Kalyan Singh: लोगों के दिलों में सिर्फ रह गईं बाबूजी की यादें
Kalyan Singh: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के सरल और सहज स्वभाव की वजह से लोग उनके इस तरह से दुनिया को अलविदा कहकर चले जाने से गमगीन है।
Kalyan Singh: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के सरल और सहज स्वभाव की वजह से लोग उनके इस तरह से दुनिया को अलविदा कहकर चले जाने से गमगीन है। हमने लोगों से बात की और जाना कि कल्याण सिंह से उनका कैसा रिश्ता था और कितना जुड़ाव था। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के स्टेट ऑफिस में दुकान करने वाले आशीष ने बताया कि साल 1990 में उनकी तबीयत खराब हो गई थी उस वक्त जब कल्याण सिंह को यह जानकारी हुई तो उनसे मिलने लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल पहुंचे थे। वही मुख्यमंत्री बनने के बाद भी कल्याण सिंह उनसे मिलने आए और हाल-चाल भी जाना।
आशीष कहते हैं कि ऐसा नेता मिलना बहुत ही मुश्किल है जो हजारों की भीड़ में भी किसी को उसके नाम और चेहरे से पहचान जाए यह गुण सिर्फ बाबूजी में ही हमने देखा है।
पूरा हो रहा बाबू जी का सपना
वहीं कुछ अन्य लोगों से भी हमने बात की तो उनका कहना है कि वह सीधे तौर पर कल्याण सिंह से तो नहीं मिले लेकिन जो उन्होंने प्रदेश के लिए काम किया वह अभूतपूर्व है। लोगों ने बताया कि बाबू जी ने भगवान श्री राम के मंदिर निर्माण के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर कर दिया और आज उनका सपना एक-एक कर पूरा हो रहा है।
सीतापुर से विधायक महेंद्र प्रताप सिंह यादव ने पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की यादें साझा करते हुए कहा कि वह बहुत ही सरल वास्तव में स्वभाव के व्यक्ति थे हम सभी उनके जाने से बहुत दुखी हैं। भाजपा को ही नहीं बल्कि समाज को भी उनके जाने से क्षति पहुंची है। और जब भी मैं उनसे मिलने आता था तो वह सीतापुर में जितने भी ब्लॉक हैं उन सभी के कार्यकर्ताओं का हालचाल पूछा करते थे।
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