ICAI: चार्टर्ड अकाउंटेंट्स के ट्रेनिंग सत्र की हुई शुरुआत, दिनेश शर्मा बोले- CA की आवश्यकता बढ़ रही
Lucknow News: ICAI दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ रविवार को किया गया। इस दौरान दिनेश शर्मा मुख्य अतिथि के तौर पर कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे।
Chartered Accountant Training Session: रविवार को भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान (ICAI) के दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय अध्यक्ष सीए डॉ देवाशीष मिश्रा, उपाध्यक्ष सीए अंकित तलाटी और लखनऊ शाखा के अध्यक्ष सीए आशीष कुमार पाठक ने दीप प्रज्ज्वलन करके किया। इस मौके पर उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा (Dinesh Sharma) भी उपस्थित थे।
'सीए की आवश्यकता बढ़ रही'
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि दिनेश शर्मा (Dinesh Sharma) ने कहा कि आईसीएआई संगठन पारदर्शिता, जवाबदेही और अखंडता के मूल्यों को बनाए रखने के लिए एक समर्पित संगठन है। सीए की मांग लगातार बढ़ती जा रही है, सरकारी संगठनों में भी इनका योगदान बढ़ता जा रहा है और आवश्यक है कि आप अपनी उपयोगिता बनाए रखने के लिए उच्च स्तरीय प्रशिक्षण की आवश्यकता है, जिसे सीआईआरसी पूरा कर रहा है।
'सीए इंस्टिट्यूट राष्ट्र निर्माण में साझीदार'
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष देवाशीष मिश्रा ने कहा कि सीए इंस्टीट्यूट की सेवाओं के बारे में हमारे पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने कहा था कि सीए इंस्टिट्यूट राष्ट्र निर्माण में साझीदार होता है। जो कि आज के समय में एकदम सटीक कथन है। उन्होंने कहा कि सीए पाठ्यक्रम में प्रस्तावित बदलाव से भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट्स संस्थान सभी समसामयिक मुद्दों और चिंताओं का समाधान करेगा।
क्रिप्टोकरेंसी का लेनदेन अभी वैध नहीं
एक प्रश्न का उत्तर देते हुए सीए मित्रा ने बताया कि क्रिप्टोकरंसी का लेनदेन अभी वैध नहीं है। लेकिन उससे होने वाली आय में व्यक्ति को 30% टैक्स जमा करना होता है। इस संबंध में हमारी संस्था द्वारा एक टैक्स का प्रारूप तैयार किया जा रहा है। उसे जल्दी भारत सरकार को मंजूरी हेतु सौंपा जाएगा। उन्होंने कहा कि चार्टर्ड अकाउंटेंट की भूमिका एक महत्वपूर्ण परिवर्तन के दौर से गुजर रही है, जिसके लिए व्यावसायिक नैतिकता का विशेष ध्यान देना होगा।
क्या है आईसीएआई?
भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान (ICAI) एक विशिष्ट विश्व स्तरीय संस्थान के रूप में अपनी पहचान बना चुका है। यह 3.40 लाख से अधिक सदस्यों और 7 लाख से अधिक छात्रों के साथ दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा लेखा निकाय है। मध्य भारत क्षेत्रीय परिषद भारत के 7 राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़ और राजस्थान को कवर करता है। इन सभी 7 राज्यों में 47 शाखाएं है।
सीआईआरसी द्वारा हर 3 साल में एक बार शाखा अभिविन्यास (ओरियंटेशन) कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इस कार्यक्रम में 47 शाखाओं के सभी सदस्य अपनी शाखाओं के कुशल प्रबंधन की कार्य संस्कृति को सीखने के लिए इस में भाग लेते हैं। लखनऊ शाखा को इस बार कार्यक्रम की मेजबानी का अवसर 42 वर्षों में पहली बार मिला है।
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