खूब घूमिए-फरिए...कई साल तक महीने भर कमाइये 40 हजार महीना, योगी सरकार लाई ये खास कार्यक्रम
UP News: सरकार मुख्यमंत्री टूरिज्म फेलोशिप कार्यक्रम के लेकर आई है। इस कार्यक्रम के तहत सरकार युवाओं से यूपी दर्शन पर शोध करवाना चाहती है।
UP Darshan: अगर आपको घूमने-फिरने का शौकीन हैं तो यूपी सरकार आपको एक बड़ा मौका दे रही है। सरकार घूमने के साथ आपको मोटा पैसा भी कमवाएगी, मगर इसके आपको पढ़ा लिखा होना जरूरी है,क्योंकि योगी सरकार आपको घूमाने के साथ साथ कुछ काम भी करवाएगी। दरअसल, सरकार मुख्यमंत्री टूरिज्म फेलोशिप कार्यक्रम के लेकर आई है। इस कार्यक्रम के तहत सरकार युवाओं से यूपी दर्शन पर शोध करवाना चाहती है, इसलिए सरकार प्रति माह 40 हजार रुपये महीना की सैलरी देगी। अगर आप यूपी के दर्शन करना चाहते हैं तो यहां पर अप्लाई करके सरकार के इस कार्यक्रम से जुड़ सकते हैं, जिसकी आखिरी डेट 31 अगस्त, 2024 है।
हर महीने मिलेगें 40 हजार रुपये
जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री टूरिज्म फेलोशिप कार्यक्रम के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 31 अगस्त है। 40 साल उम्र तक के लोग यहां आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए सरकार 40 हजार रुपये प्रति महीना वेतन देगी। सरकार फेलोशिप का मुख्य उद्देश्य शोधार्थियों को पर्यटन विभाग द्वारा कारण निमित्त योजनाओं का पर्यवेक्षण अनुसरण व पारिस्थितियों से जुड़े हुए स्थलों का विकास करना है।
इन लोगों को मिलेगी वरीयता
इस कार्यक्रम में वही कैंडिडेट्स अप्लाई कर सकते हैं, जिनके पास डिग्रियां हैं। टूरिज्म एंड ट्रैवल मैनेजमेंट एमबीए हॉस्पिटैलिटी टूरिज्म और ट्रेवल पीजी डिप्लोमा ट्रैवल एंड टूरिज्म हॉस्पिटैलिटी पर्यटन व पुरातत्व में डिग्री या डिप्लोमा धारी यहां पर अप्लाई सकते हैं और इन्हें पहली व वरीयता दी जाएगी। इसके अलावा मान्यता प्राप्त संस्थानों और विश्वविद्यालय से कम से कम 60 फीसदी अंक के साथ ग्रेजुएशन और उच्च शैक्षणिक योग्यता वाले भी लोग इस कार्यक्रम का हिस्सा बन सकते हैं। चयनति शोधार्थियों को एक साल तक इसका लाभ मिलेगा। समय अवधि को बढ़ाया भी जा सकता है।
कहां करें आवेदन
चयनति शोधार्थियों इस योजना में पर्यटन, संस्कृति, इतिहास जैसे विषयों में काम करना होगा। रिसर्चर डीएम, डिविजनल कमिश्नर और टूरिज्म डिपार्टमेंट के अधिकारियों की निगरानी में काम करेंगे। अभ्यर्थियों uptourism.gov.in वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। रिसर्चर को 30 हजार रुपए पारिश्रमिक और 10 हजार रुपए फील्ड विजिट के लिए हर महीने दिए जाएंगे। साथ ही शोधकर्ताओं को एक टैबलेट भी दिया जाएगा। मगर रहने की व्यवस्था खुद करनी होगी। रिसर्चर को प्रमाण पत्र भी मिलेगा।