UP Lok Sabha Election: यूपी में भाजपा भी जल्द खोलेगी पत्ते, आचार संहिता लगने से पहले हो सकता है नामों का ऐलान

UP Lok Sabha Election: भाजपा की ओर से इस बार उत्तर प्रदेश में नया प्रयोग किया जा सकता है और आचारसंहिता लगने से पहले प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया जा सकता है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update: 2024-02-23 03:39 GMT

BJP UP Lok Sabha Election  (photo: social media )

UP Lok Sabha Election: उत्तर प्रदेश में लोकसभा प्रत्याशियों के नामों का ऐलान करने के मामले में समाजवादी पार्टी सबसे आगे चल रही है। सपा की ओर से अभी तक तीन सूचियों में 32 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया जा चुका है मगर दूसरी ओर भाजपा की ओर से भी चुनाव को लेकर बड़ा कदम उठाने की तैयारी है। सूत्रों का कहना है कि भाजपा की ओर से इस बार उत्तर प्रदेश में नया प्रयोग किया जा सकता है और आचारसंहिता लगने से पहले प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया जा सकता है।

पार्टी की ओर से सबसे पहले चरण में उन सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषित किए जाएंगे जिन पर 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। जानकारों का कहना है कि प्रदेश में हारी हुई 14 सीटों में से दो सीटें सहयोगी दलों रालोद और सुभासपा को देने की तैयारी है। ऐसे में माना जा रहा है कि दर्जन भर सीटों पर जल्द ही पार्टी की ओर से अपने पत्ते खोल दिए जाएंगे। हारी हुई सीटों पर इस बार पार्टी काफी मेहनत के बाद दमदार प्रत्याशियों को उतारने की तैयारी में जुटी हुई है।

2019 के चुनाव में क्या थी तस्वीर

2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने 78 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे जबकि दो सीटें अपना दल (एस) को दी गई थीं। भाजपा ने इनमें से 62 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि अपना दल (एस) को दोनों सीटों पर कामयाबी मिली थी। बाद में उपचुनाव के दौरान भाजपा ने रामपुर और आजमगढ़ सीट भी सपा से छीन ली थी और इस तरह एनडीए की लोकसभा सीटों की संख्या बढ़कर 66 पर पहुंच गई थी।

दूसरी ओर यदि विपक्षी दलों की बात की जाए तो सपा 5 सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब हुई थी मगर बाद में दो सीट पार्टी के हाथ से निकल गई थी। बसपा को 10 सीटों पर जीत मिली थी जबकि कांग्रेस सिर्फ रायबरेली सीट पर जीत हासिल कर सकी थी।

सहयोगी दलों को दी जा सकती हैं ये सीटें

इस बार के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने गठबंधन कर लिया है जिसके मुताबिक 63 सीटें सपा के खाते में गई हैं जबकि 17 सीटों पर कांग्रेस अपने प्रत्याशी उतारेगी। जानकार सूत्रों का कहना है कि 2019 में हारी गई 14 सीटों में से बिजनौर सीट रालोद को दी जा सकती है जबकि गाज़ीपुर सीट पर सुभासपा को चुनाव लड़ने का मौका मिल सकता है। बाकी 12 सीटों पर भाजपा अगले 10 दिनों में अपने पत्ते खोल सकती है।

हारी हुई सीटों पर पार्टी ने की है मेहनत

2019 की हारी हुई सीटों पर जीत हासिल करने के लिए भाजपा की ओर से काफी मेहनत की गई है। इन सीटों को क्लस्टर में बांटकर केंद्रीय मंत्रियों की तैनाती की गई थी। संगठन की ओर से भी इन सीटों पर केंद्रीय पदाधिकारियों को लगाया गया था। प्रदेश संगठन के पदाधिकारी को भी विभिन्न सीटों पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

प्रदेश भाजपा के संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह हारी हुई सीटों पर लगातार मॉनिटरिंग करने में जुटे हुए हैं। वे पन्ना प्रमुखों के साथ बैठक करने के अलावा इन चुनाव क्षेत्रों में विभिन्न गतिविधियों का संचालन करके पार्टी की चुनावी संभावनाओं को मजबूत बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

जल्द किया जा सकता है प्रत्याशियों का ऐलान

भाजपा से जुड़े हुए सूत्रों का कहना है कि हारी हुई सीटों पर पार्टी की ओर से लोकसभा विस्तारक भेजे जा चुके हैं। इन लोकसभा क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाली विधानसभा सीटों पर भी विस्तारक तैनात किए गए हैं। पार्टी की ओर से इन सीटों पर प्रत्याशियों का जल्द ऐलान किया जा सकता है ताकि प्रत्याशियों को अपने चुनाव क्षेत्र में मतदाताओं तक संपर्क साधने में ज्यादा वक्त मिल सके।

सूत्रों के मुताबिक कई सीटों पर पार्टी के चेहरे तय किए जा चुके हैं जबकि कई सीटों के दावेदार दिल्ली तक दौड़ लगाने में जुटे हुए हैं। माना जा रहा है कि पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की ओर से जल्द ही इन सीटों पर प्रत्याशियों के ऐलान का बड़ा कदम उठाया जा सकता है।

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