UP MLC Election 2022: सोनभद्र-मिर्जापुर में भाजपा ने बाहुबली विनीत सिंह पर लगाया दांव
UP MLC Election 2022: भाजपा की तरफ से सोनभद्र-मिर्जापुर एमएलसी सीट पर दावेदारी की तस्वीर साफ कर दी गई। भाजपा की तरफ से इस सीट पर पूर्वांचल के बाहुबली एवं पूर्व एमएलसी विनीत सिंह उम्मीदवारी करेंगे।
Sonbhadra News: आखिरकार नामांकन के आखिरी दिन ऐनवक्त पर भाजपा की तरफ से सोनभद्र-मिर्जापुर एमएलसी सीट (Sonbhadra-Mirzapur MLC seat) पर दावेदारी की तस्वीर साफ कर दी गई। भाजपा (BJP) की तरफ से इस सीट पर पूर्वांचल के बाहुबली एवं पूर्व एमएलसी विनीत सिंह (Former MLC Vineet Singh) उम्मीदवारी करेंगे।
हालांकि उन्होंने टिकट घोषित होने से पहले ही नामांकन दाखिल करने की घोषणा कर दी थी। इसके निमित्त सोमवार की सुबह से उनके मिर्जापुर स्थित आवास पर समर्थकों का पहुंचना भी शुरू हो गया था। नामांकन के ऐनवक्त पर भाजपा (BJP) की तरफ से उन्हें प्रत्याशी बनाए जाने पर मुहर लगा दी गई। इसी के साथ एक बार फिर से एमएलसी सीट पर, सोनभद्र-मिर्जापुर निर्वाचन क्षेत्र (Sonbhadra-Mirzapur MLC seat) से उनकी मजबूत दावेदारी का रास्ता साफ हो गया।
वर्ष 2010 में सोनभद्र-मिर्जापुर सीट (Sonbhadra-Mirzapur MLC seat) से बसपा (BSP) के टिकट पर एमएलसी के रूप में विनीत सिंह (Former MLC Vineet Singh) ने सियासी सफर शुरू किया था। इसके बाद उतार-चढ़ाव भरे दौर के बीच उन्होंने 2016 के विधान परिषद चुनाव में स्वयं की जगह, अपने बड़े भाई त्रिभुवन को चुनावी मैदान में उतारा था लेकिन उस समय सत्ता में सपा की सरकार (SP Government) होने और ज्ञानपुर के बाहुबली विधायक विजय मिश्रा की पत्नी रामलली मिश्रा के सपा उम्मीदवार होने के कारण 222 मतों से हार सहनी पड़ी थी, लेकिन इस बार समीकरण अलग है।
उत्तर प्रदेश में लगातार दूसरी बार जीत के रथ पर सवार हो चुकी भाजपा ने उन्हें टिकट दे दिया है। बाहुबली विजय मिश्रा जहां जेल में हैं, वहीं उनके राजनीतिक सितारे भी इन दिनों गर्दिश में हैं। उनकी तरफ से कोई दावेदारी भी सामने नहीं आया है। सपा की तरफ से मिर्जापुर के ही रमेश सिंह यादव (Ramesh Singh Yadav) को एमएलसी का उम्मीदवार बनाया गया है लेकिन विनीत को सत्ता पक्ष का मिलने वाले साथ और जिला पंचायत चुनाव के समय से ही उनके द्वारा की जा रही तैयारी को सपा कितनी टक्कर दे पाएगी, इसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है।
2019 में हुआ था भाजपा से जुडाव
माफिया से माननीय तक का सफर तय करने वाले पूर्व एमएलसी श्यामनारायण उर्फ विनीत सिंह (Former MLC Vineet Singh) मूलतः वाराणसी जिले के चोलापुर क्षेत्र अंतर्गत गोला गांव के रहने वाले हैं। 2010 में बसपा के टिकट पर एमएलसी निर्वाचित होने के बाद, से लेकर अब तक का सियासी सफर विनीत सिंह के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहा है। 2016 के एमएलसी चुनाव में जहां उनके भाई त्रिभुवन को हार सहनी पड़ी थी। वहीं 2017 में रांची जेल में निरुद्ध रहने के दौरान चंदौली जिले की सैयदराजा सीट से विधायकी की उम्मीदवारी की थी लेकिन बीजेपी प्रत्याशी एवं बाहुबली बृजेश सिंह के भतीजे सुशील सिंह ने शिकस्त दे दी। 2019 में चंदौली लोकसभा से दावेदारी जताई लेकिन ऐन वक्त पर उन्हें पीछे हटना पड़ा।
हालांकि यहां से उनका जुड़ाव भाजपा से हो गया। इसके बाद मिर्जापुर में जिला पंचायत की सीट आरक्षित होने के बावजूद, जहां अपने पसंद के प्रत्याशी को एकतरफा जीत दिलाई। वहीं कांटे के संघर्ष में सोनभद्र की अध्यक्षी अद एस की झोली में डलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाकर मजबूत सियासी पकड़ के संकेत दे दिए। विनीत सिंह (Former MLC Vineet Singh) को सोनभद्र में जिला पंचायत अध्यक्ष का दावेदार बनने की अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन उन्होंने उसी समय यह स्पष्ट कर दिया था कि वह सोनभद्र-मिर्जापुर एमएलसी सीट (Sonbhadra-Mirzapur MLC seat) से दोबारा उम्मीदवारी की तैयारी कर रहे हैं। हालांकि टिकट घोषणा को लेकर भाजपा हाईकमान में आखिरी क्षण तक संशय की स्थिति बनाए रखी। वहीं विनीत ने रविवार की शाम ही अपनी उम्मीदवारी का ऐलान कर दिया। आखिरी समय में भाजपा की तरफ से भी उनकी उम्मीदवारी पर मुहर लगा दी गई।
सपा खेमा गुपचुप तरीके से बना रहा रणनीति
भाजपा से विनीत (Vineet Singh) के उम्मीदवारी की घोषणा होने के बाद, जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में विनीत की घेराबंदी के आगे शिकस्त खा चुका सपा खेमा, इस बार गुपचुप तरीके से रणनीति बनाने में लगा हुआ है। 2016 के मुकाबले इस बार विनीत के मजबूत स्थिति में होने, सपा के पास बाहुबली विधायक विजय मिश्रा का साथ न होने के कारण, इस चुनाव में सपा कितनी मजबूती से टक्कर दे पाएगी, इसको लेकर अटकलबाजी शुरू हो गई है। वहीं बसपा के भी कई दिग्गजों का विनीत को साथ मिलने की चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
3600 मतदाता तय करेंगे जीत का समीकरण
एमएलसी चुनाव में सोनभद्र और मिर्जापुर जिले से करीब 3600 मतदाता अपने अधिकार का प्रयोग करेंगे। इसके लिए 26 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। सोनभद्र से एक सांसद, चार विधायक, 629 प्रधान, 781 क्षेत्र पंचायत सदस्य, जिला पंचायत अध्यक्ष सहित 31 जिला पंचायत सदस्य, आठ नगरपालिका-नगरपंचायत अध्यक्ष तथा सभासद अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। वहीं मिर्जापुर जिले से एक सांसद, पांच विधायक, 809 प्रधान, 1092 क्षेत्र पंचायत सदस्य, जिला पंचायत अध्यक्ष सहित 44 जिला पंचायत सदस्य, नगर पालिका, नगर पंचायत अध्यक्ष और सभासद अपने-अपने मत डालेंगे।
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