UP Nikay Chunav 2023: लखनऊ पहुंचे पंकज सिंह, प्रत्याशियों के लिए मांगा वोट
UP Nikay Chunav 2023: बुधवार को लखनऊ नगर निकाय चुनाव के प्रत्याशियों के प्रचार के लिए आयोजित जनसंपर्क अभियान में पंकज सिंह भी सम्मिलित हुए, जहां भारी मात्रा में लोगों की भीड़ दिखी।
Lucknow News: उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव 2022 में नोएडा सीट से रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज करने वाले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह इन दिनों निकाय चुनाव 2023 के प्रचार प्रसार में लगे हुए हैं। बुधवार को लखनऊ नगर निकाय चुनाव के प्रत्याशियों के प्रचार के लिए आयोजित जनसंपर्क अभियान में पंकज सिंह भी सम्मिलित हुए, जहां भारी मात्रा में लोगों की भीड़ दिखी। प्रचार के दौरान उमड़ रही भीड़ देखकर उनकी लोकप्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता है। उनकी लोकप्रियता को देखते हुए कहा जा रहा कि 2024 में पिता राजनाथ सिंह के सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।
फूलमालाओं से लोगों ने किया स्वागत
लखनऊ के केसरबाग से अमीनाबाद जनसंपर्क अभियान में शामिल होने के लिए पहुंचे पंकज सिंह का लोगों ने फूल माला से स्वागत किया। हजारों की संख्या में उमड़ी भीड़ पंकज सिंह के साथ एक सेल्फी के लिए मसक्कत करते दिखे। जगह-जगह कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने माला पहना कर स्वागत किया। पंकज सिंह भी कार्यकर्ताओं के साथ विनम्र व्यवहार का परिचय देतो हुए सभी को गले लगाया। बता दें नगर निकाय चुनाव 2023 के प्रचार के लिए ये जनसंपर्क अभियान निकाला गया था। लेकिन इसे 2024 के चुनाव से भी जोड़ के देखा जा रहा है।
लोक सभा 2024 के लिए मजबूत दावेदार
राजनीतिक जानकारों की माने तो भारी भीड़ को देखते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के लोक सभा क्षेत्र लखनऊ के लिए पंकज सिंह को मजबूत उम्मीदवार माना जा रहा है। उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता नोएडा विधानसभा क्षेत्र से 2022 विधान सभा चुनाव में सबसे अधिक 1,81, 513 वोटों के अंतर से बंपर जीत दर्ज की। वहीं 2017 के विधानसभा चुनाव में पंकज सिंह 1.04 लाख वोट से जीत दर्ज की थी।
राजनीतिक सफर
पंकज सिंह के राजनीतिक सफर की बात करें तो ये 2001 में भारतीय जनता पार्टी में सक्रिय हुए। 2004 में बीजेपी युवा मोर्चा के सदस्य बनें। 2007 में बीजेपी युवा मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। उन्होंने इस पद को यह कहते हुए छोड़ दिया कि कुछ दिन बिना पके कार्य करेंगे। 2010 में उन्हे उत्तर प्रदेश भाजपा का सचिव बनाया गया। 2012 में पदोन्नति करते हुए महासचिव बनाया गया। इसके बाद 2013 और 2016 में भी उन्हे महासचिव बनाया गया। 2017 से लगातार विधायक हैं।