बरेली: सुप्रीमो कोर्ट द्वारा तीन तलाक पर दिए गए एतिहासिक फैसले पर यूपी के मदरसों ने बड़ा फैसला लिया है। बरेलवी मुसलमानों की आस्था के सबसे बड़े केन्द्र दरगाह आला हजरत ने अपने मदरसों के पाठ्यक्रम में तलाक का विषय शामिल करने का फैसला किया है।
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दरगाह आला हजरत के दारुल इफ्ता ‘मंजरे-ए-इस्लाम‘ के अध्यक्ष मुफ्ती सैय्यद कफील हाशमी ने मंगलवार को बताया कि तलाक को लेकर शरीयत में कई तरह की शर्तें हैं, लेकिन तलाक के ज्यादातर मामलों में इनकी अनदेखी की जाती है। लोगों में तलाक के बारे में जानकारी ना होना सबसे बड़े समस्या है।
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उन्होंने कहा कि अब मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को तलाक का सही तरीका बताया जाएगा, कुरान और हदीस के हिसाब से होगा। दरगाह आला हजरत की तरफ से देशभर के बरेलवी मदरसों के लिए जल्द ही इस सिलसिले में आदेश जारी किया जाएगा।
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हाशमी ने बताया कि मदरसों में तलाक का सही तरीका जानने के बाद विद्यार्थी अपने आसपास के इलाकों में तलाक को लेकर परामर्श भी देंगे। मदरसों में होने वाली पैरेंट्स-टीचर मीटिंग में भी तलाक का सुन्नत तरीका बताया जाएगा।
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उन्होंने कहा कि दरगाह आला हजरत ने दुनियाभर के उलमा का उर्स और जलसों की तकरीरों में भी शरीयत की रोशनी में तलाक के सही तरीकों की जानकारी देने का आह्वान किया है। साथ ही दरगाह आला हजरत द्वारा तलाक
के सुन्नत तरीकों की जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं।
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