Up Nikay Chunav 2023: मेयर सीट आरक्षित होने के बाद दिग्गज नेताओं ने पत्नी और बेटियों को किया आगे, 100 वार्डों में भी जोर

Up Nikay Chunav 2023: इस बार आगरा में नगर निगम महापौर की सीट अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित कर दी गई है। अब नेताओं की महिला रिश्तेदार चुनावी मैदान में नजर आएंगी। दूसरी तरफ शहर के ‘धनकुबेर’ कहे जाने वाले मेयर नवीन जैन आरक्षण की वजह से इस बार चुनाव नहीं लड़ पाएंगे।

Update:2023-04-06 22:53 IST
UP Nikay Chunav 2023

Agra news: उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव की रणभेरी बज चुकी है। राजनीतिक दल चुनाव के घमासान में कूदने को तैयार हैं। इस बार आगरा में नगर निगम महापौर की सीट अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित कर दी गई है। अब नेताओं की महिला रिश्तेदार चुनावी मैदान में नजर आएंगी। दूसरी तरफ शहर के ‘धनकुबेर’ कहे जाने वाले मेयर नवीन जैन आरक्षण की वजह से इस बार चुनाव नहीं लड़ पाएंगे।

इससे पहले के चुनाव में सीट थी अनारक्षित

2017 के नगर निगम चुनाव में आगरा मेयर की सीट अनारक्षित थी। तब नवीन जैन ने बीजेपी कैंडिडेट के रूप में चुनाव जीतकर नगर निगम के सिरमौर यानी महापौर बने थे। 2017 में नवीन जैन ने महापौर पद का चुनाव 74000 वोटों से जीता था। नवीन जैन को कुल 217881 वोट मिले थे। चुनाव में दूसरे नंबर पर बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार दिगंबर सिंह धाकरे रहे थे। दिगंबर सिंह धाकरे को 143559 वोट मिले थे। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी राहुल चतुर्वेदी तीसरे स्थान पर रहे थे। राहुल चतुर्वेदी को 49788 वोट मिले थे। अब आगरा के सभी 100 वार्डो में नगर निकाय चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। भाजपा, सपा, बसपा, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के साथ निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। सभी वार्डो की आरक्षण सूची भी आ गई है। सभी दल निकाय चुनाव में जीत की गणित सेट करने में लगे हैं ।

नगर पालिका परिषद और नगर पंचायत में ये है आरक्षण की स्थिति

नगर पंचायत जगनेर, दयालबाग, खेरागढ़ और स्वामी बाग को सामान्य श्रेणी में रखा गया है। पिनाहट को अनुसूचित जाति महिला, फतेहाबाद को महिला और किरावली को पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्षित किया गया है। नगर पालिका परिषद में अछनेरा को अनुसूचित जाति महिला, बाह को सामान्य, एत्मादपुर, शमशाबाद और फतेहपुर सीकरी को पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित किया गया है।

मेयर की कुर्सी पर राजनीतिक दलों की पहली नजर

आगरा नगर निगम के चुनाव में मेयर पद की कुर्सी पर राजनीतिक दलों की पहली नजर है। सीट अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित कर दी गई है। महिला सीट होने के बाद अब दिग्गज महिला नेत्रियों के साथ भाजपा का टिकट पाने के लिये नेताओं की बहन, बहुओं और बेटियों ने आवेदन किया है। टिकट को परिवार में लाने के लिए नेता आगरा, दिल्ली और लखनऊ की दौड़ लगा रहे हैं। पार्टी हाईकमान के सामने खुद को सबसे मजबूत और जिताऊ उम्मीदवार बता रहे हैं। भाजपा से टिकट के लिए दावेदारों की लंबी लाइन है।

ये हैं भाजपा के टिकट के दावेदारों में शुमार

सूत्र बताते है कि पूर्व विधायक हेमलता दिवाकर कुशवाहा, केंद्रीय राज्य मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल की पुत्री डॉ. सलोनी बघेल, इटावा से सांसद प्रोफेसर रामशंकर कठेरिया की पत्नी, डॉ. मृदुला कठेरिया, पूर्व विधायक गुटियारी लाल दुबे की पुत्रवधू, अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के चेयरमैन डॉ. रामबाबू हरित की धर्मपत्नी, भाजपा नेता अशोक पिपल की पुत्रवधू सहित अन्य भाजपा से टिकट मांग रही हैं, इसके अलावा भाजपा की कई नेत्रियों के नेत्र महापौर पद के टिकट पर लगे हुए हैं।

सपा कर रही इंटरव्यू, मेयर टिकट के लिए तीन शार्टलिस्टेड

निकाय चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी ने भी तैयारियां तेज कर दी हैं। समाजवादी पार्टी पदाधिकारियों ने पैनल बनाकर पार्षद पद के प्रत्याशियों का इंटरव्यू लिया है। समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष चौधरी वाजिद निसार ने बताया कि महापौर पद के लिए आवेदन प्राप्त कर लिए गए हैं। तीन नामों को सूचीबद्ध करके पार्टी हाईकमान के पास भेज दिया गया है। पार्टी हाईकमान जिसे भी महापौर पद की प्रत्याशी घोषित करेगा। पार्टी संगठन मिलकर समाजवादी पार्टी के सभी प्रत्याशियों को जिताने का काम करेंगे।

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