शर्त अपना पूरा समर्थन अखिलेश यादव को दिया है और इस बार उनका पूरा समाज अखिलेश (Akhilesh Yadav) को मुख्यमंत्री बनाने के लिए काम करेगा। हालांकि सावित्रीबाई फुले चुनाव लड़ेगी या नहीं साथ ही उनकी पार्टी को कितनी सीट मिलेगी इस पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा वह सभी 403 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं, इसका मतलब साफ है कि अखिलेश यादव की ओर से अभी उन्हें कोई सीट नहीं दी गई है।
बता दें समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) से आजाद समाज पार्टी की गठबंधन नहीं होने के बाद आजाद समाज पार्टी अब अपने दम पर पूरे प्रदेश में चुनाव लड़ने की ऐलान कर चुकी है। खुद चंद्रशेखर आजाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के खिलाफ गोरखपुर (Gorakhpur Assembly Seat) से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। चंद्र शेखर आजाद ने अखिलेश यादव पर आरोप लगाया था कि उनकी 6 महीने से बातचीत चल रही थी लेकिन उन्होंने उन्हें धोखा दिया दलितों का अपमान किया। उन्होंने कहा कि अखिलेश को दलितों की वोटों की जरूरत नहीं है इसीलिए वह उनसे गठबंधन नहीं किए जिसके बाद अब सावित्रीबाई फुले अखिलेश के समर्थन में उतर कर चंद शेखर पर ही हमलावर हो गई हैं।
सावित्री बाई फुले ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि दलित और पिछड़ा वर्ग एक होकर इस बार अखिलेश यादव को सरकार बनाने जा रहा है। उन्होंने कहा बीजेपी को अगर रोकना है तो अखिलेश यादव को लाना होगा क्योंकि वही बीजेपी को इस वक्त रोक सकते हैं। इसीलिए उन्होंने बिना शर्त सपा को समर्थन दिया है लेकिन चंद्रशेखर आजाद दलितों को बांटने के लिए चुनावी मैदान में उतरे हैं। उन्होंने दलितों से अपील की युवा किसी के बहकावे में ना आए और इस बार समाजवादी पार्टी की सरकार बनाने के लिए पूरा योगदान करें।
आपको बता दें सावित्रीबाई फुले 2014 में बीजेपी के टिकट पर बहराइच से सांसद बनी थी, लेकिन बीजेपी से नाराज होकर उन्होंने 2016 में पार्टी और सांसद पद से इस्तीफा देकर अपनी नई पार्टी बना लिया। 2022 में सावित्री बाई फुले अखिलेश यादव के साथ आ गई हैं और अब उन्हें मुख्यमंत्री बनाने की बातें कर रही हैं लेकिन वह खुद चुनाव लड़ेंगी या नहीं इसका अभी फैसला अभी नहीं हुआ है।