Sonbhadra News: राज्यपाल पहुंची सोनभद्र, दुनिया के अजूबे फासिल्स पार्क का किया निरीक्षण

Sonbhadra News: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Uttar Pradesh Governor Anandiben Patel) सोनभद्र के दो दिवसीय दौरे के तहत बुधवार की शाम सोनभद्र पहुंच गईं।

Published By :  Shashi kant gautam
Update:2022-05-18 21:01 IST

 सोनभद्र: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल पहुंची सोनभद्र

Sonbhadra News: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Uttar Pradesh Governor Anandiben Patel) सोनभद्र के दो दिवसीय दौरे के तहत बुधवार की शाम सोनभद्र पहुंच गईं। सर्किट हाउस (circuit house) में अधिकारियों से जरूरी जानकारी लेने के बाद सलखन स्थित दुनिया के अजूबे फासिल्स का निरीक्षण किया। इसकी महत्ता और इसके रखरखाव को लेकर किए जा रहे इंतजाम के बाबत जानकारी ली। यहां से वह पंचमुखी के लिए रवाना हुईं। वहां दर्शन पूजन के बाद सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम करेंगी।

बृहस्पतिवार की सुबह चपकी कारीडांड़ स्थित सेवा समर्पण संस्थान के सेवा कुंज आश्रम में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेंगी और आदिवासियों को उनकी पुश्तैनी कब्जे वाली जमीन का भौमिक अधिकार प्रदान करेंगी।




महामहिम का सर्किट हाउस मोड़ पर गर्मजोशी से स्वागत

बुधवार की शाम जिले में पहुंची महामहिम का सर्किट हाउस मोड़ पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया। डीआईजी विंध्याचल परिक्षेत्र मिर्जापुर रामकृष्ण भारद्वाज, डीएम सोनभद्र चंद्रविजय सिंह, डीएम मिर्जापुर प्रवीण कुमार लक्षकार, एसपी अमरेंद्र प्रसाद सिंह, सीडीओ डॉ. अमित पाल शर्मा सहित अन्य अधिकारियों ने पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। महामहिम ने वरिष्ठ अधिकारियों से वार्ता कर जिले के बारे में, खासकर यहां के पर्यटन के बारे में जानकारी प्राप्त की। इसके बाद देर शाम सलखन स्थित 150 करोड़ वर्ष पुराने दुनिया के अजूबे फासिल्स का निरीक्षण किया। उसके रख-रखाव के बारे में जरूरी जानकारी हासिल की।


पंचमुखी महादेव का दर्शन पूजन करेंगी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल

लगभग एक घंटे तक यहां रहने के बाद, वापस जिला मुख्यालय के लिए रवाना हो गईं। यहां वह पुरातात्विक दृष्टि से महत्वपूर्ण पंचमुखी पहाड़ी का निरीक्षण करने के साथ ही यहां स्थित पंचमुखी महादेव का दर्शन पूजन करेंगी। रात्रि विश्राम सर्किट हाउस में करने के बाद बृहस्पतिवार की सुबह चपकी, कारीडांड़ में आयोजित कार्यक्रम के लिए रवाना हो जाएंगी, जहां उनके द्वारा आदिवासियों को भौमिक अधिकार प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।



प्रिकैम्बियन काल का है सलखन का फासिल्स, प्राउड ऑफ सलखन के रूप में रख चुकी है पहचान

डीएफओ ने राज्यपाल को जानकारी दी कि सलखन का फासिल्स प्रिकैम्बियन काल का माना गया है, इसका अनुसंधान देश-विदेश के वैज्ञानिकों द्वारा किया गया है। उनके द्वारा घोषित किया गया है कि यह फासिल्स लगभग 150 करोड़ वर्ष पुराना है। वैज्ञानिकों द्वारा यह भी बताया गया कि यहां का फासिल्स अमेरिका के एलो स्टोन फासिल्स से भी अधिक मात्रा में मौजूद है जो विश्व का नम्बर-एक फासिल्स माना गया है। पूर्व में इस फासिल्स को प्राउड ऑफ सलखन के नाम से जाना जाता था।


महामहिम ने यहां के पश्चात सोन इंको प्वाइंट से यहां की प्राकृतिक सुन्दरता को देखा और इको प्वाइंट परिसर में स्थापित गणेश भगवान की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी द्वारा बताया गया कि जनपद सोनभद्र पौराणिक, अध्यात्मिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक धरोहरों से भरपुर है। यह किवदंती नहीं है, बल्कि इसके लिखित एवं स्पष्ट प्रमाण भी मिलते हैं। महाराज दुष्यंत एवं शकुन्तला की प्रेम कहानी, कण्वऋषि के आश्रम में महाराज भरत का जन्म, दुर्वासा ऋषि द्वारा शकुंतला को श्राप, चंद्रकांता की कहानी, बाबा मछंदरनाथ की तपोस्थली, यहां के भित्त चित्र की विस्तृत जानकारी दी।

सोनभद्र में की जाए फासिल्स टूरिज्म एजुकेशन सेंटर की स्थापना: राज्यपाल

राज्यपाल ने कहा कि जनपद को पर्यटन क्षेत्र में बेहतर ढंग से विकसित करने के लिए, जनपद की सड़कों के किनारे साइन बोर्ड के माध्यम से जनपद के पर्यटन की जानकारी लोगों को दी जाए। महामहिम ने कहा कि फासिल्स टूरिज्म एजुकेशन सेंटर की स्थापना भी जनपद में की जाए, जिससे जनपद को पर्यटन के क्षेत्र में विकसित किया जा सके और अधिक से अधिक पर्यटक जनपद में आएं। उन्होंने लोक नृत्य करमा देखा और उसकी सराहना की। डायरेक्टर एडवेंचर टूरिज्म नीरज द्विवेदी से भी जरूरी जानकारी प्राप्त की। 

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